![मेवों से पाएं स्वाद और स्वास्थ्य मेवों से पाएं स्वाद और स्वास्थ्य](https://cdn.magzter.com/Sadhana Path/1699257657/articles/QocgB-4ZI1699880481704/1699880754122.jpg)
मेवा शब्द का नाम लेते ही मुंह में पानी आ जाता है, क्योंकि मेवे होते ही इतने स्वादिष्ट हैं पर क्या आप जानते हैं कि स्वाद से ज्यादा इनमें स्वास्थ्य वर्धक गुण होते हैं। लेकिन मेवे तभी लाभकारी होते हैं जबकि इनको खाने का तरीका भी सही हो अन्यथा इनको खाने का कोई फायदा नहीं है। यूं तो सभी उम्र के लोगों के लिए मेवे उपयुक्त रहते हैं परन्तु फिर भी इनकी कितनी मात्रा खानी चाहिए। अगर इसे किसी आयुर्वेदाचार्य से पूछ लिया जाए तो अधिक लाभकारी होता है।
काजू- काजू को ड्राई फ्रूट में राजा कहा जाता है। इसको खाने का अलग ही मजा होता है। यद्यपि इसको कच्चा, तलकर, भूनकर बहुत तरह से खाया जाता है परन्तु इस तरह काजू खाना स्वाद के लिए सही पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है क्योंकि इसमें कोलेस्ट्रॉल बहुत अधिक पाया जाता है। काजू पीसकर गर्म दूध में पीने से लाभकारी होता है जो कि कैल्शियम से भरपूर होता है।
बादाम- बादाम भी गुणों से भरा ड्राई फ्रूट कहा गया है परन्तु इसे भी रोस्टेड या कच्चा खाने से कोई फायदा नहीं होता क्योंकि इससे तो इसका काफी हिस्सा डेड हो जाता है और इसमें पाए जाने वाला प्रोटीन भी काफी सख्त होता है, जिसको पचाना काफी कठिन होता है। इसलिए इसको पानी में भिगोकर, छीलकर व पीसकर खाना ही सही तरीका है। यह हृदय के लिए लाभकारी है।
मुन्नका - किशमिश- ये दोनों ही विटामिन सी से भरपूर होते हैं। सूखे खाने से ये पूरी तरह से पच नहीं पाते और शौच के साथ बाहर आ जाते हैं। इनको पानी में भिगोकर और पीस कर पेस्ट बनाकर गर्म दूध के साथ खाने से पेट सम्बन्धी बिमारियां जैसे कब्ज, दस्त, पेट दर्द आदि दूर होते हैं। इसमें विटामिन सी की मात्रा अधिक होने से ये बहुत ही लाभकारी भी माना जाता है। इसके सेवन से आंखों की रोशनी बढ़ती है, घाव जल्दी भरते हैं, पाचन शक्ति मजबूत होती है तथा दांतों में कैविटी लगने का खतरा कम होता है।
هذه القصة مأخوذة من طبعة November 2023 من Sadhana Path.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة November 2023 من Sadhana Path.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
![देश-विदेश में बसंत पंचमी के विभिन्न रंग देश-विदेश में बसंत पंचमी के विभिन्न रंग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/gV-FyTk9x1739190779440/1739190952868.jpg)
देश-विदेश में बसंत पंचमी के विभिन्न रंग
विविधता में एकता वाले हमारे इस देश में कई पर्व-त्योहार मनाए जाते हैं। हालांकि यहां विभिन्न क्षेत्रों में त्योहार मनाने के ढंग अलग होते हैं, पर सभी त्योहारों के पीछे उद्देश्य एक ही होता है अपने आराध्य देवी-देवता की पूजा-आराधना कर उन्हें प्रसन्न करना तथा हर्षोल्लास से एक साथ मिलकर अपनी खुशियों को बढ़ाना।
![बसंतोत्सव का महत्त्व बसंतोत्सव का महत्त्व](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/7pBn6ogGq1739190352290/1739190631507.jpg)
बसंतोत्सव का महत्त्व
बसंत ऋतु एक ऐसी ऋतु है जो अपने साथ प्राकृतिक सौंदर्य हीं नहीं लाती बल्कि मनुष्य के मन में उमंग और हर्षोल्लास भी लाती है। ऋतुओं के राजा बसंत के साथ और क्या-क्या जुड़ा है ? जानिए इस लेख से।
![आदर्श प्रेम के प्रतीक देवी-देवता आदर्श प्रेम के प्रतीक देवी-देवता](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/a7fg6DpO91739190966096/1739191179742.jpg)
आदर्श प्रेम के प्रतीक देवी-देवता
यूं तो हर इंसान का प्रेम अपने आप में सम्पूर्ण व अनुकरणीय होता है परन्तु कुछ लोगों का प्रेम इतिहास के पन्नों पर सदा के लिए स्वर्ण अक्षरों में अंकित हो जाता है। आइये नमन करें कुछ ऐसे ही प्रेम के प्रतीकों को।
![आपकी गृहस्थी में सेंध लगा सकती है ऐसी अपेक्षायें? आपकी गृहस्थी में सेंध लगा सकती है ऐसी अपेक्षायें?](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/P3QI5qf8y1739189637697/1739189819833.jpg)
आपकी गृहस्थी में सेंध लगा सकती है ऐसी अपेक्षायें?
