आखिर कितना नमक छिड़केगी मुई महंगाई
India Today Hindi|August 24, 2022
अर्थव्यवस्था की हालत के बारे में केंद्र के आश्वासनों के बावजूद बढ़ती कीमतों और बेरोजगारी से बुरी तरह परेशान भारतीय नागरिकों की उम्मीदें। अर्थव्यवस्था को संभालना अब भी सरकार की सबसे बड़ी चुनौती रही हैं.
एम. जी. अरुण और श्वेता पुंज
आखिर कितना नमक छिड़केगी मुई महंगाई

नडीए सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में मई 2019 में लगातार दूसरी बार सत्ता में आई और उसे एक के बाद एक विनाशकारी वैश्विक थपेड़ों का सामना करना पड़ा है. यह कोविड महामारी की तीन लहरों के साथ शुरू हुआ जिसकी वजह से जिंदगियों और आजीविकाओं का चौतरफा नुक्सान हुआ. उसके बाद महंगाई आसमान छूने लगी और मुद्रा कमजोर हुई क्योंकि रूस ने इस साल की शुरुआत में यूक्रेन में लंबी लड़ाई छेड़ दी. अब संभावित मंदी दुनिया के सामने मुंहबाए खड़ी है, जिसने अनिश्चितता बढ़ा दी है.

नीति निर्माताओं को ब्लूमबर्ग के एक हालिया सर्वे से तसल्ली मिल सकती है जो कहता है कि एशिया के कुछ हिस्सों, यूरोप और अमेरिका सहित अन्य अर्थव्यवस्थाओं के विपरीत, भारत के मंदी की गिरफ्त में जाने की शून्य संभावना है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 अगस्त को संसद में दावे के साथ कहा कि भारत की आर्थिक बुनियादें मजबूत दिख रही हैं और देश न तो रेसेशन (मंदी) का सामना कर रहा है और न स्टैगफ्लेशन (जिसमें आर्थिक वृद्धि शून्य और मुद्रास्फीति बहुत ज्यादा होती है) का.

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