![कबीर के शब्दों में कबीर](https://cdn.magzter.com/Sadhana Path/1717743558/articles/wWvYBnI4o1718097398386/1718097897949.jpg)
यही सागर की, सूर्य की परिभाषा है, यही सत्य है। कबीर शब्दों का महासागर हैं, ज्ञान का सूरज हैं। जितना भी कहो थोड़ा है। सच तो यह है बूंद-बूंद में सागर है और किरण-किरण में सूरज। कबीर के भी शब्द-शब्द में जीवन की गहराई है, सच का तेज है जिसे आंकना या कह पाना कठिन है। कबीर ने इतना कहा है कि वह स्वयं शब्द रूप ही हो गए हैं। इसलिए कबीर को समझना हो तो उन्हीं के शब्दों का सहारा लेना पड़ता है।
कबीर के ज्ञान के आगे शास्त्र भी फीके हैं। वेदों में भी इतना ज्ञान नहीं जितना कबीर की वाणी में है। वेदों को महा पंडितों, ज्ञानियों, भाषा एवं व्याकरण के जानकारों ने रचा है फिर भी वह कबीर के ज्ञान के आगे बौने लगते हैं। कबीर की वाणी में विरोधाभास है, क्रांति है। उन्हें किताबों के माध्यम से नहीं हृदय के माध्यम से समझा जा सकता है। जिसे कानों से सुनना या आंखों से पढ़ना संभव नहीं। कबीर को समझने के लिए अनुभव, आत्मानुभव बहुत जरूरी है। प्रेम, भक्ति और समर्पण, कबीर इन सारे शब्दों का शब्दकोश हैं। जैसे ही इंसान इन तीनों शब्दों के अनुभव में आता है तब उसे स्वतः ही कबीर समझ में आ जाते हैं। सच तो यह है उसे कबीर ही नहीं, यह जीवन, आत्मा-परमात्मा आदि का भेद एवं समानता दोनों नजर आ जाते हैं। फिर कबीर की उल्टी बातें भी उल्टी नहीं लगती। सीधी-सीधी दिल में उतरती है जैसे कबीर कहते हैं-
पानी बिच मीन पियासी, मोहि सुनि-सुनि आवत हांसि।
बिन घन परत फुहार या धरती बरसै अम्बर भीजे,
ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होए, या बिन नैना दीदार दिखावे
आदि ऐसे अनेक उदाहरण कबीर की वाणी में मिल जाते हैं जो आत्मज्ञान के बाद ही समझ आते हैं। हैरानी की बात तो यह कि कबीर को व्यवहारिक शिक्षा या ज्ञान का कोई इल्म नहीं था, वह अनपढ़ थे। तभी तो उन्होंने कहा है-
'मसि कागद छूयो नहीं, कलम गहि नहीं हाथ'
संत तो बहुत हुए हैं परंतु कबीर की बात ही और है। कबीर ने जो कुछ कहा वह अपने अनुभव के आधार पर कहा। बाकी साधु-संतों ने, गुरुओं ने, ऋषि-मुनियों ने किताबों को पढ़कर कहा। इसी ओर ईशारा करती है कबीर की साखी की ये पंक्ति।
'तू कहता कागद की लेखी, मैं कहता आंखन की देखी।'
هذه القصة مأخوذة من طبعة June 2024 من Sadhana Path.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة June 2024 من Sadhana Path.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
![जैसा ध्यान करते हैं, वैसा ही बनते हैं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/0ffcDV1f_1718101859566/1718101989794.jpg)
जैसा ध्यान करते हैं, वैसा ही बनते हैं
ध्यान करने का प्रयोजन यही है कि हम अपनी वर्तमान जीवन-विधि और मनोदशा में सृजनात्मक प्रगति लाकर उसे एक नये व्यापक क्षेत्र में ले चलें। अपने जीवन को परम-तत्त्व के साथ एक तान या तन्मय बनाना ही ध्यान है, किन्तु तुम्हें प्रतीक्षा करनी पड़ेगी।
![योग एक मार्ग अनेक](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/jD40eG7oz1718101569935/1718101828118.jpg)
योग एक मार्ग अनेक
