मॉनसून की प्रगति से खाद्य महंगाई घटने की संभावनाएं बढ़ीं
■ साल के शेष महीनों में महंगाई दर की स्थिति ज्यादा अनुकूल हो सकती है इसे देखते हुए अर्थशास्त्रियों का मानना है कि रिजर्व बैंक अपना रुख नरम करेगा
■ हालांकि इस बात पर मतभेद है कि रिजर्व बैंक रुख नरम करने और रीपो रेट घटाने का फैसला एक साथ लेगा या पहले रुख नरम करने की घोषणा करेगा
मॉनसून की प्रगति के साथ खाद्य महंगाई की चिंता घट रही है और भारतीय रिजर्व बैंक अपना रुख बदलने को तैयार हो रहा है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि रिजर्व बैंक मौजूदा रुख से तटस्थ रुख अपना सकता है।
फिक्की-आईबीए की सालाना बैठक के दौरान अपने भाषण में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘महंगाई दर और वृद्धि के बीच संतुलन की स्थिति बहुत बेहतर है।’ उन्होंने खाद्य महंगाई दर को लेकर भी आशावादी रुख दिखाया, क्योंकि मॉनसून बेहतर है। दास ने कहा कि साल के शेष महीनों में महंगाई दर की स्थिति ज्यादा अनुकूल हो सकती है।
इक्रा में मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘वृद्धि और महंगाई दर के परिदृश्य को देखते हुए हमारा अनुमान है कि अक्टूबर या दिसंबर 2024 की नीतिगत समीक्षा में रुख में बदलाव हो सकता है।’
هذه القصة مأخوذة من طبعة September 07, 2024 من Business Standard - Hindi.
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