![पैदल चलिए बुढ़ापे से बचिए पैदल चलिए बुढ़ापे से बचिए](https://cdn.magzter.com/Sadhana Path/1678172124/articles/kS_oXad-G1678364867298/1678365085902.jpg)
उसे अरब के प्रख्यात फकीर अल्लामा इशा से इलाज कराने की सलाह दी गई सरदार ने उन्हें बुलवाने के लिए गुमाश्तों को भेजा गुमाश्तों ने देखा कि अल्लामा ऊंट चरा रहे थे उन्हें सरदार का संदेशा दिया। अल्लामा ने उत्तर दिया, ‘मैं किसी के घर नहीं जाता अपने सरदार को यहीं ले आओ और उससे कहना कि वह पैदल चल कर आए।' कोई रास्ता न देखकर सरदार पैदल चल कर अल्लामा के पास पहुंचा।
अल्लामा ने उसकी जांच कर 100 पुड़िया दवा दी और कहा कि दिन में तीन पुड़िया उपयोग में लानी है जब माथे पर पसीना आए, दवा मल लो साथ ही तुम्हें वापस भी पैदल ही जाना है, इसलिए सरदार को पैदल ही लौटना पड़ा। माथे पर पसीना लाने का एक ही उपाय था कि तेज चाल से चला जाए सरदार ने वही किया और तीन सप्ताह में वापस बगदाद पहुंचा रास्ते भर पसीना निकलने पर पुड़िया भी मलता रहा।
वापस बगदाद पहुंचने से पहले ही सिरदर्द दूर हो गया था पर दवा बच गई थी। फिर मुमाश्तों को भेजा कि पूछ आओ बची दवा का क्या किया जाए अल्लामा ने कहा, वह दवा तो मामूली मिट्टी थी उसे भले ही फेंक दो, असली इलाज तो पैदल आना और पैदल वापस लौटना था फिर कुछ रुक कर कहा, पैदल चलने की आदत छोड़ देने से ही लोग बीमार पड़ते व मरीज बनते हैं यदि अपने मन व शरीर को निरोग रखना है तो मेरी तरह चलने की आदत डालनी चाहिए मैं पैदल चल कर ईमान का प्रचार करता हूं और स्वथ्य रहता हूं।
डालिए पैदल चलने की आदत
विनोद को अचानक दोहरा दिखाई देने लगा था नेत्रचिकित्सक ने रक्तशर्करा की जांच करवाने को कहा विनोद को मधुमेह की बीमारी निकली डॉक्टर ने सलाह दी, बात अभी बिगड़ी नहीं है। आप भोजन पर नियंत्रण रखें और प्रातः चार किलोमीटर घूमना आरंभ कर दें दो माह में नेत्र सामान्य ढंग से देखने लगे नियमित रूप से चार किलोमीटर घूमने से अतिरिक्त कैलोरी भस्म होने लगी वजन कम हुआ और वह सामान्य हो गए विनोद ने फिर घूमना बंद नहीं किया।
टहलना एक बेहतरीन औषधि
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![देश-विदेश में बसंत पंचमी के विभिन्न रंग देश-विदेश में बसंत पंचमी के विभिन्न रंग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/gV-FyTk9x1739190779440/1739190952868.jpg)
देश-विदेश में बसंत पंचमी के विभिन्न रंग
विविधता में एकता वाले हमारे इस देश में कई पर्व-त्योहार मनाए जाते हैं। हालांकि यहां विभिन्न क्षेत्रों में त्योहार मनाने के ढंग अलग होते हैं, पर सभी त्योहारों के पीछे उद्देश्य एक ही होता है अपने आराध्य देवी-देवता की पूजा-आराधना कर उन्हें प्रसन्न करना तथा हर्षोल्लास से एक साथ मिलकर अपनी खुशियों को बढ़ाना।
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बसंतोत्सव का महत्त्व
बसंत ऋतु एक ऐसी ऋतु है जो अपने साथ प्राकृतिक सौंदर्य हीं नहीं लाती बल्कि मनुष्य के मन में उमंग और हर्षोल्लास भी लाती है। ऋतुओं के राजा बसंत के साथ और क्या-क्या जुड़ा है ? जानिए इस लेख से।
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आदर्श प्रेम के प्रतीक देवी-देवता
यूं तो हर इंसान का प्रेम अपने आप में सम्पूर्ण व अनुकरणीय होता है परन्तु कुछ लोगों का प्रेम इतिहास के पन्नों पर सदा के लिए स्वर्ण अक्षरों में अंकित हो जाता है। आइये नमन करें कुछ ऐसे ही प्रेम के प्रतीकों को।
![आपकी गृहस्थी में सेंध लगा सकती है ऐसी अपेक्षायें? आपकी गृहस्थी में सेंध लगा सकती है ऐसी अपेक्षायें?](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/P3QI5qf8y1739189637697/1739189819833.jpg)
आपकी गृहस्थी में सेंध लगा सकती है ऐसी अपेक्षायें?
