इस सम्मेलन की शुरुआत बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास के मुख्य भाषण और फायरसाइड चैट तथा भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्व चेयरमैन एम दामोदरन द्वारा एक्सपो उद्घाटन के साथ होगी।
दो दिनों (21 और 22 दिसंबर) तक चलने वाले इस सम्मेलन में भारत की वित्तीय प्रणाली के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करने वाले विविध विषयों पर 11 पैनल चर्चा करेंगे।
आरबीआई गवर्नर ऐसे समय में अपने विचार साझा करने जा रहे हैं जब मुद्रास्फीति 6 फीसदी से नीचे आ गई है और चालू कैलेंडर वर्ष में मुद्रास्फीति पहली बार आरबीआई के लक्षित दायरे 2 से 6 फीसदी के भीतर है। आरबीआई गवर्नर ने बीते समय में कई मौकों पर जिक्र किया है कि मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। इसलिए मुद्रास्फीति में स्थायी गिरावट देखने के लिए केंद्रीय बैंक अभी भी सतर्क है।
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