'न खाउंगा न खाने दूंगा' मोदी के नारे को धामी ने किया साकार
DASTAKTIMES|July 2023
पहली बार सीएम धामी के निर्देश पर भ्रष्ट अफसरों पर कड़ी कार्रवाई शुरू हुई है। इससे पहले कभी इस प्रकार की सख्त कार्रवाई नहीं हुई। घोटालों की बात करें तो काफी लंबी फेहरिस्त है। ऐसा पहली बार ऐसा हो रहा है जब घोटाला करने वाले अफसरों पर सीएम स्वयं कड़े एक्शन लेने के अलावा उनसे वसूली तक करवा रहे है।
गोपाल सिंह पोखरिया
'न खाउंगा न खाने दूंगा' मोदी के नारे को धामी ने किया साकार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में पीएम बनते ही नारा दिया था कि 'न खाउंगा और न ही किसी को खाने दूंगा।' यानि उन्होंने सीधा भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर जीरो टालरेंस की बात कही थी। इसी नारे को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी साकार कर रहे हैं। उन्होंने राज्य में पिछले कुछ समय से जिस प्रकार से भ्रष्ट अफसरों पर कार्रवाई की है, उससे साफ है कि उनका एक ही एजेंडा है कि भ्रष्टाचारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। सीएम धामी द्वारा पिछले दिनों कई अफसरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही उनसे अब वसूली भी की जा रही है। राज्य गठन के बाद से ही उत्तराखंड में कई घोटाले हुए। एनडी तिवारी के शासनकाल में पटवारी भर्ती घोटाले से लेकर, स्टर्डिया जमीन घोटाला, आपदा किट घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला-ये सब तमाम ऐसे घोटाले हैं जिन पर आज तक कोई बड़ा ऐक्शन नहीं हुआ है। अब पहली बार सीएम धामी के निर्देश पर कड़ी कार्रवाई शुरू हुई है। घोटालों की बात करें तो काफी लंबी फेहरिस्त है। ऐसा पहली बार ऐसा हो रहा है जब घोटाला करने वाले अफसरों पर सीएम स्वयं कड़े ऐक्शन लेने के अलावा उनसे वसूली तक करवा रहे है।

इसी कड़ी में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार के चार अलग-अलग मामलों में आरोपी पांच अधिकारियों पर अभी हाल ही में शिकंजा कसना शुरू किया है। इनमें देहरादून का चर्चित कोचर कॉलोनी में भ्रष्टाचार मामले में होटल व्यवसायी समेत दो लेखपाल आरोपी हैं। सरकार ने जांच के बाद दोनों लेखपालों पर मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है, जबकि ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के उप महाप्रबंधक (वित्त) के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। इनके अलावा लक्सर में रिश्वत लेने के आरोपी लेखपाल के खिलाफ चार्जशीट में मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी गई है। वहीं कुमाऊं की गोविंद बल्लभपंत कृषि विश्वविद्यालय के अफसर के खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुकदमा दर्ज कराने को कहा है। देहरादून कोचर कॉलोनी में भ्रष्टाचार मामला 25 साल पुराना है। सीएम धामी ने पिछले साल इस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस मामले में होटल व्यवसायी कोचर दंपत्ति और दो लेखपालों पर आरोप है।

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