घर से बाहर घर की तरह ही
Rupayan|May 02, 2023
बच्चों की छुट्टियां चल रही हैं। आपने उन्हें घुमाने का प्लान बनाया है। लेकिन क्या आपने कभी 'होम स्टे' को आजमाया है ? यह सुविधाजनक है और अगर किसी खूबसूरत पर्यटन स्थल के आस-पास आपका खुद का घर है तो आप भी दूसरों को 'होम स्टे' की सुविधाएं दे सकती हैं।
अलका 'सोनी'
घर से बाहर घर की तरह ही

रोजमर्रा की दिनचर्या से जब तन-मन थक जाता है, दिमाग बोझिल लगने लगता है, तब दिल करता है कि कहीं दूर घूमकर आया जाए। जहां शहरों की प्रदूषण युक्त हवा की जगह ठंडी हवाओं के झोंके मन को सहलाएं, पक्षियों की चहचहाहट कानों में मिठास घोले और थकान व ऊब कोसों दूर चली जाए। ये सब हमें प्रकृति की गोद में ही मिल सकता है। अपने देश में ऐसे अनेक पर्यटन स्थल हैं, जहां की हरियाली तन और मन को ताजगी से भर देती है। लेकिन इस प्राकृतिक सौंदर्य को लग्जरी होटलों में कैद होकर नहीं निहारा जा सकता। इसके लिए उस जगह जाना पड़ता है, वहां के लोगों के बीच, जिससे हमें वहां की बोलचाल, विशेषता, इतिहास और खान-पान के बारे में जानकारी और अनुभव प्राप्त होते हैं। यह तभी संभव है, जब वहां रुकने की समुचित व्यवस्था हो। इसके लिए एक बेहतरीन विकल्प है- 'होम स्टे', जो आजकल तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

यह पर्यटन का अनोखा अनुभव है, जो मुख्यतः अतिथि देवो भवः की धारणा पर काम करता है। इसमें कोई परिवार अपने घर के एक हिस्से को पर्यटकों के रुकने के लिए सुविधापूर्ण रूप से तैयार करता है। वहां पर्यटक बिना किसी शंका के रुकते हैं, पर्यटन का आनंद लेते हैं और घर पर बना भोजन खाते हैं। पिछले दो सालों से दार्जिलिंग के डाली में 'सुनाखारी' नामक होम स्टे चला रहे रोशन थापा बताते हैं, "इसको शुरू करने का इरादा बहुत पहले से था, लेकिन कोरोना के कारण थोड़ी देर हो गई। फिलहाल मैं अक्तूबर 2021 से होम स्टे चला रहा हूं।" उन्होंने अपने घर के ऊपरी हिस्से को, जिसमें तीन कमरे, कॉमन डाइनिंग एरिया और किचन है, होम स्टे के लिए दिया है। यहां वह पर्यटकों को घर पर बना भोजन मुहैया कराते हैं, साथ ही टीवी, वाई-फाई की सुविधा भी प्रदान करते हैं। उनके घर से बताशिया लूप दो किमी, टाइगर हिल सात किमी, घूम स्टेशन साढ़े तीन किमी और रॉक गार्डन कैब से 40 मिनट की दूरी पर है।

هذه القصة مأخوذة من طبعة May 02, 2023 من Rupayan.

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