इसाई रहस्यमय परंपरा में गुरू और शिष्य
Rishimukh Hindi|July 2020
जो आत्मा बिना गुरु के अकेली है उसका गुण अकेले जलते हुए कोयले के समान होता है। वह गर्म होने की बजाय ठंडा होता रहता है।जो आत्मा बिना गुरु के आती है वह धरतीपर अकेले ही रहती है और उस आत्मा का महत्व कम हो जाता है। क्योंकि वह अकेले केवल स्वयं पर भरोसा करता है।
सेंट जॉन ऑफ द क्रॉस
इसाई रहस्यमय परंपरा में गुरू और शिष्य

هذه القصة مأخوذة من طبعة July 2020 من Rishimukh Hindi.

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देवी की अनंत ज्योति
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धर्मशाला से करीब ५० किलोमीटर दूर हिमाचल के शिवालिक की गोद में ज्वाला जीष्कांगड़ा जगह उपस्थित है। ज्वाला जी या ज्वालामुखी ऐसे ही अनूठे स्थानों में से एक हैं, जहां आग की लपटें जलती हुई रहती है , कहा से यह ज्ञात नहीं है जिस समय से यह जाना जाता है । नौ लपटें जवरात्रिके नौ देवी के रूप को दर्शाती हैं। ये लपटें सदियों से जल रही हैं, बिना रोके एवम बिना किसी ईधन के -देवी की शाश्वत ज्वाला।

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October 2020
अन्नपूर्णा पूर्णता से पूर्णता की ओर
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एक बार कैलाश पर्वत पर पार्वती जी ने शिवजी को पासों का खेल खेलने के लिए आमंत्रित किया। जैसे एक पिता अपने बच्चे को खुश करने के लिए उसके साथ खेलता है, शिवजी मुस्कुराए और तैयार हो गए।

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क्या आप जानते है
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October 2020
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October 2020
नवरात्रि-अपने भीतर जाने के लिये ९-दिवसीय यात्रा
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नवरात्रि हमारी आत्मा को उन्नत करने के लिये मनाये जाते हैं। यह हमारी आत्मा ही है, जो सभी नकारात्मक गुणों (जड़ता, अभिमान, जुनून, राग, द्वेष आदि) को नष्ट कर सकती है। नवरात्रि के दौरान भीतर की ओर मुड़कर और आत्मा से जुड़कर, हम इन नकारात्मक प्रवृत्तियों को दूर कर सकते हैं और हमारे भीतर मौजूद सकारात्मक गुणों का आह्वान कर सकते हैं । इस प्रकार, हम उन्नत और पांतरित अनुभव कर सकते हैं।

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October 2020
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ब्रह्मांड चेतना की एक शानदार अभिव्यक्ति है। यहां जो कुछ भी आप देख रहे हैं, वह और कुछ नहीं है, बल्कि चेतना की अपनी संपूर्ण कांति के साथ अभिव्यक्ति है। अपनेपन का बोध, जिस की अनुभूति हर वस्तु और हर जीव को होती है, कुछ और नहीं बल्कि उस ‘संपूर्ण' का एक भाग है। गीता इसी से शुरू होती है ...

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October 2020
व्रत का विज्ञान
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लोग व्रत क्यों रखते हैं? इसे धर्म में क्यों रखा गया है क्या यह तप है या क्या इसके कुछ लाभ हैं ?

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October 2020
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September 2020
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