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ఏకత్వాన్ని దర్శించే మార్గం!
వేదాంత భావాలు విశ్వమంతటా ప్రచారం కావాలి! అవి అడవులనుండి, గుహలనుండి వెలువడి గురువులకు, విద్యార్థులకు, సంపన్నుడికీ, దరిద్రుడికీ, చివరికి పామరుడికి సైతం అందుబాటులోకి రావాలి.
ప్రతిమ పరమాత్ముని ప్రతీక
మన భారతీయ అధ్యాత్మవిద్య నిత్యజీవితంతో ముడిపడి ఉంది. దైనందిన జీవితంలో మనం ఆచరించే గృహకృత్యాలతో పాటు విద్య, కళలు, కావ్యశాస్త్రాల అభ్యాసం వంటి ప్రతి పనిలోనూ ఆధ్యాత్మికత అంతర్లీనంగా సాగుతూ ఉంటుంది
మహాభారతం పంచమవేదమా?
విక్రమార్కుడు వదల మళ్ళీ చెట్టు వద్దకు వెళ్ళాడు. ఆ మానుపై ఉన్న శవాన్ని భుజంపై వేసుకొని మెల్లగా శ్మశానం వైపు నడవసాగాడు.
भारतीय विदेश नीति का उत्कृष्ट एवं स्वर्णिम दौर
१६-२० नवम्बर, २०२२ को भारत में तीसरे दो दिवसीय \"नो मनी फॉर टेरर\" के मंत्रि परिषदीय सम्मलेन हुआ जिसमें ७५ देशों के ४५० प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
महानायक बाबा साहेब आम्बेडकर का व्यक्तित्व
बाबा साहेब के व्यक्तित्व पर दिखायी देता है बचपन में मिले धार्मिक संस्कारों का प्रभाव भारत-भूमि की विशेषता है कि उसे समयानुकूल राजनीतिक, बौद्धिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक नेतृत्व प्राप्त होता रहा है।
मंगला तीर्थम का पुनरुद्धार
नमामि रामेश्वरम् - ३
जलियाँवाला बाग हत्याकांड
एक समय था जब भारत को उसकी समृद्धि और सम्पन्नता के कारण उसे सोने की चिड़िया कहा जाता था।
कड़वा मुँह मीठी बातें
सौजन्य हांफता हांफता भागा चला जा रहा था। सुमति ने उसे टोका- \"कहाँ भागे जा रहे हो दोस्त? जैसे तुम्हारी ट्रेन ही छूटी जा रही हो। इतनी भी क्या जल्दी है?\"
आखिर बाघ को सजा क्यों?
बच्चों की कहानी
काली की संगिनी
माँ की मधुर स्मृतियाँ-३
रावण से हुआ सामना
श्री हनुमत कथा
कपटी बन्दर
बच्चों की कहानी
क्रान्तिकारी विचारक लाला हंसराज
भारतीय स्वाधीनता संग्राम के विवरण में उन स्वाधीनता सेनानियों का वर्णन न के बराबर है।
श्रीराम की सामाजिक दृष्टि
प्रसंग चित्रकूट का है।
लाचित बरफुकन
स्थानिक विभूतियों की कथा- २२
चरित्र-गठन के लिए रामायण
चमकते तारे और सुस्मित सुमन-२६
कब और कितना प्रभावी है गुरुचाण्डाल योग?
