राजधानी दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम से सटे नूंह जिले के तावडू थाने की पुलिस को 18 जुलाई, 2022 की रात में सूचना मिली थी कि पचगांव के पहाड़ी इलाके में अवैध खनन का काम चल रहा है. यह सूचना उसी वक्त डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को भी भेज दी गई थी.
बगैर समय गंवाए डीएसपी बिश्नोई ने छापेमारी के लिए टीम बनाई और अगले रोज 19 जुलाई की पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे अपनी टीम के साथ मेवात के पचगांव के पहाड़ी इलाके में जा पहुंचे. टीम में 2 पुलिसकर्मी, एक ड्राइवर और एक गनमैन था.
सूचना सही थी. इलाके में खनन का काम चल रहा था. पुलिस टीम को देख कर पहाड़ी के पास खड़े पत्थरों से भरे डंपर, उन के चालक और खनन में लगे लोग भागने लगे.
डीएसपी उन के वाहन रोकने के लिए आगे आए और अपनी गाड़ी डंपर से सटा दी और गाड़ी से उतर कर उन्होंने डंपर के ड्राइवर से उस के कागजात मांगे, लेकिन बेखौफ ड्राइवर ने डंपर के ब्रेक से एक पैर हटाया और दूसरे पैर से एक्सीलेटर को एक झटके में दबा दिया. पलक झपकते ही डंपर गति में आ गया, जिस से उस के बिलकुल पास खड़े डीएसपी वहीं गिर गए.
बेलगाम डंपर उन को रौंदता हुआ आगे निकल गया. यह सब इतनी जल्दी में हुआ कि डीएसपी खुद को नहीं संभाल पाए और डंपर के मोटे टायरों के नीचे आ गए. उन की गाड़ी में बैठे पुलिसकर्मी देखते रह गए और ड्राइवर डंपर ले कर भागने में सफल हो गया.
मौजूद पुलिसकर्मियों ने यह सूचना विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी. इस के बाद तो प्रदेश के पुलिस अधिकारियों के अलावा सैकड़ों पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए. अपने अधिकारी की दर्दनाक हत्या किए जाने पर सभी हैरान थे.
उस इलाके में पुलिस ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. तब तक यह खबर तेजी से पूरे प्रदेश से ले कर दिल्ली तक पहुंच गई. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत गृहमंत्री अनिल विज ने कड़ी काररवाई के आदेश दे दिए. उन्होंने कहा कि जितनी फोर्स लगानी पड़े, लगाई जाए खनन माफियाओं को नहीं बख्शा जाए. फरार डंपर चालक और खनन माफिया को गिरफ्तार करने के आदेश दिए.
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