युवा बच्चों की डोर थामे रहें मातापिता
Sarita|December Second 2022
बच्चे बहुत बार मातापिता से मिली आजादी का गलत इस्तेमाल कर बैठते हैं. ऐसे में जरूरी है कि मांबाप बच्चों को इतनी भी आजादी न दें कि वे उन्हीं से कटने लगें, उन की डोर अपने हाथों थामे रहें.
आशा शर्मा
युवा बच्चों की डोर थामे रहें मातापिता

जैसे ही मुझे पता चला कि मेरी सहेली सुधा की बेटी रीवा ने सल्फास खा कर अपनी जान देने की कोशिश की है, मैं सकते में आ गई. रीवा बहुत ही जिंदादिल और जिंदगी को भरपूर जीने वाली ऊर्जा से भरपूर लड़की थी. उस से इस तरह के कायरतापूर्ण कदम की उम्मीद मुझे बिलकुल भी नहीं थी. हकीकत तो सुधा से मिल कर ही पता चलेगी. मुझे इस मुश्किल घड़ी में अपनी दोस्त के साथ होना चाहिए, यही सब सोचते हुए मैं सुधा और रीवा से मिलने सिटी अस्पताल चल दी.

रीवा की नाजुक हालत देख कर मैं भी अपनेआप को नहीं संभाल सकी. इस कली को मुरझाने मत देना, मन ही मन विचारती हुई मैं ने सुधा के कंधे पर हाथ रखा. मेरा स्पर्श पाते ही सुधा के भीतर रुका हुआ सैलाब अपने बांध तोड़ कर बह निकला. वह मेरे कंधे से लग कर फफक पड़ी. मैं ने उसे शांत कर के पूरी घटना बताने को कहा. सुधा रोतेरोते बोली, "सारी गलती मेरी ही है. काश, मैं ने रीवा को ढील देते समय डोर को अपने हाथों से थामे रखा होता तो आज यह यहां इस हाल में न होती." 

सुधा ने बताया कि रीवा अपने कालेज के फर्स्ट ईयर में पहली बार उन के स्वागत में दी गई फ्रैशर पार्टी में गई थी. वहां कुछ सीनियर्स के साथ उस की दोस्ती हो गई. वे बुक्स और नोट्स आदि से भी खूब मदद करते थे. उस के बाद आएदिन रीवा उन के साथ पार्टियों में जाने लगी. हम ने भी ज्यादा गौर नहीं किया. जब कोएजुकेशन है तो यह सब तो चलता ही रहता है, सोचती हुई बेटी को पूरी आजादी दे रखी थी.

सबकुछ बहुत अच्छा चल रहा था. मगर पिछले 2-3 महीनों से रीवा बहुत तनाव में दिखाई देती थी. अकसर देररात को फोन पर धीरेधीरे बात करती थी. मैं जब भी पूछती, तो 'कालेज की बातें हैं' कह कर टाल जाती थी. फिर अचानक इस ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया. अब मौत के मुंह से निकल कर आई है तब इस ने बताया कि किसी पार्टी में इस के सीनियर्स ने नशीला ड्रिंक पिला कर इस का अश्लील एमएमएस बना लिया था और अब उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की धमकी दे कर उसे ब्लैकमेल कर रहे थे.

कुछ दिनों तक तो पैसे की मांग करते रहे और जब कैश की किल्लत हो गई तो इस की अस्मत से खिलवाड़ करने पर उतर आए. घबरा कर इस ने यह कदम उठा लिया. प्रकृति का लाखलाख शुक्र है कि बच्ची बच गई और दोषी लड़के पुलिस की गिरफ्त में हैं.

هذه القصة مأخوذة من طبعة December Second 2022 من Sarita.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة December Second 2022 من Sarita.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من SARITA مشاهدة الكل
बौलीवुड और कौर्पोरेट का गठजोड़ बरबादी की ओर
Sarita

बौलीवुड और कौर्पोरेट का गठजोड़ बरबादी की ओर

क्या बिना सिनेमाई समझ से सिनेमा से मुनाफा कमाया जा सकता है? कौर्पोरेट जगत की फिल्म इंडस्ट्री में बढ़ती हिस्सेदारी ने इस सवाल को हवा दी है. सिनेमा पर बढ़ते कौर्पोरेटाइजेशन ने सिनेमा पर कैसा असर छोड़ा है, जानें.

