पानी में विषैले पदार्थों का पता लगाने के लिए नई तकनीक
Modern Kheti - Hindi|December 15, 2023
पानी में कई तरह के रसायन हो सकते हैं जो किसी भी जीव के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जिनमें से प्रति और पॉलीफ्लोरोएल्काइल पदार्थ (पीएफएएस), अत्याधिक फ्लोराइड युक्त पदार्थों का एक वर्ग है, जो लोगों और पर्यावरण के लिए खतरा पैदा करता है। इस वर्ग के विशेष रूप से खतरनाक केमिकल, जैसे कि पेरफ्लूरूक्टेन सल्फोनेट (पीएफओएस) और पेरफ्लूरूक्टैनोइक एसिड (पीएफओए) से अंगों को नुकसान और कैंसर की बीमारी हो सकती हैं, साथ ही ये अंत: स्रावी तंत्र के काम को रोक सकते हैं।
पानी में विषैले पदार्थों का पता लगाने के लिए नई तकनीक

जर्नल एंजवेन्टे केमी में, शोधकर्ताओं ने अब पानी के नमूनों में पीएफएएस के परीक्षण के लिए एक किफायती, उपयोग में आसान कैंसर विकसित किया है। 

प्रति और पॉलीफ्लोरोएल्काइल पदार्थ (पीएफएएस) शब्द कार्बनिक यौगिकों का एक समूह है जिसमें कार्बन परमाणुओं से जुड़े अधिकांश या सभी हाइड्रोजन परमाणुओं को फ्लोरीन परमाणुओं से बदल दिया गया है। इनका उपयोग विभिन्न प्रकार के उत्पादों, जैसे नॉनस्टिक पैन, कपड़े और पैकेजिंग, तेल प्रतिरोध प्रदान करने के लिए किया जाता है।

वे आग को बुझाने वाले फोम, पेंट और कार पॉलिश में भी पाए जा सकते हैं। ये यौगिक अत्याधिक उपयोगी होते हैं साथ ही अत्याधिक खतरनाक भी होते हैं। जब वे पर्यावरण में अपना रास्ता खोज लेते हैं, वे टूटते नहीं हैं और इस प्रकार पौधों, जानवरों और लोगों में पहुंच जाते हैं।

هذه القصة مأخوذة من طبعة December 15, 2023 من Modern Kheti - Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة December 15, 2023 من Modern Kheti - Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من MODERN KHETI - HINDI مشاهدة الكل
मृदा में नमी की जांच और फायदे
Modern Kheti - Hindi

मृदा में नमी की जांच और फायदे

नरेंद्र कुमार, संदीप कुमार आंतिल2, सुनील कुमार। और हरदीप कलकल 1 1 कृषि विज्ञान केंद्र सिरसा, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय 2 कृषि विज्ञान केंद्र, सोनीपत, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय

time-read
3 mins  |
15th November 2024
निस्तारण की व्यावहारिक योजना पर हो अमल
Modern Kheti - Hindi

निस्तारण की व्यावहारिक योजना पर हो अमल

पराली जलाने से हुए प्रदूषण से निपटने के दावे हर साल किए जाते हैं, लेकिन आज तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल सका है। यह समस्या हर साल और विकराल होती चली जा रही है।

time-read
3 mins  |
15th November 2024
खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए कारगर है कृषि वानिकी
Modern Kheti - Hindi

खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए कारगर है कृषि वानिकी

जैसे-जैसे विश्व की आबादी बढ़ती जा रही है, लोगों की खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने की चुनौती भी बढ़ रही है।

time-read
2 mins  |
15th November 2024
बढ़ा बजट उबारेगा कृषि को संकट से
Modern Kheti - Hindi

बढ़ा बजट उबारेगा कृषि को संकट से

साल था 1996 चुनाव परिणाम घोषित हो चुके थे और अटल बिहारी वाजपेयी को निर्वाचित प्रधानमंत्री के रुप में घोषित किया जा चुका था।

time-read
4 mins  |
15th November 2024
घट नहीं रही है भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि की 'प्रधानता'
Modern Kheti - Hindi

घट नहीं रही है भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि की 'प्रधानता'

भारतीय अर्थव्यवस्था में एक विरोधाभास पैदा हो गया है। तेज आर्थिक विकास दर के फायदे कुछ लोगों तक सीमित हो गए हैं जबकि देश की आबादी का बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है।

time-read
4 mins  |
15th November 2024
कृषि विकास का राह सहकारिता
Modern Kheti - Hindi

कृषि विकास का राह सहकारिता

भारत को 2028 तक पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का इरादा है और इसमें जिन तत्वों और सैक्टर के योगदान की जरुरत पड़ेगी, उनमें एक है सहकारिता क्षेत्र।

time-read
3 mins  |
15th November 2024
मधुमक्खियां भी हो रही हैं प्रभावित हवा प्रदूषण से
Modern Kheti - Hindi

मधुमक्खियां भी हो रही हैं प्रभावित हवा प्रदूषण से

सर्दियों का मौसम आते ही देश के कई हिस्से प्रदूषण की आगोश में समा गए हैं, खासकर देश की राजधानी दिल्ली जहां सांसों का आपातकाल लगा हुआ है।

time-read
3 mins  |
15th November 2024
ज्वार की रोग एवं कीट प्रतिरोधी नई किस्म विकसित
Modern Kheti - Hindi

ज्वार की रोग एवं कीट प्रतिरोधी नई किस्म विकसित

भारत श्री अन्न या मोटे अनाज का प्रमुख उत्पादक है और निर्यात के मामले में भी हमारा देश दूसरे पायदान पर है।

time-read
2 mins  |
15th November 2024
खरपतवारों के कारण होता है फसली नुकसान
Modern Kheti - Hindi

खरपतवारों के कारण होता है फसली नुकसान

खरपतवार प्रबंधन पर एक संयुक्त अध्ययन में खुलासा हुआ है कि हर साल भारत में फसल उत्पादन में करीब 192,202 करोड़ रुपये का नुकसान खरपतवारों के कारण होता है।

time-read
2 mins  |
15th November 2024
जलवायु परिवर्तन बनाम कृषि विकास...
Modern Kheti - Hindi

जलवायु परिवर्तन बनाम कृषि विकास...

कृषि और प्राकृतिक स्रोतों पर आधारित उद्यम न केवल भारत बल्कि ज्यादातर विकासशील देशों की आर्थिक उन्नति का आधार हैं। कृषि क्षेत्र और इसमें शामिल खेत फसल, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, पॉल्ट्री संयुक्त राष्ट्र के दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों खासकर शून्य भूखमरी, पोषण और जलवायु कार्रवाई तथा अन्य से जुड़े हुए हैं।

time-read
4 mins  |
15th November 2024