बीमा कंपनियां वाहन बीमा दावों की प्रक्रिया सरल बनाने की कोशिश कर रही हैं। एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस ने हाल ही में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के जरिये गाड़ी के निरीक्षण की तकनीक को व्हाट्सऐप चैटबॉट में डाल दिया। इससे ग्राहक 20,000 रुपये तक के मामूली नुकसान के लिए होने वाले दावे तुरंत निपटा लेंगे। पॉलिसीबाजार ने क्लेम एश्योरेंस प्रोग्राम शुरू किया, जिसमें ग्राहकों को उनके दावे के लिए खास क्लेम मैनेजर मिलेगा और गाड़ी को नेटवर्क के गैराज तक ले जाने की सुविधा भी दी जाएगी।
कंपनियां तो यह सब कर रही हैं मगर ग्राहकों को भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। उन बातों का ध्यान रखना और उनसे बचना बहुत जरूरी है, जिनकी वजह से उनके दावे खारिज हो सकते हैं।
दावे खारिज होने के बड़े कारण
यदि कोई पॉलिसीधारक अपनी पॉलिसी से बेजा फायदा लेने के लिए फर्जी दावा करता है तो बीमा कंपनी उसे खारिज कर देगी। एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस में निदेशक और चीफ बिजनेस ऑफिसर पार्थनील घोष कहते हैं, 'अगर दावा पॉलिसी की जोखिम अवधि खत्म होने के बाद किया गया है तो कंपनी उसे खारिज कर देगी।'
वाहन बीमा वाहनों की खास श्रेणियों के लिए बेचा जाता है। अगर आप निजी कार के लिए बीमा ले रहे हैं तो आपसे निजी इस्तेमाल के हिसाब से ही प्रीमियम वसूला जाएगा। एको इंश्योरेंस के चीफ अंडरराइटिंग ऑफिसर अनिमेष दास समझाते हैं, 'अगर आप अपनी कार को टैक्सी की तरह इस्तेमाल करते है और दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं तो आपका दावा नहीं माना जाएगा।'
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