![विरासत पर स्टालिन का जोर विरासत पर स्टालिन का जोर](https://cdn.magzter.com/India Today Hindi/1729484126/articles/OWxB2JbVg1729495779113/1729496101529.jpg)
71 साल की उम्र में यह उनका बतौर मुख्यमंत्री अभी पहला ही कार्यकाल है, और वे फिर युवा होने से तो रहे. यही नहीं, अगर वे यह चुनाव जीत लेते हैं तो यह ऐसी उपलब्धि होगी जिसे उनके दिवंगत पिता और पांच बार मुख्यमंत्री रहे एम. करुणानिधि भी हासिल नहीं कर सके. फिर परिवार का मामला तो है ही - स्टालिन अपने बेटे और पहली बार के विधायक उदयनिधि की कुर्सी सुरक्षित करना चाहते हैं, जिन्हें अक्तूबर में उपमुख्यमंत्री पद पर पदोन्नत कर दिया गया.
डीएमके प्रमुख ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है-234 सदस्यों की विधानसभा में 200 सीट जीतना (अभी उनके पास अपनी 133 सीटें, और गठबंधन की सहयोगी पार्टियों के साथ 159 सीटें हैं). काम शुरू भी हो गया है. अक्तूबर में ही डीएमके ने सभी 234 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए बाहरी पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए. पार्टी के महासचिव दुरईमुरुगन का कहना है कि ये पर्यवेक्षक बूथ कमेटियों और और बूथ स्तर के एजेंटों पर ध्यान देने के अलावा निर्वाचन क्षेत्र के विकास के बारे में सीधे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट करेंगे और जीत सकने वाले उम्मीदवारों की पहचान भी करेंगे.
स्टालिन सरकार, पार्टी की जनछवि को सुधारने के लिए सामाजिक क्षेत्र के नित नए कार्यक्रम लाती रही है. डीएमके की अगुआई वाले सेक्युलर प्रोग्रेसिव एलायंस को, जिसमें कांग्रेस और 12 अन्य पार्टियां भी शामिल हैं, 2026 में सत्ता-विरोधी भावना से जूझना होगा. साथ ही उसे प्रतिद्वंद्वी दलों की चुनौती का सामना भी करना होगा, जिसमें रूपहले परदे के बड़े सितारे विजय की तमिलागा वेत्री कड़गम (टीवीके) भी है, जो ज्यादा युवा विकल्प पेश करने की उम्मीद कर रही है. राजनैतिक विश्लेषक रामू मणिवन्नन कहते हैं, "डीएमके सरकार का कामकाज औसत रहा है, पर उसके कुछ कार्यक्रम और पहल सफल हैं. पार्टी में कोई खास अंतर्कलह नहीं दिखती, पर उदयनिधि के उभरने के साथ कुछ नए समीकरण बनेंगे."
बीते तीन दशकों से डीएमके के सतरंगे गठबंधन ने छोटी-छोटी जातियों और समुदायिक धड़ों को अपने साथ जोड़े रखा है, जो चुनावों के दौरान उसका अहम जनाधार होते हैं. एकजुटता की इस पहल की बदौलत ही हाल के चुनावों में उसकी वोट हिस्सेदारी खासकर प्रतिद्वंद्वी एआइएडीएमके की सुप्रीमो जयललिता के गुजरने के बाद काफी बेहतर रही है.
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![रील के रसिक बनते भस्म-भभूत वाले तपस्वी रील के रसिक बनते भस्म-भभूत वाले तपस्वी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1989944/V1y3fpEIW1739185336590/1739185578189.jpg)
रील के रसिक बनते भस्म-भभूत वाले तपस्वी
कहते हैं उपनिषदों का ज्वलंत ज्ञान सबके लिए नहीं है. वजहः यह बुद्धि मात्र की यानी सिर्फ बौद्धिक उपलब्धि नहीं बल्कि शरीर पर उसके निरंतर गहन अभ्यास से आप वहां तक पहुंचते हैं. लेकिन संगम में स्नान के लिए वे विभूतियां भी आती हैं जो तमाम सांसारिक आकर्षणों से दूर हो चुकी हैं.
![तगड़ा झटका तगड़ा झटका](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1989944/UozqDkrAT1739181839176/1739182008378.jpg)
तगड़ा झटका
दरअसल, दंडकारण्य के घने जंगलों में, जहां पत्तों की हर सरसराहट के साथ शिकार और शिकारी के बीच की सीमा रेखाएं धुंधली पड़ जाती हैं, अभी-अभी वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ देश की लंबे वक्त से चल रही लड़ाई का एक नाटकीय अध्याय लिखा गया.
