बोले डिप्टी गवर्नर
■ ये कंपनियां बैंकों एवं गैर-बैंकिंग कंपनियों और म्युचुअल फंडों की तरह अलग वजूद स्थापित नहीं कर पाई हैं
■ फिनटेक कंपनियों को नियामक से विधिवत लाइसेंस नहीं मिलता है और उनका नियमन भी नहीं हो रहा है
■ इस वजह से इन कंपनियों के लिए यह साबित करना और भी कठिन हो जाता है कि वे जिम्मेदारी से कारोबार कर रही हैं
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने कहा है कि वित्त-तकनीक क्षेत्र की कंपनियां भरोसा जीतने वाली स्थिति में अभी तक नहीं पहुंच पाई हैं। शंकर ने कहा कि ये कंपनियां बैंकों एवं गैर-बैंकिंग कंपनियों (एनबीएफसी) और म्युचुअल फंडों की तरह अपना अलग वजूद स्थापित नहीं कर पाई हैं। शंकर ने गुरुवार को यहां ‘ग्लोबल फिनटेक फेस्ट’ में ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि फिनटेक कंपनियों को नियामक से विधिवत लाइसेंस नहीं मिलता है और उनका नियमन भी नहीं हो रहा है। शंकर ने कहा कि इस वजह से इन कंपनियों के लिए यह साबित करना और भी कठिन हो जाता है कि वे जिम्मेदारी से कारोबार कर रही हैं और लोगों का भरोसा हासिल कर रही हैं।
هذه القصة مأخوذة من طبعة August 30, 2024 من Business Standard - Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة August 30, 2024 من Business Standard - Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
बैलट से वोट: अभियान चलाएगी कांग्रेस
कांग्रेस अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बजाय बैलट पेपर से चुनाव कराने के लिए अभियान चलाएगी। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को इस बात का ऐलान किया।
महाराष्ट्र: मुख्यमंत्री के लिए अभी इंतजार
एकनाथ शिंदे ने इस्तीफा दिया, कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में बने रहेंगे
फिनटेक की सुगमता के लिए प्रयास जारी
डेटा सुरक्षा, साइबर सुरक्षा कुछ ऐसे अनिवार्य पहलू हैं जिन पर ध्यान देना आवश्यक
पूर्वी भारत के ज्यादातर इलाकों में पहुंचेगी सुरक्षा डायग्नोस्टिक्स
कंपनी का आईपीओ 29 नवंबर को खुल रहा
भारतीय बाजार पर ध्यान केंद्रित करेगी टीसीएस
भारत और उभरते बाजारों में आय दोगुनी करने की संभावनाएं तलाश रही कंपनी
एस्सार के सह-संस्थापक शशि रुइया का निधन
छोटे से निर्माण व्यवसाय को एक बुनियादी ढांचा समूह में बदलने वाले उद्यमी शशिकांत रुइया का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। उन्हें प्यार से शशि रुइया बुलाया जाता था।
संविधान हमारा मार्गदर्शक: प्रधानमंत्री
पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान सभा की 15 महिला सदस्यों के योगदान को किया याद
एफडीआई पर भारतीय कंपनियों की रणनीति
भारतीय कंपनियों को चाहिए कि वे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जुटाने और वैश्विक स्तर पर एक वृहद भूमिका निभाने की तैयारी करें। कई बड़ी विदेशी कंपनियां ऐसा कर चुकी हैं। बता रहे हैं अजय शाह
सिनेमा उद्योग में पूंजी जुटाने के लिए नए कदम
भारतीय सिनेमा के रुपहले पर्दे पर एक नई कहानी का आगाज होने जा रहा है। लेकिन पहले बात करते हैं 1990 के दशक के शुरुआती वर्षों की जब करण जौहर जो महाराष्ट्र राज्य बोर्ड की परीक्षा में वाणिज्य विषय में अव्वल रहे और उन्हें जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में एमबीए की सीट की पेशकश की गई।
यूपीआई धोखाधड़ी में 485 करोड़ रुपये गंवाए
भारतीयों को चपत - वास्तविक समय भुगतान प्रणाली के इस्तेमाल करने वालों की संख्या और लेनदेन बढ़ने के साथ-साथ यूपीआई संबंधित धोखाधड़ी बढ़ी, वित्त वर्ष 22 की तुलना में वित्त वर्ष 24 में बैंक धोखाधड़ी तीन गुना से अधिक रही