वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 4.4 फीसदी रही थी जबकि वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में वृद्धि दर 4 फीसदी रही थी। वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के लिए जीडीपी के आंकड़े राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा बुधवार को जारी किए जाएंगे।
भारतीय स्टेट बैंक समूह के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने कहा, ‘एसबीआई ने प्रमुख क्षेत्रों के 30 उच्च आवृत्ति वाले संकेतकों के आधार पर वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में जीडीपी वृद्धि 5.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। इस हिसाब से पूरे वित्त वर्ष के लिए जीडीपी की वृद्धि दर 7.1 फीसदी रह सकती है।’
घोष ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नए सिरे से उछाल के संकेत हैं जबकि बेहतर दक्षता को अपनाने से सेवा क्षेत्र के प्रदर्शन में भी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, ‘भारत में घरेलू खपत और निवेश को कृषि एवं संबंधित गतिविधियों की मजबूत संभावनाओं, कारोबार और उपभोक्ता आत्मविश्वास में मजबूती और मजबूत उधारी मांग का लाभ मिल रहा है।’
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