अपने पारिवारिक जीवन की चर्चा या कोई उलझन कभी किसी पुरुष सहयोगी के सामने बयां न करें अन्यथा वह सहानुभूति दर्शाकर सहयोग देने की पेशकश करेगा और अंततः आपके दुख, जो दुख न होकर सिर्फ क्षणिक क्रोध था, को हवा देगा।
![इन 5 घरेलू चीज़ों से सफर में होगा सेहत का साथ इन 5 घरेलू चीज़ों से सफर में होगा सेहत का साथ](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/Q-y88iwqE1739187878474/1739187993996.jpg)
इन 5 घरेलू चीज़ों से सफर में होगा सेहत का साथ
कई लोगों को घूमने का शौक तो होता है, पर वह सफर में होने वाली मोशन, सिकनेस के डर से कहीं बाहर नहीं निकल पाते। ऐसे में परेशान होने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि आपके किचन में ही इनके समाधान मौजूद है।
![बसंत पंचमी से जुड़ी कथाएं और घटनाएं बसंत पंचमी से जुड़ी कथाएं और घटनाएं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/x4P5clb0t1739189900000/1739190116329.jpg)
बसंत पंचमी से जुड़ी कथाएं और घटनाएं
विद्या की देवी सरस्वती की पूजा का पर्व बसंत पंचमी पवित्र हिन्दू त्योहार है। एक इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है।
![महिलाओं में कैंसर के सामान्य प्रकार महिलाओं में कैंसर के सामान्य प्रकार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/2n2giPHWM1739189432533/1739189598497.jpg)
महिलाओं में कैंसर के सामान्य प्रकार
अभी तक ज्यादातर मामलों में कैंसर को आनुवंशिक माना गया था | नए अनुसंधानों में पता चला है कि कैंसर के कारण काफी हद तक अस्वस्थ जीवनशैली और असंतुलित आहार में होते हैं।
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सेहत के लिए फायदेमंद है अखरोट
अखरोट खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद भी होता है। आखिर अखरोट खाने के क्या हैं फ़ायदे, यह किस तरह से और किस समय खाना चाहिए, आइए जानें-
![इन स्वास्थ्यवर्धक टिप्स से बनाएं सफर सुहाना इन स्वास्थ्यवर्धक टिप्स से बनाएं सफर सुहाना](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/GwxJw7Orj1739188257129/1739188495770.jpg)
इन स्वास्थ्यवर्धक टिप्स से बनाएं सफर सुहाना
सफर के दौरान खानपान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है क्योंकि सफर का लुत्फ तभी लिया जा सकता है जब आपका स्वास्थ्य अच्छा हो।
![नूतन उत्साह का प्रतीक बसंत पंचमी नूतन उत्साह का प्रतीक बसंत पंचमी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/-0nOoUj1E1739190651994/1739190760632.jpg)
नूतन उत्साह का प्रतीक बसंत पंचमी
प्रकृति में बसंत के आगमन की टोह मन में एक नए उल्लास, आशा एवं अचानक ही लगता है कि मन प्रसन्न एवं प्रफुल्लित हो उठा है। परिवर्तन में भावों की पावन धाराएं बहने लगी हैं और हमारे तन, मन और व्यवहार में सुंदर एवं सुमधुर अभिव्यक्तियां झलकने लगती हैं। कहते हैं, प्रकृति जब मुस्कुराने लगती है, तब उसके अंतर्गत आने वाले सभी जड़-जीव एवं मनुष्यों में मुस्कुराहट फैल जाती है।