Nandan Magazine - January 2020Add to Favorites

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In this issue

Nandan, HT Media’s monthly Children Magazine is more than 47 years old brand. The magazine was started in November 1964 in the memory of Pandit Jawahar Lal Nehru, with its first issue being dedicated to the late Prime Minister. Over the years it has developed a strong bond with its readers and is extremely popular among children and their families in India and abroad. Taking an edge over other children magazines, Nandan provides a mix of traditional and modern stories, poems, interactive columns, interesting facts and many educative columns, leading to wholesome development of our children. It keeps our children abreast with our cultural ethos, exposes them to latest happenings in and around world and engages them into numerous fun activities, shaping their mind and behavior in a positive way.

घर का खाना

पहले दादी, फिर मम्मी सब गुस्सा हो रही थीं, घर के नीचे खुले नए ढाबे वाले पर । दादी का कहना था, “ देख लेना, गंदगी फैलाकर रख देगा चार दिन में!"

घर का खाना

1 min

2020 में लाओ 20 बदलाव

कभी-कभी किसी काम को हमारे बड़े भी अनदेखा कर देते हैं । पर, बच्चे जब पूरे मन से उस काम को करने का बीड़ा उठा लेते हैं, तब उन्हें समाज से भी सहयोग मिलता है । फिर मिल जाती है पूरी सफलता, और तब आता है एक नया बदलाव ।

2020 में लाओ 20 बदलाव

1 min

इस बार कुछ नया करें

स्कूल की छुट्टियां चल रही थीं । दिल्ली में तो बढ़ते प्रदूषण के कारण हालांकि अब दिसंबर में भी बहुत ठंड नहीं पड़ती, इसलिए दोपहर में जब धूप निकलती, तो सोसाइटी के बच्चे इकट्ठे होकर वहां बने पार्क में क्रिकेट खेलते थे । साथ ही रात को भी बैडमिंटन खेलने के लिए उन्होंने लाइटें लगाकर बैडमिंटन कोर्ट बना रखा था ।

इस बार कुछ नया करें

1 min

अच्छी मम्मी

मिलि सात साल की प्यारी सी बच्ची है । अपने मम्मी-पापा की इकलौती बेटी होने के कारण घर में सबकी लाडली भी है । उसे भी दूसरे बच्चों की तरह टीवी पर कार्टून देखने का बहुत शौक है । डोरेमॉन और नोबिता उसके पसंदीदा कार्टून पात्र थे ।

अच्छी मम्मी

1 min

जादुई घड़ी

चुनमुन अकसर अपनी दादी से परियों की कहानियां सुनती थी । दादी उसे हमेशा कहती थीं कि रात को परी आती है और जब वह बच्चों से मिलती है, तो उन्हें कुछ ना कुछ तोहफा जरूर देती है ।

जादुई घड़ी

1 min

वे दिन, वे रातें

मां, अपने घर के आंगन मेंक्या पहले था एक कुआं ?और रसोईघर से उठताथा क्या सचमुच कभी धुआं ?

वे दिन, वे रातें

1 min

निष्कर्ष दीक्षित

निष्कर्ष को तुम' विघ्नहर्ता गणेश ' धारावाहिक में गणेश के रूप में देखते हो । उसमें मोशन कैप्चर टेक्नोलॉजी से उसकी सूंड दिखाई जाती है । स्कूल में एग्जाम से पहले दोस्त उससे आशीर्वाद मांगते हैं, ताकि उनके एग्जाम अच्छे हो जाएं ।

निष्कर्ष दीक्षित

1 min

नामकरण

बात बहुत पुरानी है । इतनी पुरानी कि तब तक दिनों का नामकरण नहीं हुआ था । एक था सप्ताह । उसके थे सात बेटे । उनके नाम थे , बुद्ध, बहस्पति, शुक्र और शनि ।

नामकरण

1 min

दांत नहीं, फिर कैसे खाते हैं पक्षी

क्या तुम जानना नहीं चाहोगे कि दुनियाभर के पक्षी कैसे अपना खाना खाते हैं और कैसे वे ऊंची उड़ान भर लेते हैं? चलो जानते हैं, पक्षियों से जुड़ी कुछ रोचक बातें

दांत नहीं, फिर कैसे खाते हैं पक्षी

1 min

चींचू बन गया दोस्त

सुबह-सवेरे पक्षियों के लिए छत पर दाना और पानी रखना गुड्डू की मम्मी का रोज का नियम था । तरह-तरह के पक्षी छत पर आते और दाना चुगते थे । उनकी आवाज से गुड्डू की नींद खुल जाती ।