![क्राइम कैपिटल की छवि से उबरने को कसमसाता एक शहर क्राइम कैपिटल की छवि से उबरने को कसमसाता एक शहर](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1989944/dqcZ9XC8R1739182755901/1739183432199.jpg)
क्राइम कैपिटल की छवि से उबरने को कसमसाता एक शहर
कभी औद्योगिक शहर की पहचान रखने वाला मोकामा आखिर नब्बे के दशक में कैसे बना बिहार का क्राइम कैपिटल? अपनी बदनाम छवि से छुटकारा पाने की कोशिश कर रहा यह शहर हाल में गुटों के बीच भारी गोलीबारी से एक बार फिर दहला
![बढ़िया, संतुलित कदम बढ़िया, संतुलित कदम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1989944/LkrLRStgQ1739182151613/1739182432303.jpg)
बढ़िया, संतुलित कदम
अब जब बाहरी दुनिया में अनिश्चितता दिख रही है तो 2025 के बजट में कुछ बेहद आवश्यक आश्वासन दिए गए हैं, साथ ही राजकोषीय विवेक की सीधी और संकरी राह का अनुसरण किया गया है
![विश्व का सबसे खतरनाक गेंदबाज विश्व का सबसे खतरनाक गेंदबाज](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1989944/HuuKZSb_Y1739183703170/1739184010840.jpg)
विश्व का सबसे खतरनाक गेंदबाज
आइसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर जसप्रीत बुमरा ने 2024 में इतने रिकॉर्ड तोड़े कि गिने न जाएं. अव्वल तेज गेंदबाज पाने भारत की दुआएं रंग लाईं. और अब तो वे एक कदम आगे बढ़कर खेल के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज बन गए
![किताबें, किरदार और ककड़ी किताबें, किरदार और ककड़ी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1989944/Gbo_ZsIlR1739184011878/1739184202227.jpg)
किताबें, किरदार और ककड़ी
बाकी के रूटीनी मेलों से कितना अलग होता है किताबों और थिएटर के उत्सव-जलसों का मिजाज! जरूरत की या लक्जरी चीजों को खरीदने-बेचने के हड़बोंग से हटकर यहां दिखती है अपने भीतरी सॉफ्टवेयर को अपडेट करने की बेचैनी (संदर्भ: प्रगति मैदान में दिल्ली विश्व पुस्तक मेला; राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में भारंगम). थोड़ा सजग रहें तो कई गुदगुदाते वाकयों से भी आप गुजरते हैं.
![छिड़ गया सत्ता संघर्ष छिड़ गया सत्ता संघर्ष](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1989944/3LLiwnUS91739181555756/1739181657557.jpg)
छिड़ गया सत्ता संघर्ष
कश्मीर के बडगाम में गणतंत्र दिवस पर जिला विकास परिषद (डीडीसी) के अध्यक्ष नजीर अहमद खान के तिरंगा फहराने के दौरान एक नामौजूदगी साफ नजर आई. जिले के चारों विधायक उस समारोह से नदारद रहे.
![पिछड़ों की परवाह पिछड़ों की परवाह](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1989944/eTMtDBOXm1739181374310/1739181552964.jpg)
पिछड़ों की परवाह
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने 4 फरवरी को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया, जिसमें एक प्रस्ताव पारित करके केंद्र सरकार से आग्रह किया गया कि राज्य के महत्वाकांक्षी जात सर्वेक्षण की तर्ज पर पूरे देश में जाति गणना कराई जाए. हालांकि, गोपनीयता संबंधी चिंताएं जाहिर करते हुए विस्तृत रिपोर्ट पेश किए बिना ही प्रस्ताव को पारित कर दिया गया.
![ममता पर उत्तर पड़े अखाड़े में ममता पर उत्तर पड़े अखाड़े में](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1989944/K8mZQ7w711739183441045/1739183681656.jpg)
ममता पर उत्तर पड़े अखाड़े में
कभी ग्लैमरस अभिनेत्री रहीं ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाने के बाद शुरू हुआ बखेड़ा. अखाड़ों में बढ़ते वैभव के चलते लगा महामंडलेश्वर बनने का चस्का
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देसी स्वाद की देवी
रेस्तरां मालिक ऋतु डालमिया लंबे वक्त की अपनी साथी माइकेला टेडसन के साथ हाल ही हुई शादी के बाद घर में खुशियों का मजा ले रही हैं