कुछ कहती है मुस्कान
India Today Hindi|January 18, 2023
खुशी का राज दरअसल वे तमाम तरह के तौर-तरीके सीखने में है जिनके जरिए हम जिंदगी में उठकर खड़े हो सकें और चारों ओर फिसलन के बावजूद संभलकर चलते हुए रास्ता बना सकें
राज चेंगप्पा
कुछ कहती है मुस्कान

यह बात थोड़ी अटपटी लग सकती है कि दुनिया दो साल से भी ज्यादा अरसे तक कोविड महामारी की मार से बमुश्किल अभी उबरी ही है और हम खुशी पर चर्चापरिचर्चा करने बैठ गए हैं. उधर लड़ाई-झगड़े का आलम देखिए. यूक्रेन में तो लड़ाई कुछ इस तरह छिड़ी हुई है कि अगर इसे इसी तरह आगे बढ़ने दिया जाता रहा तो यह महाद्वीपों के बीच बड़े युद्ध में तब्दील हो सकती है. एक ओर भयानक में विश्वव्यापी मंदी की भविष्यवाणियां की जा रही हैं, जिनसे बड़े पैमाने पर नौकरियां छिन सकती हैं, भारी महंगाई आ सकती है और लोगों का जीना दुश्वार हो सकता है. ऐसे में आप हर्षोल्लास के साथ नए साल में प्रवेश की बात कैसे कर सकते हैं. इन सब तथ्यों और विडंबनाओं के बावजूद हमें खुशी के रहस्य तलाशते रहने चाहिए. और महात्मा गांधी ने तो कहा ही था न कि "ताकत फतह हासिल करने से नहीं आती. आप जब मुसीबतों से गुजरते हैं और उनके आगे घुटने न टेकने का फैसला करते हैं, असली ताकत वह है." तो यह उसी तरह से खुशी की तलाश के लिए है-लड़खड़ाते हुए भी आप किस तरह से उठते और नया जीवन शुरू करते हैं? बुद्ध ने जो चार आर्य सत्य प्रतिपादित किए, उनमें से पहला तो यही स्वीकार करना था कि संसार में अपार दुख है. बाकी तीन सत्यों की पड़ताल करते हुए वे मोक्ष यानी जन्म और मृत्यु के अंतहीन चक्र से अंततः मुक्ति प्राप्त करने का मार्ग बताते हैं. अब यह सवाल कि ऐसा करने सबसे अच्छा तरीका क्या है, फिर अपने आप में एक तलाश बन जाता है.

संयुक्त राष्ट्र 2012 से एक स्वतंत्र एजेंसी को साथ लेकर सबसे खुशहाल देशों को रैंक देते हुए वर्ल्ड प प्रकाशित करता आ रहा है. देश की खुशहाली की अवस्था का आकलन करने के लिए वैश्विक सर्वे एजेंसी कुशलता के तीन प्रमुख संकेतों पर भरोसा करती है: व्यक्ति का अपने जीवन के बारे में मौजूदा मूल्यांकन, सकारात्मक भावनाएं और नकारात्मक प्रभाव सर्वे से एक दिलचस्प बात पता चली: चिंता, उदासी और क्रोध जैसी नकारात्मक भावनाओं के मुकाबले खिलखिलाहट, आनंद और कुछ नया सीखने जैसी सकारात्मक भावनाएं लोगों के उत्तरों में दोगुने से ज्यादा बार आईं. लगता है दुनिया मुश्किल हालात से पहले के मुकाबले बेहतर ढंग से निबटना सीख रही है.

هذه القصة مأخوذة من طبعة January 18, 2023 من India Today Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة January 18, 2023 من India Today Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من INDIA TODAY HINDI مشاهدة الكل
तन्हाई में तारों से बातें
India Today Hindi

तन्हाई में तारों से बातें

पूर्वा नरेश ने दोस्तोएव्स्की की कहानी व्हाइट नाइट्स के अपने म्यूजिकल रूपांतरण चांदनी रातें में नौटंकी शैली का उपयोग किया

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी
India Today Hindi

धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी

विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश और पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वालीं तीरअंदाज शीतल देवी लोगों की नई पसंद हैं. पुरुष-महिला क्रिकेटर तो खैर शीर्ष पर हैं ही. सिंधु और नीरज भी अपनी सूची में दूसरों से काफी आगे रहते हुए चोटी पर

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
पक्ष में सबसे ज्यादा योग
India Today Hindi

पक्ष में सबसे ज्यादा योग

आठ साल से उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज योगी आदित्यनाथ ने लगातार 10वीं बार सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री का दर्जा हासिल कर दर्शा दिया है कि देशभर में उनकी लोकप्रियता का कोई सानी नहीं

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
कुछ तो पक रहा है
India Today Hindi

कुछ तो पक रहा है

अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा ने फिल्म मिसेज में दमदार काम किया है, जो 2021 की मलयालम फिल्म द ग्रेट इंडियन किचन की हिंदी रीमेक है

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
अब पंजाब की पहरेदारी
India Today Hindi

अब पंजाब की पहरेदारी

अरविंद केजरीवाल के लिए सवाल यह नहीं है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) का भविष्य है या नहीं. उनके लिए प्रश्न यह है कि पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में एक आइडिया के रूप में प्रासंगिक रहेगी या नहीं. दिल्ली में पार्टी की हार के तीन दिन बाद 11 फरवरी को मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब के 95 में से 86 आप विधायकों के साथ उनकी आधे घंटे बैठक हुई. माना जाता है कि इसमें केजरीवाल ने बताया कि पार्टी के भविष्य को लेकर उनके मन में क्या है.

time-read
4 mins  |
February 26, 2025
चौकन्ना रहने की जरूरत
India Today Hindi

चौकन्ना रहने की जरूरत

आम तौर पर मोदी सरकार की विदेश नीति लोगों को पसंद आती है लेकिन कई लोगों का मानना है कि पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते खराब हुए हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं की दुर्दशा पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर भी लोग फिक्रमंद

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
हमारे गेहुंएपन का स्वीकार
India Today Hindi

हमारे गेहुंएपन का स्वीकार

एक मजहब का धर्म रु चुनने की प्रक्रिया के बहाने हमें सहिष्णुता और स्वीकार के सार्वभौमिक धर्म की सीख दे जाती है एडवर्ड बर्गर की कॉन्क्लेव

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग
India Today Hindi

भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 फरवरी को जब भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे तो उनका उत्साह हमेशा के मुकाबले एक अलग ही मुकाम पर था.

time-read
2 mins  |
February 26, 2025
विकास की कशमकश
India Today Hindi

विकास की कशमकश

एक ओर जहां कमजोर मांग, कम निवेश और दुनियाभर में अनिश्चितता की वजह से भारत की वृद्धि पर असर पड़ रहा है, वहीं आसमान छूती महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी कर में मिली राहत को ढक रही है. इन सबकी वजह से आम आदमी का संघर्ष और आर्थिक परेशानियां बढ़ रहीं

time-read
6 mins  |
February 26, 2025
उथल-पुथल का आलम
India Today Hindi

उथल-पुथल का आलम

सामाजिक-राजनैतिक सुधारों के लिए सरकार को मजबूत समर्थन मिल रहा मगर लोकतंत्र, धार्मिक ध्रुवीकरण और महिला सुरक्षा को लेकर चल रही खदबदाहट से इससे जुड़ी चिंताएं उजागर

time-read
3 mins  |
February 26, 2025