Nandan - February 2020
Nandan - February 2020
انطلق بلا حدود مع Magzter GOLD
اقرأ Nandan بالإضافة إلى 9,000+ المجلات والصحف الأخرى باشتراك واحد فقط عرض الكتالوج
1 شهر $9.99
1 سنة$99.99 $49.99
$4/ شهر
اشترك فقط في Nandan
شراء هذه القضية $0.99
Subscription plans are currently unavailable for this magazine. If you are a Magzter GOLD user, you can read all the back issues with your subscription. If you are not a Magzter GOLD user, you can purchase the back issues and read them.
في هذه القضية
Nandan, HT Media’s monthly Children Magazine is more than 47 years old brand. The magazine was started in November 1964 in the memory of Pandit Jawahar Lal Nehru, with its first issue being dedicated to the late Prime Minister. Over the years it has developed a strong bond with its readers and is extremely popular among children and their families in India and abroad. Taking an edge over other children magazines, Nandan provides a mix of traditional and modern stories, poems, interactive columns, interesting facts and many educative columns, leading to wholesome development of our children. It keeps our children abreast with our cultural ethos, exposes them to latest happenings in and around world and engages them into numerous fun activities, shaping their mind and behavior in a positive way.
फूल और पौधे भी करते हैं बातें
क्या तुम्हें पता है कि इनसानों की तरह पेड़-पौधे भी आपस में बातें करते हैं! वे हमारी बात समझ सकते हैं। पेड़-पौधों को संगीत सुनना भी पसंद है। पेड़ फूलों के माध्यम से बातचीत करते हैं। आओ, पेड़- पौधों के बीच होने वाली मजेदार बातों के बारे में जानें।
1 min
सामने वाला घर
जब सामने वाले खाली घर में सामान से भरा ट्रक आकर रुक तो पूर्वा और पूशन को ऐसा लगा, जैसे उनके घर में चोर आ गए लगभग दो सालों से सामने वाला घर खाली था। घर के बाहर बहु बड़ा लॉन था और वहां तरह-तरह के पेड़ थे।
1 min
हरी-भरी दुनिया की सैर
जैसे हम इनसानों की बस्ती में कई तरह के लोग रहते हैं । वैसे ही एक पेड़ कई तरह के जीव जंतुओं का घर होता है । इसीलिए इन पेड़ों में शाम ढले जीव जंतुओं का पूरा एक मोहल्ला मिलेगा तुम्हें । आओ चलें इस मोहल्ले की सैर पर ।
1 min
डुगडुगी, छड़ी और मंतर
एक जंगल में रहता था एक बंदर । मस्त कलंदर । सारा दिन बंदरपन करता फिरता । कभी सोते भालुओं के कान में चीखकर उन्हें डराता तो कभी डाल हिलाकर पक्षियों को उड़ाकर खिलखिलाता । अपनी शैतानियों से सबको हंसाता, सबको रुलाता ।
1 min
किसान के दोस्त
एक था किसान । उसके घर के पीछे काफी जमीन थी। उस पर पीपल, नीम, आम और जामुन के चार पेड़ लगे थे। किसान के बच्चे आम के पेड़ से मीठे-मीठे आम खाते। उसकी डालों परझूला झूलते। जामुन के पेड़ से बच्चे रोज जामुन भी खाते।
1 min
सर्दी में रंग बदलती प्रकृति
वसंत ऋतु के आते ही धरती पर जैसे रंग-बिरंगे फूलों की चादर सी बिछने लगती है। महकते फूल हर किसी को अपनी ओर खींच लेते हैं। आओ जानें कि फूलों की इस मनमोहक दुनिया का क्या है जादू।
1 min
टेक्नो अंकल से पूछो
मैंने किसी टैब और फोन में देखा है कि डिवाइस लॉक होने के बाद कुछ मैसेज फ्लैश होता रहता है । यह कैसे आता है और इसकी क्या जरूरत है?
1 min
साधु ने कहा
'चंद्रनगर के विक्रमसिंह पराक्रमी एवं उदार दिल वाले राजा थे। उनका राज्य चंद्रनगर धरती पर स्वर्ग जैसा था। प्रजा बहुत सुखी थी। किसी को कोई भी अभाव न था।
1 min
Nandan Magazine Description:
الناشر: HT Digital Streams Ltd.
فئة: Children
لغة: Hindi
تكرار: Monthly
Nandan, HT Media’s monthly Children Magazine is more than 47 years old brand. The magazine was started in November 1964 in the memory of Pandit Jawahar Lal Nehru, with its first issue being dedicated to the late Prime Minister. Over the years it has developed a strong bond with its readers and is extremely popular among children and their families in India and abroad. Taking an edge over other children magazines, Nandan provides a mix of traditional and modern stories, poems, interactive columns, interesting facts and many educative columns, leading to wholesome development of our children. It keeps our children abreast with our cultural ethos, exposes them to latest happenings in and around world and engages them into numerous fun activities, shaping their mind and behavior in a positive way.
- إلغاء في أي وقت [ لا التزامات ]
- رقمي فقط