परमात्मा हो या परमशांति या फिर गणित का कोई भी छोटा सा सवाल। इन तक पहुंचने के या सवाल को हल करने के भले कई मार्ग व माध्यम होते हैं परंतु इनका उत्तर एक ही होता है ऐसे ही योग की भी विभिन्न शाखाएं हैं, विभिन्न आसन और अवस्थाएं हैं परंतु सबकी मंजिल, सबकि उपलब्धि एक ही है।
![आपकी समस्या के 21 समाधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/iGUGwYzcr1718101403212/1718101563609.jpg)
आपकी समस्या के 21 समाधान
हमारी रोजाना की जिंदगी में कई ऐसी समस्याएं होती हैं, जो देखने में तो बड़ी लगती है लेकिन उनका समाधान छोटे-छोटे उपायों में छुपा होता है, इसलिए अपनाएं ये टिप्स-
![लंबी सीटिंग से सेहत को खतरा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/2qC4Kp4Fu1718101034944/1718101394735.jpg)
लंबी सीटिंग से सेहत को खतरा
लगातार बैठना आज वजह बन रहा कई स्वास्थ्य समस्याओं की। इन्हें नज़र अंदाज करना खतरनाक हो सकता है। जानिए कुछ ऐसे ही परिणामों के बारे में-
![जानिए कैसा हो गर्मियों में भोजन](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/X6Pl0G9Ak1718100782993/1718101017909.jpg)
जानिए कैसा हो गर्मियों में भोजन
चिलचिलाती गर्मियां आते ही स्वास्थ्य तुरंत प्रभावित होता है। तो ऐसे में गर्मियों में कैसा हो आपका खानपान, इसके लिए कुछ टिप्स-
![करें सूर्य देवता की आराधना](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/D5DUPh1J21718100525811/1718100754669.jpg)
करें सूर्य देवता की आराधना
रविवार को व्रत कम ही लोग करते हैं। लेकिन इस व्रत की अपनी अलग ही मान्यता है। इसलिए इसे विधिवत कर्ण जरूरी हो जाता है।
![क्यों पड़ती हैं चेहरे पर झुर्रियां](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/v-7sQ711j1718100312136/1718100516734.jpg)
क्यों पड़ती हैं चेहरे पर झुर्रियां
स्वस्थ त्वचा ही किसी भी महिला के लिए सर्वोत्तम मेकअप होती हैं, मगर झुर्रियां चेहरे से उसकी यह रौनक छीन लेती हैं। क्या हैं झुर्रियां होने के कारण और क्या हैं इनके निवारण, जानिए इस लेख के द्वारा।
![मच्छरों से छुटकारा दिलाएंगे ये पौधे](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/0aibH9RaN1718100104421/1718100308908.jpg)
मच्छरों से छुटकारा दिलाएंगे ये पौधे
आमतौर पर मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए लोग बाजार में मिलने वाले कई तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। इन प्रोडक्ट्स में कई तरह के केमिकल्स मिलाए जाते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके चलते मच्छरों से निजात पाने के लिए प्रकृति का सहारा ले सकते हैं।
![देर रात खाना खाने से हो सकते हैं आपको ये नुकसान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/TRpl_RoTA1718099872171/1718100091990.jpg)
देर रात खाना खाने से हो सकते हैं आपको ये नुकसान
रात का भोजन सोने से 2-3 घंटे पहले करना चाहिए, ये जानते तो हम सभी हैं, लेकिन अफसोस, इस भाग-दौड़ की जिंदगी में हम चाहकर भी ऐसा कर नहीं पाते। इस कारण कई गंभीर बीमारियों का भी शिकार बन रहे हैं।
![वज़न कम करने के लिए चार पॉपुलर डाइट](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/176/1725345/IKTE4PiIS1718099613106/1718099867861.jpg)
वज़न कम करने के लिए चार पॉपुलर डाइट
वेट लॉस में डाइट का बहुत अहम रोल होता है। यहां हम दे रहे हैं कुछ ऐसी ही डाइट की जानकारी-