Kendra Bharati - केन्द्र भारती - December 2021Add to Favorites

Kendra Bharati - केन्द्र भारती - December 2021Add to Favorites

انطلق بلا حدود مع Magzter GOLD

اقرأ Kendra Bharati - केन्द्र भारती بالإضافة إلى 9,000+ المجلات والصحف الأخرى باشتراك واحد فقط  عرض الكتالوج

1 شهر $9.99

1 سنة$99.99 $49.99

$4/ شهر

يحفظ 50%
عجل! العرض ينتهي في 7 Days
(OR)

اشترك فقط في Kendra Bharati - केन्द्र भारती

شراء هذه القضية $0.99

Subscription plans are currently unavailable for this magazine. If you are a Magzter GOLD user, you can read all the back issues with your subscription. If you are not a Magzter GOLD user, you can purchase the back issues and read them.

هدية Kendra Bharati - केन्द्र भारती

في هذه القضية

Special Kendra Samachar issue highlights of Vivekananda Kendra's activities throughout the year.

युध्यस्व विगतज्वर:

१६ महीनों से अधिक समय बीत चुका है पर अभी भी हम कोविड-१६ का सतर्कता से सामना कर रहे हैं। 'सतर्कता से सामना' हम बोल रहे हैं परन्तु वास्तव में इसने हम में से अनेकों को अपने घरों में ही रखा है। यद्यपि दूसरी लहर की उग्रता कम हुई है परन्तु कोविड-१ का अन्त अभी भी दृष्टिगोचर नहीं हो रहा है। उसके कारण उभरी हुई परिस्थिति के साथ अपनी लड़ाई तथा शारीरिक, मानसिक, भावनिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक स्तरों पर उसका सामना करना भी जारी है। परन्तु यह लड़ाई हमें लड़नी ही है। यह ऐसी लड़ाई है कि जिसमें हमें पराजित नहीं होना है। हमें इसमें जीतना ही है। अन्तिम परिणाम निश्चित हो चुका है और वह है सम्पूर्ण विजय। परन्तु यह लड़ाई मृत्यु, बीमारी अथवा असुरक्षा के भय से या वर्तमान परिस्थिति का लाभ उठाने की लालच से या फिर इस परिस्थिति को पुराने विरोधियों से प्रतिशोध लेने का अवसर समझना इस प्रकार की क्षुद्र मानसिकता से नहीं लड़ी जा सकती।

युध्यस्व विगतज्वर:

1 min

योग शास्त्र संगमम्

योग पर एक सम्मेलन

योग शास्त्र संगमम्

1 min

विवेकानन्द केन्द्र- प्राकृतिक संसाधन विकास परियोजना

नीति आयोग ने विवेकानन्द केन्द्र नारडेप को १७ विषयगत क्षेत्रों में से एक में हस्तांतरण- के सदस्य के रूप में नामित किया।

विवेकानन्द केन्द्र- प्राकृतिक संसाधन विकास परियोजना

1 min

महामारी के दौरान विवेकानन्द केन्द्र द्वारा राहत कार्य की झलक

"अपने तन, मन एवं वाणी को "जगदिहताय" अर्पित करो। तुमने पढ़ा है - मातृदेवो भव, पितृदेवो भव- अपनी माता को ईश्वर समझो, अपने पिता को ईश्वर रामझो। परन्तु मैं कहता हूँ दरिद्रदेवो भव मूर्खदेवो भव गरीब, निरक्षर, गूर्ख और दुःखी - इन्हीं को अपना ईश्वर गानो। इनकी सेवा करना ही परम धर्म समझो।" -स्वागी विवेकानन्द

महामारी के दौरान विवेकानन्द केन्द्र द्वारा राहत कार्य की झलक

1 min

قراءة كل الأخبار من Kendra Bharati - केन्द्र भारती

Kendra Bharati - केन्द्र भारती Magazine Description:

الناشرVivekananda Kendra

فئةReligious & Spiritual

لغةHindi

تكرارMonthly

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की सांस्कृतिक मासिक हिन्दी पत्रिका "केन्द्र भारती"

  • cancel anytime إلغاء في أي وقت [ لا التزامات ]
  • digital only رقمي فقط