सेवा निर्यात की घटी रफ्तार
Business Standard - Hindi|May 04, 2024
लगातार दो साल तक दो अंकों में बढ़ने के बाद पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारत के सेवा निर्यात की रफ्तार सुस्त पड़ गई और तीन साल में सबसे कम रही। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024 में भारत का सेवा निर्यात 4.9 फीसदी की मामूली वृद्धि के साथ 341.1 अरब डॉलर रहा।
असित रंजन मिश्र
सेवा निर्यात की घटी रफ्तार

हालांकि सेवाओं के शुद्ध निर्यात की बात करें तो 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान वह 13.6 फीसदी की दमदार वृद्धि के साथ 162.8 अरब डॉलर हो गया। इस दौरान सेवाओं का आयात 2 फीसदी घटकर 178.3 अरब डॉलर रह गया। इससे शुद्ध निर्यात बढ़ गया।

बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि सेवाओं के निर्यात में कमजोर वृद्धि की मुख्य वजह पिछले वर्षों में आंकड़ा ज्यादा रहना और विकसित अर्थव्यवस्थाओं से मांग नरम रहना हो सकती है। उन्होंने कहा, 'वित्त वर्ष 2025 में भी हालत ऐसी ही रहेगी क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था और विशेष तौर पर अमेरिका एवं यूरोप में उच्च ब्याज दरों के कारण मांग में नरमी रहेगी।'

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