डेटिंग ऐप्स सिंगल्स के लिए बिना ज्यादा । मेहनत किए पार्टनर की तलाश कर रहे लोगों की तसवीरें उन के फोन की छोटी सी स्क्रीन पर ला देता है. इस के बाद सब उन की काबिलीयत पर निर्भर करता है कि वे उसे अपना पार्टनर बना पाते हैं या नहीं.
होता बस यह है कि आप को अपने फोन में डेटिंग ऐप्स डाउनलोड कर के उस में अपनी आईडी बनानी है, उस के बाद अपनी पसंदनापसंद लिखनी है यानी कि अपना इंट्रैस्ट लिखना है. इस के बाद ऐप्स आप को आप के इंट्रैस्ट के मुताबिक कई प्रोफाइल शो करेगा. उन में से आप को अपनी पसंद को चुन कर उस पर डबल टैप या राइट स्वाइप करना होगा. अगर दूसरी साइड से भी आप को वही प्रतिक्रिया मिल गई तो आप चैट शुरू कर सकते हैं. जानपहचान होने के बाद आप अपनी डेट फिक्स कर सकते हैं और अपनी डेटिंग पार्टनर के साथ अपनी डेट एंजौय कर सकते हैं.
अभी जो आप को बताया गया है वह है डेटिंग ऐप्स से अपने लिए पार्टनर ढूंढ़ने का सफर. लेकिन क्या कोई सोच सकता है कि पार्टनर ढूंढ़ने के इस सफर में आप के साथ ठगी भी हो सकती है. जी हां, हम बिल्कुल सही कह रहे हैं. हाल ही में कई ऐसे केस सामने आए हैं जिन में लोगों ने अपने साथ स्कैम होने की बात कही है. पिछले कई दिनों में अखबारों, ईन्यूजपेपर्स में इन स्कैम की खबरें आई हैं. कई सोशल मीडिया प्लेटफौर्म्स पर भी लोगों ने डेटिंग ऐप्स स्कैम से जुड़े अपने अनुभव साझा किए हैं.
रेडिट पर एक पीड़ित ने बताया कि "कैफे में कुछ कपल पटाखे जला रहे थे. मेरे साथ डेट पर आई लड़की ने जोर दे कर कहा कि हमें भी ऐसा करना चाहिए. मैं ने उसे शायद 100 बार नहीं कहा, लेकिन उस ने पटाखे मंगवाए और जलाए. मैं इस में शामिल नहीं हुआ. इस के बाद मेरी उस में रुचि खत्म हो गई. मैं ने बिल मांगा. मैं ने हिसाब लगाया था कि बिल 7-10 हजार रुपए होना चाहिए, लेकिन बिल 45 हजार रुपए का आया. मैं यह देख कर हैरान था क्योंकि बिल और्डर से कई गुना ज्यादा था. मैं समझ गया कि मेरे साथ ठगी हुई है. तब तक वह लड़की भी जा चुकी थी, इसलिए पूरा बिल मुझे अकेले ही भरना पड़ा."
मामले और भी
هذه القصة مأخوذة من طبعة July 2024 من Mukta.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة July 2024 من Mukta.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
कहीं आप ममाज बौय तो नहीं
'ममाज बौयज' होना गलत नहीं है, बल्कि इस से सहानुभूति और कोमल व्यवहार ही मिलता है मगर अपनी मां पर हर काम के लिए निर्भर रहना कमजोर भी बना सकता है.
भ्रामक प्रचार करते फूड व्लॉगर्स
सोशल मीडिया पर फूड इन्फ्लुएंसर्स जगहजगह घूम कर ऐसेऐसे फूड्स का प्रचार करते हैं जो वाकई चटकारे लायक होते हैं लेकिन बात हाइजीन की हो तो वे बेहद ही घटिया होते हैं.
ब्रँड प्रमोटिंग के खेल में मीम्स मार्केटिंग एजेंसी का बढ़ता चलन
सोशल मीडिया प्रचार का सब से बड़ा माध्यम हो गया है. बाजार लगते ही यहां भी बिचैलिए आ गए हैं, जो ब्रैंड और इन्फ्लुएंसर्स के बीच आ कर मोटा मुनाफा ले जाते हैं.
बौलीवुड ट्रेलब्लेजर जर्नलिस्ट आदित्य राणा
आदित्य राणा एलजीबीटीक्यू राइट्स की मांग उठाने वाला जर्नलिस्ट है. वह अकसर बौलीवुड सैलिब्रिटीज के साथ दिखाई देता है. सोशल मीडिया पर जितना उसे ट्रोल किया जाता है उतना ही वह बोल्ड तरीके से अपनी बात रखता है.
संतोषी शेटटी का फैशन कंटेंट हुआ फीका
संतोषी शेट्टी फैशन व्लौगर के रूप में फेमस हुई पर लगता नहीं कि अब उस का कंटैंट कोई देखता है. संतोषी शेट्टी का फैशन ब्लौग नीरस और थका हुआ रहता है. ऐसे में व्यूज की संख्या घटेगी ही.
फालतू इन्फ्लुएंसर्स को यूथ में आइडियलाइज करता बिग बोस
जब से बिग बौस ओटीटी आया है तब से एकाएक फालतू सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स इस शो में आ रहे हैं. बिग बौस इन फालतू इन्फ्लुएंसर्स को युवाओं के बीच में प्रचारित तो कर ही रहा है, साथ में आइडियलाइज भी.
टीनएज में जब गर्लफ्रैंड बने
टीनएज लव यानी किशोरावस्था में प्यार कोई नई बात नहीं है. आप के साथ भी ऐसा हो रहा है तो कोई बात नहीं. बस, उम्र के जोश में यह न भूल जाना कि आप की इस चाहत की मंजिल क्या है.
युवाओं के सपनों के बूते चलते कोचिंग संस्थान
माचिस की डब्बीनुमा कोचिंग संस्थान देशभर में कुकुरमुत्तों की तरह उग आए हैं. इन कोचिंग संस्थानों में छात्रों को सुनहरे भविष्य का सपना दिखा कर मौत बांटी जा रही है.
रील के चक्कर में जान गंवाते युवा
सोशल मीडिया पर खतरनाक स्टंट वाली रील देखना लोग ज्यादा पसंद करते हैं. वायरल होने की चाहत में युवा ऐसी रील बनाने में अपनी जान गंवा रहे हैं. लखनऊ में पूर्वोत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल के आंकड़े बताते हैं कि 7 माह में 83 लोगों की जान रील बनाने के चक्कर में गई हैं.
सैक्सी एंड बोल्ड इमेज के साथ टाइपकास्ट की शिकार हुईं तृप्ति डिमरी
'बुलबुल' और 'कला' फिल्मों में अपनी अच्छी परफोर्मेंस से तृप्ति डिमरी दर्शकों के दिलों में जगह बनाई, लेकिन 'एनिमल' में उन के बोल्ड सीन्स ने उन्हें रातोंरात एक बोल्ड इमेज में ढाल दिया. सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बनने के बावजूद उन की यह सैक्सी इमेज उन के कैरियर के लिए एक चुनौती बन सकती है. क्या तृप्ति इस टाइपकास्ट से बाहर निकल पाएंगी?