- कई बिजली संयंत्रों में रखरखाव की दिक्कतों के चलते पूरी क्षमता से नहीं हो पा रहा उत्पादन
- इस वर्ष जून में 2.40 लाख और सितंबर में 2.60 लाख मेगावाट बिजली की मांग रहने की संभावना
सोमवार 20 मई, 2024 को सुबह से ही बिजली की मांग ने 2.30 लाख मेगावाट को पार कर लिया था। इससे बिजली मंत्रालय के साथ ही बिजली आपूर्ति प्रबंधन से जुड़े विभागों के अधिकारियों के माथे पर चिंता थी कि इतनी बड़ी मांग का प्रबंधन कैसे होगा। दोपहर तीन बजे देश में बिजली की कुल मांग 2.38 लाख मेगावाट को पार कर गई। लेकिन देश के किसी भी हिस्से से बिजली की बड़ी कटौती की सूचना नहीं आई। केंद्रीय बिजली मंत्रालय का दावा है कि जिन शहरों में बिजली कटौती हो रही है, वह बिजली की कमी की वजह से नहीं बल्कि स्थानीय स्तर पर तकनीकी वजहों से या फिर राज्य सरकारों की तरफ से पर्याप्त बिजली नहीं खरीदे जाने की वजह से हो रही है।
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