दफ्तर सहेजने की जंग
India Today Hindi|July 27, 2022
यूपी में कांग्रेस को अपने सियासी अस्तित्व के साथ-साथ अपने कार्यालयों को भी बचाने के लिए जूझना पड़ रहा
आशीष मिश्र
दफ्तर सहेजने की जंग

उत्तर प्रदेश कांग्रेस

प्रयागराज के चौक इलाके में जवाहर स्क्वायर नाम की सड़क अब रेडीमेड कपड़ों के बड़े बाजार के रूप में तब्दील हो गई है. इसी सड़क पर 34 नंबर वाला पुराना भवन कपड़ों के बाजार के बीच छिप गया है. ऊपर छज्जे पर लटक रहे कांग्रेस के चार झंडे और ताले से बंद दरवाजे पर लगी नेम प्लेट से पता चलता है कि यह 'शहर कांग्रेस कमेटी, इलाहाबाद' का दफ्तर है. इस दफ्तर का गौरवशाली इतिहास रहा है. वर्ष 1938 में हीवेट रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) के चौक में स्थानांतरित कर दिया गया था. देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, उनकी पत्नी कमला नेहरू समेत पी. डी. टंडन, कैलाश नाथ काटजू जैसे सियासी दिग्गजों ने शहर कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर इसी कार्यालय को अपनी गतिविधियों का केंद्र बनाया था. आजादी के बाद कांग्रेस दफ्तर के आसपास का इलाका जवाहर स्क्वायर के नाम से जाना ने जाने लगा. किराए के भवन में चलने वाले इस कार्यालय का मासिक किराया पहले 35 रुपए महीने था.

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