कद्दूवर्गीय व बेल वाली सब्जियों की प्रमुख बीमारियां तथा उनका नियंत्रण
Modern Kheti - Hindi|1st June 2024
कद्दूवर्गीय सब्जियों में अन्य सब्जियों की तुलना में कम कैलोरी व आसानी से पचने वाली होती हैं। इस कारण से ये सब्जियां संतुलित आहार एवं स्वास्थ के लिए भोजन में विशेष योगदान प्रदान करती हैं।
आर. एस. चौहान, गजेन्द्र सिंह, नरेन्द्र सिंह एवं प्रशांत चौहान
कद्दूवर्गीय व बेल वाली सब्जियों की प्रमुख बीमारियां तथा उनका नियंत्रण

इनका उपयोग कच्ची सलाद, पका कर सब्जी के रूप में, मीठा बनाने में तथा अचार आदि के रूप में किया जाता है। इनमें विटामिन अमीनो अम्ल व खनिज लवण पाये जाते हैं, जो बीमारियों के प्रति शरीर को प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करते हैं। साथ ही साथ ये सब्जियां किसानों के लिए आमदनी का साधन भी हैं।

हरियाणा व पंजाब में कद्दूवर्गीय (कुकुरबीट्स) सब्जियों का महत्वपूर्ण योगदान है। इन राज्यों में घीया, करेला, तर ककड़ी, कद्दू-पेठा, तोरी, चप्पन कद्दू, टिंडा, खीरा, तरबूज, खरबूजा इत्यादि प्रमुख रूप से उगाई जाती हैं। इन सब्जियों के उत्पादन तथा गुणवत्ता को अनेक प्रकार के कारक प्रभावित करते हैं। इन कारकों में से एक प्रमुख कारक इनमें लगने वाली विभिन्न बीमारियां हैं जो मुख्य रूप से फफूंदी जनित हैं। इन बीमारियों की सही समय पर सही पहचान करके उचित रोकथाम करके फसल का अधिकतम उत्पादन लिया जा सकता है। इन फसलों की मुख्य मुख्य बीमारियों के लक्षण तथा रोकथाम के तरीके इस प्रकार हैं:

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भूमि सुधार के लिए प्रयासों की आवश्यकता...
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\"यदि पृथ्वी बीमार है तो यह लगभग निश्चित है तो हमारा जीवन भी बीमार है। यदि हम मनुष्य के अच्छे जीवन व स्वास्थ्य की कामना करते हैं तो यह बहुत आवश्यक है कि भूमि के स्वास्थ्य को ठीक करना भी बहुत आवश्यक है, मॉडर्न तकनीकों ने भूमि के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाला है। इस पृथ्वी पर जैसा भी जीवन है यद्यपि स्वस्थ है या अस्वस्थ है यह भूमि की उपजाऊ शक्ति/अर्थात भूमि के स्वास्थ्य पर ही निर्भर करता है क्योंकि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर भोजन पदार्थ धरती में से ही आ रहे हैं। प्रसिद्ध विज्ञानी कारले इस लक्ष्य पर पहुंचा कि कैमिकल फर्टीलाइज़र भूमि के स्वास्थ्य को रासायनिक खादें सुरक्षित नहीं रख सकते। यह रसायन भोजन अथवा भूमि में स्थिर हो जाते हैं सिर्फ कार्बनिक पदार्थ ही भूमि के स्वास्थ्य को बरकरार रख सकते हैं।\"

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वैज्ञानिक विधि से भिंडी उत्पादन की उन्नत खेती
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