जीवे सकेतौ यदि वा सराहौ चाण्डालता पापनिरीक्षिते चेत् ।
कुण्डली में गुरु-केतु के सम्बन्ध से होता है सर्वाधिक विकास
नवग्रहों के परिवार में केतु नौवाँ ग्रह है। यह यद्यपि राहु की तरह छाया ग्रह है, लेकिन इसके स्वतंत्र परिणाम भी अनुभव में आते हैं।
पुण्यपर्व अक्षया तृतीया शास्त्रीय और लौकिक महत्त्व
हमारे देश के पर्वों और उत्सवों में से कुछ तो ऋतु पर्व हैं, जिनमें नई फसल पकने का आमोदप्रमोद और ऋतु परिवर्तन का उल्लास रचा-बसा होता है।
गुरु-चाण्डाल योग की व्याख्या
गुरु-चाण्डाल योग में विच्छेदात्मक पापग्रह राहु गुरु के नैसर्गिक कारकत्व और शुभ फलों को नष्ट-भ्रष्ट कर देता है।
शंकर के अंशावतार आदि गुरु शंकराचार्य
आद्यगुरु श्री शंकराचार्य जयन्ती (25 अप्रैल, 2023) पर विशेष
शुक्र और शनि के फल
कैसे करें सटीक फलादेश (भाग-189) कुम्भ लग्न के अष्टम भाव में स्थित
श्रीगुरुगीता (भाग-18)
सद्गुरु के निवास से न केवल वह आश्रम या पीठ ही शुद्ध या पवित्र होती है, वरन् वह सम्पूर्ण प्रदेश भी पवित्र और ऊर्जावान् बन जाता है।
சனிப் பெயர்ச்சி என்ன செய்யும்? நாம் என்ன செய்ய வேண்டும்?
29.03.2023 அன்று சனிப்பெயர்ச்சி. இரண்டரை ஆண்டுகளுக்கு ஒருமுறை சனி ராசி மாறுவார். அந்த அடிப்படையில் வாக்கிய பஞ்சாங்கப்படி 29.03.2023 சனிப் பெயர்ச்சி நடந்து இருக்கிறது.
அழகன் முருகனின் அருட் கருணையை அள்ளித் தரும் பங்குனி உத்திரம்
பங்குனி மாதம் முருகப் பெருமானுக்கு உரிய மாதம். இம்மாதத்தில் சிவத்தலங்களிலும், முருகப் பெருமான் தலங்களிலும், திருமால் தலங்களிலும் திருக்கல்யாண உற்சவங்கள் மிக விமர்சையாக நடைபெறும்.
பூனைமீது பவனி வரும் அம்பிகை
கொழுந்து விட்டு எரியும் பல சிதைகள். அவைகள் எழுப்பிய கருப்புப் புகை கருமேகம் போல எங்கும் ஊடுருவி, அந்தக் கதிரவனையே மறைத்துவிட்டிருந்தது.
छत्रपति शिवाजी सूर्य, शनि और गुरु ने बनाया मराठा सरताज
लग्नेश की लग्न पर दृष्टि तथा गुरु की भी लग्न पर दृष्टि होने से शिवाजी इतने बलिष्ठ तथा पराक्रमी देह वाले और प्रसिद्ध थे। षष्ठेश एवं सप्तमेश शनि के तृतीय भाव में उच्च का होने के कारण शिवाजी ने सभी शत्रुओं का दमन किया। तृतीयेश शुक्र की अपने भाव पर दृष्टि से वे महान् पराक्रमी हुए।
भगवान् विष्णु के आवेशावतार भगवान् परशुराम
सप्तम भाव में सूर्य भी उच्च राशिगत होकर स्थित है। इस प्रकार चारों ही केन्द्र भाव में उच्चस्थ ग्रह हैं। इस ग्रह स्थिति के फलस्वरूप परशुराम जी की जन्मपत्रिका में कमल नामक श्रेष्ठ योग निर्मित हो रहा है। इन ग्रहों की श्रेष्ठ परिस्थिति के कारण ही परशुराम जी इतने पराक्रमी एवं बलशाली हुए। इन्हीं ग्रह स्थितियों के फलस्वरूप उन्होंने 21 बार पृथ्वी को क्षत्रिय विहीन कर दिया था।
कुण्डली का प्रत्येक भाव कुछ बोलता है
यह स्थान व्यापार और कर्म से जो लाभ होता है, उससे सम्बन्धित है। ठेकेदारी, बड़ा भाई, आभूषण, दामाद, बहू, लाभ, चोट, पिण्डली आदि का विचार किया जाता है।
और उस योगी ने मृत चिड़िया को जीवित कर दिया....
मन और मस्तिष्क की शक्ति अपरम्पार है। मन की गति अति तीव्र होती है; प्रकाश की गति से भी तीव्र।