क्या भारी वस्तुएँ हल्की वस्तुओं की तुलना में तेज़ी-से गिरती हैं?
Shaikshanik Sandarbh|January - February 2020
हमारे दैनिक अनुभव से हम देखते हैं कि भारी वस्तुएँ हल्की वस्तुओं की तुलना में तेज़ी-से गिरती हैं। एक नोटबुक और उसी नोटबुक से लिए गए एक पेपर के टुकड़े को एक ही ऊँचाई से गिराते हैं तो नोटबुक बहुत तेज़ी-से गिरती है। लम्बे समय तक यह माना जाता था कि गिरने वाली वस्तु की गति उसके द्रव्यमान पर निर्भर करती है।
सौरव शोम
क्या भारी वस्तुएँ हल्की वस्तुओं की तुलना में तेज़ी-से गिरती हैं?

सोलहवीं शताब्दी के दौरान गैलीलियो और कई अन्य लोगों ने इस विश्वास पर सवाल उठाया। दिलचस्प बात यह है कि 'भारी वस्तु तेज़ी-से गिरती है' यह विचार आज भी हम में किसी-न-किसी रूप में मौजूद है।

هذه القصة مأخوذة من طبعة January - February 2020 من Shaikshanik Sandarbh.

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