![दुनियाभर में लहराया आस्था का परचम दुनियाभर में लहराया आस्था का परचम](https://cdn.magzter.com/India Today Hindi/1708322735/articles/Oe_ElCFQZ1708500617543/1708500893614.jpg)
वसंत पंचमी के दिन दूर-दूर तक फैले रेगिस्तान के बीच स्थित अबू धाबी शहर का बाहरी इलाका संस्कृत के श्लोकों के उच्चारण से गूंज उठा. संयुक्त अरब अमीरात में सबसे बड़े हिंदू मंदिर के उद्घाटन के मौके पर एक हफ्ते तक चलने वाले समारोह के सिलसिले में पिछले कुछ महीनों से दुनियाभर से यहां जुटे हजारों हरिभक्त (स्वयंसेवक) खुशी और गर्व से फूले नहीं समा रहे थे. 14 फरवरी को गुजरात स्थित स्वामिनारायण संप्रदाय के आध्यात्मिक नेता महंत स्वामी ने मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन समारोह का हिस्सा बने.
मंदिर का निर्माण हिंदू धर्म के वैष्णव संप्रदाय से जुड़ी बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामिनारायण संस्था यानी बीएपीएस की तरफ से कराया गया है, जिसकी स्थापना 1800 के दशक की शुरुआत में घनश्याम पांडे ने की थी. घनश्याम पांडे अयोध्या में एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे एक विद्वान संन्यासी थे, जिन्होंने घूम-घूमकर अपनी आस्था का प्रचार किया अपने प्रवचनों के जरिए उन्होंने बड़ी संख्या में अनुयायी बनाए. पांडे अपने अनुयायियों के बीच सहजानंद स्वामी और अंतत: भगवान स्वामिनारायण के तौर पर जाने गए, जिन्हें उनके भक्त भगवान कृष्ण का अवतार मानते हैं. सहजानंद गुजरात जाकर बस गए और अपने जीवनकाल के दौरान दो क्षेत्र बनाए-वडताल गडी (खेड़ा) और अहमदाबाद गडी. इनसे चार और संप्रदाय उभरेबीएपीएस, मणिनगर गडी, वसना गडी और सोखदा गडी. बीएपीएस संप्रदाय वडताल गडी से उपजा है.
बीएपीएस की स्थापना 1907 में शास्त्रीजी महाराज ने की थी. संस्था का दावा है कि दुनियाभर में उसके दस लाख से अधिक सदस्य, 80,000 स्वयंसेवक 1,550 से अधिक मंदिर और 5,025 केंद्र हैं. इसकी ओर से 17,000 साप्ताहिक आयोजन होते हैं. रॉबिंसविले (न्यू जर्सी), नई दिल्ली और गांधीनगर (गुजरात) स्थित अक्षरधाम मंदिरों के अलावा बीएपीएस के कुछ और भी ख्यात मंदिर हैं, जिसमें लंदन, ह्यूस्टन, शिकागो, अटलांटा, टोरंटो, लॉस एंजेलिस और नैरोबी स्थित मंदिर शामिल हैं. बीएपीएस के प्रवक्ता बंसल भालजा कहते हैं कि अगले मंदिर पेरिस, सिडनी और जोहान्सबर्ग में निर्मित हो रहे हैं. वहीं, बहरीन के शाह ने भी मंदिर के लिए जमीन की पेशकश की है.
