बिहार के रक्सौल शहर के पास नेपाल सीमा पर एक बहुत खूबसूरत और भव्य द्वार है. इसका नाम है श्री शंकराचार्य प्रवेश नेपाल द्वार. इसके सामने अक्सर दोनों देशों के सैलानी और नागरिक तस्वीरें खिंचाते हैं. दो माह पहले इस द्वार के सामने आपस में मिलते दो विशाल हाथों का एक शिल्प लगाया गया है. इसमें से एक भारत का हाथ है, तो दूसरा नेपाल का यह दोनों मुल्कों के बीच उस दोस्ती का प्रतीक है, जिसकी वजह से आज तक दोनों देशों के बीच खुली सीमा है. दोनों तरफ के लोग बिना पासपोर्ट-वीजा या परमिट के जब चाहें एक दूसरे के मुल्क आ-जा सकते हैं. सीमावर्ती इलाकों में लोगों को अपनी जरूरत भर का सामान खरीदने की भी छूट रही है. एक जैसी संस्कृति होने की वजह से दोनों देशों के बीच वैवाहिक रिश्ते भी भरपूर संख्या में होते हैं.
मगर कुछ कदम दूर जैसे ही हम नेपाल के वीरगंज के भंसार ( नेपाली भाषा में कस्टम को भंसार कहते हैं) कार्यालय पहुंचते हैं, यह दोस्ती कठिनाई में फंसती नजर आती है. भंसार कार्यालय के सामने बड़ी संख्या में साइकिल सवार अपने कैरियर में चावल, आलू और प्याज की छोटी-छोटी बोरियां फंसाए खड़े दिखते हैं. ये नेपाल के नागरिक हैं, जो भारतीय इलाके से छोटा-मोटा सामान लेकर नेपाल लौट रहे हैं. मगर भंसार कार्यालय के गार्ड इन्हें तब तक नेपाल में प्रवेश देने के लिए तैयार नहीं हैं, जब तक वे इन चीजों का भंसार न कटा लें, यानी सीमा शुल्क न चुका दें. दरअसल, नेपाल सरकार ने इस साल के अपने बजट में यह प्रावधान किया है कि कोई भी व्यक्ति सौ रुपए से ज्यादा का सामान बिना भंसार ड्यूटी चुकाए दूसरे देश से नहीं ला सकता.
هذه القصة مأخوذة من طبعة August 02, 2023 من India Today Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة August 02, 2023 من India Today Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
मजबूत हाथों में भविष्य
भविष्य के बिजनेस लीडर्स को गढ़ने में बिजनेस स्कूलों की बेहद निर्णायक भूमिका है, ऐसा भविष्य जिसकी अगुआई टेक्नोलॉजी करेगी
कॉर्पोरेट के पारखी
आइआइएम कलकत्ता के छात्रों को महज बिजनेस दिग्गज बनने के लिए ही प्रशिक्षित नहीं किया जा रहा, वे पार्टनरशिप्स के जरिए राज्य की नौकरशाही को ऊर्जावान बनाने में भी मदद कर रहे
विरासत की बड़ी लड़ाई
बड़े दांव वाले शक्ति प्रदर्शन के लिए मैदान सज गया है, राजनैतिक दिग्गज और ताकतवर परिवार आदिवासी बहुल क्षेत्र पर कब्जे के लिए आ गए हैं आमने-सामने
कौन दमदार शिवसेना
महाराष्ट्र में किसका राज चलेगा, यह लोगों के वोट से तय होगा लेकिन साथ ही यह भी तय होगा कि कौन-सी शिवसेना असली है-ठाकरे की या शिंदे की
सीखने का सुखद माहौल
स्वास्थ्य प्रबंधन में एक नए पाठ्यक्रम से लेकर ब्लॉकचेन तकनीक पर केंद्रित कार्यक्रम तक, आइआइएम लखनऊ अपने नए ईकोसिस्टम के साथ अग्रणी भूमिका निभा रहा
ट्रंप की नजर में दुनिया
अमेरिका के लोगों ने दूसरी बार डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अपनी आस्था जताई है. ऐसे में भारत और बाकी दुनिया इस बात के लिए अपने को तैयार कर रही कि व्यापार और भू-राजनीतिक व्यवस्था के संदर्भ में 47वें राष्ट्रपति के अमेरिका-प्रथम के एजेंडे का आखिर क्या मायने होगा?
नवाचार की शानदार चमक
इस संस्थान में शिक्षा का मतलब ऐसे समाधान तैयार करना है जिनके केंद्र में देश की सामाजिक वास्तविकता मजबूती से जुड़ी हो
योगी बनाम अखिलेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 26 अगस्त को आगरा में ताज महल पश्चिमी द्वार स्थित पुरानी मंडी चौराहे पर दुर्गादास राठौर मु की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे.
लैब कॉर्पोरेट लीडरशिप की
सख्त एकेडमिक अनुशासन, रिसर्च पर फोकस और विश्वस्तरीय गुणवत्ता के जरिए आइआइएम-के बिजनेस एजुकेशन की नई परिभाषा गढ़ रहा
सत्ता पर दबदबे की नई होड़
इन दिनों धुंध की मोटी चादर में लिपटी कश्मीर घाटी में छह साल के इंतजार के बाद नई उम्मीद जगी है. केंद्र शासित प्रदेश की नवनिर्वाचित नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) की सरकार ने आते ही अपने इरादे साफ कर दिए - जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिलाना उनका पहला संकल्प है.