time-read
10+ mins  |
December Second 2024
यूट्यूबिया पकवान मांगे डाटा
Sarita

यूट्यूबिया पकवान मांगे डाटा

कुछ नया बनाने के चक्कर में मिसेज यूट्यूब छान मारती हैं और इधर हम 'आजा वे माही तेरा रास्ता उड़ीक दियां...' गाना गाते रसोई की ओर टकटकी लगाए इंतजार में बैठे हैं कि शायद अब कुछ खाने को मिल जाए.

time-read
5 mins  |
December Second 2024
पेरैंटल बर्नआउट इमोशनल कंडीशन
Sarita

पेरैंटल बर्नआउट इमोशनल कंडीशन

परफैक्ट पेरैंटिंग का दबाव बढ़ता जा रहा है. बच्चों को औलराउंडर बनाने के चक्कर में मातापिता आज पेरैंटल बर्न आउट का शिकार हो रहे हैं.

time-read
4 mins  |
December Second 2024
एक्सरसाइज करते समय घबराहट
Sarita

एक्सरसाइज करते समय घबराहट

ऐक्सरसाइज करते समय घबराहट महसूस होना शारीरिक और मानसिक कारणों से हो सकता है. यह अकसर अत्यधिक दिल की धड़कन, सांस की कमी या शरीर की प्रतिक्रिया में असंतुलन के कारण होता है. मानसिक रूप से चिंता या ओवरथिंकिंग इसे और बढ़ा सकती है.

time-read
3 mins  |
December Second 2024
जब फ्रैंड अंधविश्वासी हो
Sarita

जब फ्रैंड अंधविश्वासी हो

अंधविश्वास और दोस्ती, क्या ये दो अलग अलग रास्ते हैं? जब दोस्त तर्क से ज्यादा टोटकों में विश्वास करने लगे तो किसी के लिए भी वह दोस्ती चुनौती बन जाती है.

time-read
10 mins  |
December Second 2024
संतान को जन्म सोचसमझ कर दें
Sarita

संतान को जन्म सोचसमझ कर दें

क्या बच्चा पैदा कर उसे पढ़ालिखा देना ही अपनी जिम्मेदारियों से इतिश्री करना है? बच्चा पैदा करने और अपनी जिम्मेदारियां निभाते उसे सही भविष्य देने में मदद करने में जमीन आसमान का अंतर है.

time-read
4 mins  |
December Second 2024
बढ़ रहे हैं ग्रे डिवोर्स
Sarita

बढ़ रहे हैं ग्रे डिवोर्स

आजकल ग्रे डिवोर्स यानी वृद्धावस्था में तलाक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जीवन की लंबी उम्र, आर्थिक स्वतंत्रता और बदलती सामाजिक धारणाओं ने इस ट्रैंड को गति दी है.

time-read
4 mins  |
December Second 2024
ट्रंप की दया के मुहताज रहेंगे अडानी और मोदी
Sarita

ट्रंप की दया के मुहताज रहेंगे अडानी और मोदी

मोदी और अडानी की दोस्ती जगजाहिर है. इस दोस्ती में फायदा एक को दिया जाता है मगर रेवड़ियां बहुतों में बंटती हैं. किसी ने सच ही कहा है कि नादान की दोस्ती जी का जंजाल बन जाती है और यही गौतम अडानी व नरेंद्र मोदी की दोस्ती के मामले में लग रहा है.

time-read
8 mins  |
December Second 2024
विश्वगुरु कौन भारत या चीन
Sarita

विश्वगुरु कौन भारत या चीन

चीन काफी लंबे समय से तमाम विवादों से खुद को दूर रख रहा है जिन में दुनिया के अनेक देश जरूरी और गैरजरूरी रूप से उलझे हुए हैं. चीन के साथ अन्य देशों के सीमा विवाद, सैन्य झड़पों या कार्रवाइयों में भारी कमी आई है. वह इस तरफ अपनी ऊर्जा नष्ट नहीं करना चाहता. इस वक्त उस का पूरा ध्यान अपने देश की आर्थिक उन्नति, जनसंख्या और प्रतिव्यक्ति आय बढ़ाने की तरफ है.

time-read
10 mins  |
December Second 2024
हिंदू एकता का प्रपंच
Sarita

हिंदू एकता का प्रपंच

यह देहाती कहावत थोड़ी पुरानी और फूहड़ है कि मल त्याग करने के बाद पीछे नहीं हटा जाता बल्कि आगे बढ़ा जाता है. आज की भाजपा और अब से कोई सौ सवा सौ साल पहले की कांग्रेस में कोई खास फर्क नहीं है. हिंदुत्व के पैमाने पर कौन से हिंदूवादी आगे बढ़ रहे हैं और कौन से पीछे हट रहे हैं, आइए इस को समझने की कोशिश करते हैं.

time-read
6 mins  |
December Second 2024