هذه القصة مأخوذة من طبعة February 28, 2024 من India Today Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة February 28, 2024 من India Today Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
![तन्हाई में तारों से बातें तन्हाई में तारों से बातें](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/KkYi-s4Uf1739799502351/1739799613388.jpg)
तन्हाई में तारों से बातें
पूर्वा नरेश ने दोस्तोएव्स्की की कहानी व्हाइट नाइट्स के अपने म्यूजिकल रूपांतरण चांदनी रातें में नौटंकी शैली का उपयोग किया
![धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/qNiEvMoj_1739798778622/1739799025940.jpg)
धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी
विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश और पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वालीं तीरअंदाज शीतल देवी लोगों की नई पसंद हैं. पुरुष-महिला क्रिकेटर तो खैर शीर्ष पर हैं ही. सिंधु और नीरज भी अपनी सूची में दूसरों से काफी आगे रहते हुए चोटी पर
![पक्ष में सबसे ज्यादा योग पक्ष में सबसे ज्यादा योग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/1KjgoeYER1739797917636/1739798047739.jpg)
पक्ष में सबसे ज्यादा योग
आठ साल से उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज योगी आदित्यनाथ ने लगातार 10वीं बार सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री का दर्जा हासिल कर दर्शा दिया है कि देशभर में उनकी लोकप्रियता का कोई सानी नहीं
![कुछ तो पक रहा है कुछ तो पक रहा है](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/LTVA_wBh-1739799397242/1739799499364.jpg)
कुछ तो पक रहा है
अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा ने फिल्म मिसेज में दमदार काम किया है, जो 2021 की मलयालम फिल्म द ग्रेट इंडियन किचन की हिंदी रीमेक है
![अब पंजाब की पहरेदारी अब पंजाब की पहरेदारी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/8XJdjA3wB1739796311485/1739796457045.jpg)
अब पंजाब की पहरेदारी
अरविंद केजरीवाल के लिए सवाल यह नहीं है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) का भविष्य है या नहीं. उनके लिए प्रश्न यह है कि पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में एक आइडिया के रूप में प्रासंगिक रहेगी या नहीं. दिल्ली में पार्टी की हार के तीन दिन बाद 11 फरवरी को मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब के 95 में से 86 आप विधायकों के साथ उनकी आधे घंटे बैठक हुई. माना जाता है कि इसमें केजरीवाल ने बताया कि पार्टी के भविष्य को लेकर उनके मन में क्या है.
![चौकन्ना रहने की जरूरत चौकन्ना रहने की जरूरत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/EZZRCWmXZ1739798370280/1739798495822.jpg)
चौकन्ना रहने की जरूरत
आम तौर पर मोदी सरकार की विदेश नीति लोगों को पसंद आती है लेकिन कई लोगों का मानना है कि पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते खराब हुए हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं की दुर्दशा पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर भी लोग फिक्रमंद
![हमारे गेहुंएपन का स्वीकार हमारे गेहुंएपन का स्वीकार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/LlGFceKe51739799217629/1739799396270.jpg)
हमारे गेहुंएपन का स्वीकार
एक मजहब का धर्म रु चुनने की प्रक्रिया के बहाने हमें सहिष्णुता और स्वीकार के सार्वभौमिक धर्म की सीख दे जाती है एडवर्ड बर्गर की कॉन्क्लेव
![भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/3573rr2xc1739796211678/1739796309010.jpg)
भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 फरवरी को जब भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे तो उनका उत्साह हमेशा के मुकाबले एक अलग ही मुकाम पर था.
![विकास की कशमकश विकास की कशमकश](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/NSBwWnhnm1739797282517/1739797660783.jpg)
विकास की कशमकश
एक ओर जहां कमजोर मांग, कम निवेश और दुनियाभर में अनिश्चितता की वजह से भारत की वृद्धि पर असर पड़ रहा है, वहीं आसमान छूती महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी कर में मिली राहत को ढक रही है. इन सबकी वजह से आम आदमी का संघर्ष और आर्थिक परेशानियां बढ़ रहीं
![उथल-पुथल का आलम उथल-पुथल का आलम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/R77_jKKQS1739798498314/1739798692561.jpg)
उथल-पुथल का आलम
सामाजिक-राजनैतिक सुधारों के लिए सरकार को मजबूत समर्थन मिल रहा मगर लोकतंत्र, धार्मिक ध्रुवीकरण और महिला सुरक्षा को लेकर चल रही खदबदाहट से इससे जुड़ी चिंताएं उजागर