• आया सरकार पर संकट तो अब उपचुनाव पर अधिक जोर
• विस की दो सीटें जीतने से टल सकता है सरकार का संकट
हिमाचल प्रदेश में 2022 में बहुमत से सरकार बनाने वाली कांग्रेस लोकसभा चुनाव में उतरने से पहले राज्यसभा चुनाव में हार चुकी है। भाजपा के हर्ष महाजन विजयी रहे थे। छह विधायकों के पाला बदलने से निर्मित स्थितियों में राज्य सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। यही वजह है कि प्रदेश में जितना ताप लोस चुनाव का है, उससे अधिक विस की छह सीटों पर हो रहे उपचुनाव का है। कांग्रेस के लिए सांसद से ज्यादा राज्य सरकार महत्वपूर्ण है।
विस की 40 सीटें जीतने वाली कांग्रेस राज्यसभा चुनाव के बाद 34 पर आ गई। इस झटके से उबरने के बाद कांग्रेस प्रयास कर रही है कि एकता का संदेश दिया जाए, पर ऐसा लग रहा है कि उसका ध्यान लोस चुनाव पर कम, विस के उपचुनाव पर अधिक है। वह राज्य सरकार को बचाने के लिए प्रयासरत है।
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