अपने पारिवारिक जीवन की चर्चा या कोई उलझन कभी किसी पुरुष सहयोगी के सामने बयां न करें अन्यथा वह सहानुभूति दर्शाकर सहयोग देने की पेशकश करेगा और अंततः आपके दुख, जो दुख न होकर सिर्फ क्षणिक क्रोध था, को हवा देगा।
![इन 5 घरेलू चीज़ों से सफर में होगा सेहत का साथ इन 5 घरेलू चीज़ों से सफर में होगा सेहत का साथ](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/Q-y88iwqE1739187878474/1739187993996.jpg)
इन 5 घरेलू चीज़ों से सफर में होगा सेहत का साथ
कई लोगों को घूमने का शौक तो होता है, पर वह सफर में होने वाली मोशन, सिकनेस के डर से कहीं बाहर नहीं निकल पाते। ऐसे में परेशान होने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि आपके किचन में ही इनके समाधान मौजूद है।
![बसंत पंचमी से जुड़ी कथाएं और घटनाएं बसंत पंचमी से जुड़ी कथाएं और घटनाएं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/x4P5clb0t1739189900000/1739190116329.jpg)
बसंत पंचमी से जुड़ी कथाएं और घटनाएं
विद्या की देवी सरस्वती की पूजा का पर्व बसंत पंचमी पवित्र हिन्दू त्योहार है। एक इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है।
![महिलाओं में कैंसर के सामान्य प्रकार महिलाओं में कैंसर के सामान्य प्रकार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/2n2giPHWM1739189432533/1739189598497.jpg)
महिलाओं में कैंसर के सामान्य प्रकार
अभी तक ज्यादातर मामलों में कैंसर को आनुवंशिक माना गया था | नए अनुसंधानों में पता चला है कि कैंसर के कारण काफी हद तक अस्वस्थ जीवनशैली और असंतुलित आहार में होते हैं।
![सेहत के लिए फायदेमंद है अखरोट सेहत के लिए फायदेमंद है अखरोट](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/47N-3kTtx1739187481403/1739187663561.jpg)
सेहत के लिए फायदेमंद है अखरोट
अखरोट खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद भी होता है। आखिर अखरोट खाने के क्या हैं फ़ायदे, यह किस तरह से और किस समय खाना चाहिए, आइए जानें-
![इन स्वास्थ्यवर्धक टिप्स से बनाएं सफर सुहाना इन स्वास्थ्यवर्धक टिप्स से बनाएं सफर सुहाना](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/GwxJw7Orj1739188257129/1739188495770.jpg)
इन स्वास्थ्यवर्धक टिप्स से बनाएं सफर सुहाना
सफर के दौरान खानपान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है क्योंकि सफर का लुत्फ तभी लिया जा सकता है जब आपका स्वास्थ्य अच्छा हो।
![नूतन उत्साह का प्रतीक बसंत पंचमी नूतन उत्साह का प्रतीक बसंत पंचमी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1987985/-0nOoUj1E1739190651994/1739190760632.jpg)
नूतन उत्साह का प्रतीक बसंत पंचमी
प्रकृति में बसंत के आगमन की टोह मन में एक नए उल्लास, आशा एवं अचानक ही लगता है कि मन प्रसन्न एवं प्रफुल्लित हो उठा है। परिवर्तन में भावों की पावन धाराएं बहने लगी हैं और हमारे तन, मन और व्यवहार में सुंदर एवं सुमधुर अभिव्यक्तियां झलकने लगती हैं। कहते हैं, प्रकृति जब मुस्कुराने लगती है, तब उसके अंतर्गत आने वाले सभी जड़-जीव एवं मनुष्यों में मुस्कुराहट फैल जाती है।