बेहतर जीवन जीने के लिए तन और मन को करें रीसेट
Samay Patrika|October 2023
यह पुस्तक हमें सकारात्मक और खुशमिज़ाज़ इंसान बनने की ओर भी प्रेरित करती है। इसके लिए लेखिका नज़रिया बदलने की बात करती हैं। किस तरह से रोजमर्रा के जीवन को कम संघर्षपूर्ण और आनंद से भरपूर बनाया जा सकता है, इसपर भी उन्होंने अच्छी सलाह दी है...
बेहतर जीवन जीने के लिए तन और मन को करें रीसेट

जीवन को बेहतर तरीके से जीने और आनंदमय करने के लिए लोग प्रायः तरह-तरह के उपाय करते हैं। कई बार ज़िंदगी बदलने के उनके प्रयास सफल हो जाते हैं, कभी वे तमाम ज़िंदगी उनमें उलझे रहते हैं। विश्वविख्यात योगगुरु और आध्यात्मिक पथ-प्रदर्शक डॉ. हंसाजी योगेन्द्र की पुस्तक '7 सूत्र: बेहतर जीवन जीने के लिए तन और मन को करें रीसेट' जीवन के सात अलग-अलग आयामों पर चर्चा करती है तथा उन्हें रीसेट किए जाने की जरुरत पर बल देती है। इस पुस्तक का हिंदी अनुवाद किया है प्रभात रंजन ने।

पुस्तक में सात आयामों-नज़रिया, भावना, सामाजिक जीवन, कामकाजी जीवन, नींद, भोजन और व्यायाम के बारे में हंसाजी कहती हैं कि जीवन की ज्यादातर समस्यायें तब प्रारंभ होती हैं, जब इन सात आयामों से बाकी की कीमत पर किसी एक आयाम पर अधिक ध्यान देने लगते हैं। अधिक काम अनिद्रा आदि को जन्म देता है। साथ ही तनाव की समस्या भी पैदा हो जाती है। यह जीवन को असंतुलित कर देता है। इसका प्रभाव हमारे शरीर पर दिखाई देता है। पुस्तक बार-बार इस बार पर जोर देती है कि शरीर की आवश्यकताओं को किसी भी कीमत पर नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए।

هذه القصة مأخوذة من طبعة October 2023 من Samay Patrika.

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