चींचू बन गया दोस्त

1 min

मेरा भारत मेरी शान

दुनिया की किसी भी चीज से बड़ी होती है देश की आन-बान-शान । देश है तो हम हैं । हम सब चैन की नींद सो सकते हैं, क्योंकि देश के वीर सैनिक जागते हैं । सैनिकों को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है? कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब किसी सैनिक से बेहतर कोई नहीं दे सकता । इन सवालों के जवाब हमने पूछे भारतीय वायुसेना के जनसंपर्क अधिकारी ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी से । आओ जानें, इस बारे में उन्होंने क्या बताया ।

मेरा भारत मेरी शान

1 min

जाड़े की बारिश

टप-टप टिप-टिपपानी बरसा,इस बार मगरजाड़े में बरसा ।

जाड़े की बारिश

1 min

टेक्नो अंकल से पूछो

मुझे अपने एंड्रॉयड टैब पर बैकग्राउंड थीम लगाने का बहुत शौक है । क्या मैं एंड्रॉयड में वीडियो को वॉलपेपर बना सकती, हूं । अगर हां तो कैसे?-आरती अरोड़ा, चंडीगढ़

टेक्नो अंकल से पूछो

1 min

बर्फगाड़ी

बहुत दिन हुए डेनमार्क में एक धनी जमींदार रहता था । उसकी एक बेटी थी । वह बहुत सुंदर थी । परंतु वह हर समय उदास रहती थी । उसे कभी किसी ने मुसकराते हुए नहीं देखा था । वह घंटों कमरे में अकेली बैठी रहती थी ।

बर्फगाड़ी

1 min

2020 के लिए हुई थीं मजेदार भविष्यवाणियां

नया साल आएगा, तो कई नई उम्मीदें भी लगाई जाएंगी । आने वाले वक्त से हम सब कुछ ना कुछ उम्मीद लगाते हैं । आज से 40-50 साल पहले भी इस आने वाले साल यानी 2020 के लिए कई बातें कही गई थीं । अगर आज उन बातों के बारे में जानोगे, तो तुम हंसे बिना नहीं रहोगे । आओ तुम्हें बताएं ऐसी ही कुछ मजेदार भविष्यवाणियां

2020 के लिए हुई थीं मजेदार भविष्यवाणियां

1 min

चिड़ियों का मोहल्ला

शेखू और अन्नू के एग्जाम हो चुके थे । स्कूल में कुछ दिन की छुट्टियां हो गईं । छुट्टियों के बाद परिणाम निकलना था । उनकी मम्मी ने दोनों को बुलाया और कहा, “ कल से रोज सुबह और शाम हम तीनों घूमने जाया करेंगे ।

चिड़ियों का मोहल्ला

1 min

जरा बताओ तो...

1. भारत के वायु सेनाध्यक्ष का नाम बताओ?क. बी. एस. धनोआ, ख. हरिजीत सिंह अरोड़ा, ग.राकेश कुमार सिंह भदौरिया, घ. अजीत सिंह

जरा बताओ तो...

1 min

चक्रम बना जंबू

सूंदर वन में चक्रम नामक हाथी कपड़े का बहुत बड़ा व्यापारी था । उसे सब चक्रम सेठ के नाम से जानते थे । उसकी कपड़ों की बहुत बड़ी दुकान थी, जहां हर प्रकार के कपड़े मिलते थे । चंपक वन ही नहीं, पड़ोसी वनों के जानवर भी वहीं कपड़े खरीदने आते थे ।

चक्रम बना जंबू

1 min

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Nandan Magazine Description:

PublisherHT Digital Streams Ltd.

CategoryChildren

LanguageHindi

FrequencyMonthly

Nandan, HT Media’s monthly Children Magazine is more than 47 years old brand. The magazine was started in November 1964 in the memory of Pandit Jawahar Lal Nehru, with its first issue being dedicated to the late Prime Minister. Over the years it has developed a strong bond with its readers and is extremely popular among children and their families in India and abroad. Taking an edge over other children magazines, Nandan provides a mix of traditional and modern stories, poems, interactive columns, interesting facts and many educative columns, leading to wholesome development of our children. It keeps our children abreast with our cultural ethos, exposes them to latest happenings in and around world and engages them into numerous fun activities, shaping their mind and behavior in a positive way.

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