खाते खाते खो नहीं जाएं
Rupayan|July 07, 2023
स्वाद पसंद है तो सेहत की चिंता किए बगैर आप खाती रहती हैं। किचन आपके हाथ में है तो वही पकता है, जो आपको पसंद है। लेकिन कभी आपने सोचा है, फिट रहने के लिए आपके शरीर को किस तरह का भोजन चाहिए?
सोनम लववंशी
खाते खाते खो नहीं जाएं

स्वाद किस दौर में पसंद नहीं किया गया, लेकिन इसका मतलब यह कभी नहीं रहा कि आपकी सेहत प्रभावित होती हो तो हो जाए। स्वाद के साथ हमेशा ही सेहत की जुगलबंदी रही और तभी घर के बने व्यंजन, अचार, मसाले- सब कुछ फिटनेस के लिए 'हेल्थ कैप्सूल' का काम करते रहे। लेकिन बीते कुछ सालों से जुबान पर स्वाद का रंग कुछ ऐसा चढ़ा है कि लोग, खासकर महिलाएं अपनी सेहत की कीमत पर भी उसको तरजीह दे रही हैं। हालात यह हैं कि फास्ट फूड किशोर उम्र में ही लड़के-लड़कियों को मोटापा दे रहा है, तो कहीं महिलाएं सोशल स्टेटस के चक्कर में डिब्बा-बंद चीजों का इस्तेमाल कर रही हैं। 

इसमें दो राय नहीं कि स्वाद ही किसी भोजन को खाने के लिए मजबूर करता है, लेकिन यह भी सच है कि जब रसोई आपके हाथों में है तो आप खुद ही पौष्टिक भोजन को स्वादिष्ट बना सकती हैं। हां, इसके लिए आपको सोशल स्टेटस के मिथ से बाहर निकलना होगा, लेकिन इससे आपके बढ़ते बच्चे को भी अपनी फिटनेस के लिए आर्टिफिशियल सप्लीमेंट्स की जरूरत नहीं पड़ेगी। आखिर आपको ही यह समझना होगा कि सही फिटनेस के लिए आपके शरीर को, बच्चे के शरीर को और पूरे परिवार को किस तरह के भोजन की जरूरत है।

ध्यान देने की बात है कि बीते कुछ सालों में युवाओं का फिटनेस के प्रति लगाव बढ़ा है। यह सही भी है और गलत भी। सही इसलिए कि सेहत के लिए यह जरूरी है और गलत इसलिए कि कुछ युवा अपने जीने के आधुनिक अंदाज का दिखावा करने लगे हैं। जल्द से जल्द खुद को फिट दिखाने और बॉडी बनाने के लिए ब्रांडेड प्रोटीन, पाउडर और कैप्सूल ले रहे हैं, जबकि जानकार कहते हैं कि इनसे बचना बेहद जरूरी है। ये सेहत पर बुरा असर डालते हैं। बेहतर है कि नेचुरल प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट लें और ज्यादा फैट वाली सामग्री से बच कर रहें। सेहत के जानकार पौष्टिक भोजन, दाल, सब्जियां और फल आदि खाने की सलाह देते हैं।

هذه القصة مأخوذة من طبعة July 07, 2023 من Rupayan.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة July 07, 2023 من Rupayan.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من RUPAYAN مشاهدة الكل
ढीला ढक्कन
Rupayan

ढीला ढक्कन

“ओफ्फो श्रेया, कुछ काम तो तसल्ली से कर लिया करो। पता नहीं क्यों, हर समय जल्दबाजी में रहती हो?”श्रेया ने आवाज सुन वहीं से जानना चाहा और बोली, “अब क्या हुआ शेखर? क्या कर दिया मैंने?”

time-read
2 mins  |
January 03, 2025
सर्दी के मौसम में अदरक का साथ
Rupayan

सर्दी के मौसम में अदरक का साथ

सर्दियों में अदरक का सेवन करने से शरीर को गरमी और ऊर्जा मिलती है, लेकिन इसका सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए?

time-read
2 mins  |
January 03, 2025
ये परदे कुछ खास हैं
Rupayan

ये परदे कुछ खास हैं

परदे घर की खूबसूरती को बढ़ाते हैं और कमरे में रंग, पैटर्न और टेक्सचर की छटा बिखेरते हैं। परदे बाहर से आने वाली गंदगी को घर में आने से भी रोकते हैं और कमरे में एकांत की भावना पैदा करते हैं। इसके साथ ही खूबसूरत परदों के इस्तेमाल से फर्नीचर की शोभा भी बढ़ जाती है। आजकल बाजार में कई डिजाइनों के खूबसूरत परदे आसानी से मिल जाते हैं, जिससे घर की खूबसूरती में चार-चांद लगाए जा सकते हैं।

time-read
2 mins  |
January 03, 2025
कहीं छोटा न रह जाए!
Rupayan

कहीं छोटा न रह जाए!

बच्चों की हाइट को लेकर कई माता-पिता परेशान रहते हैं, खासतौर से जिनकी हाइट उम्र के हिसाब से कम होती है। जानकार कहते हैं कि ऐसे में आत्मविश्वास को कमजोर न होने दें।

time-read
2 mins  |
January 03, 2025
जेन-जी का आकर्षक स्टाइल
Rupayan

जेन-जी का आकर्षक स्टाइल

जेन-जी के फैशन ट्रेंड्स ने सर्दियों के फैशन को एक नया आयाम दिया है। उसकी स्टाइलिंग में एक ऐसा कॉन्फिडेंस और इनोवेशन है, जो उसे भीड़ में भी सबसे खास दिखाता है।

time-read
4 mins  |
January 03, 2025
क्या फट गई हैं एड़ियां?
Rupayan

क्या फट गई हैं एड़ियां?

सर्दियों में कई महिलाओं की एड़ियां फटने लगती हैं। कभी-कभी तो यह समस्या इतनी विकराल हो जाती है कि एड़ियों खून तक आने लगता है। ऐसे आप क्या करती हैं?

time-read
2 mins  |
January 03, 2025
नए साल में खिलें फूल की तरह!
Rupayan

नए साल में खिलें फूल की तरह!

दिन बदले। साल बदल गए। खुद को कितना बदला आपने? खुद को कितना 'नया' बनाया आपने? समय-समय पर सकारात्मक बदलाव जरूरी हैं, तभी जिंदगी में कुछ नया होता है।

time-read
6 mins  |
January 03, 2025
सपनों की स्टीयरिंग
Rupayan

सपनों की स्टीयरिंग

उस वक्त रोजगार की कोई खास समस्या नहीं थी। समस्या थी तो बस पिता के पास बैठ अपने सपने की बात करना।

time-read
2 mins  |
December 27, 2024
पावभाजी मखनी
Rupayan

पावभाजी मखनी

स्वाद बैंक-पावभाजी मखनी

time-read
1 min  |
December 27, 2024
तंदूरी प्याज कुलचा
Rupayan

तंदूरी प्याज कुलचा

स्वाद बैंक-तंदूरी प्याज कुलचा

time-read
1 min  |
December 27, 2024