DASTAKTIMES - October 2023Add to Favorites

DASTAKTIMES - October 2023Add to Favorites

Keine Grenzen mehr mit Magzter GOLD

Lesen Sie DASTAKTIMES zusammen mit 9,000+ anderen Zeitschriften und Zeitungen mit nur einem Abonnement   Katalog ansehen

1 Monat $9.99

1 Jahr$99.99 $49.99

$4/monat

Speichern 50%
Hurry, Offer Ends in 12 Days
(OR)

Nur abonnieren DASTAKTIMES

1 Jahr $9.99

Geschenk DASTAKTIMES

7-Day No Questions Asked Refund7-Day No Questions
Asked Refund Policy

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

Digitales Abonnement
Sofortiger Zugriff

Verified Secure Payment

Verifiziert sicher
Zahlung

In dieser Angelegenheit

October - 2023 Edition

राष्ट्रीय 'इण्डिया गठबंधन' सीटों के बंटवारे का 'जाल'

सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस अपना वर्चस्व चाहती है। पहले भी कांग्रेस की मंशा का खुलासा हुआ था कि वह लोकसभा की 350 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि विपक्षी गठबंधन में शामिल दल उसे इतनी सीटें देने के मूड में नहीं हैं, खासकर आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस। कांग्रेस या किस सहयोगी दल को कितनी सीटें मिलें, वह उस राज्य का बड़ा दल ही त करेगा। कांग्रेस भले ही सभी शेष 27 दलों को साध ले तो भी उसके खाते में डेढ़-दो सौ से अधिक सीटें नहीं आएंगी।

राष्ट्रीय 'इण्डिया गठबंधन' सीटों के बंटवारे का 'जाल'

8 mins

डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का हब बनता भारत

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात पर विशेष ध्यान दिया है कि कैसे विदेशी प्रतिरक्षा कंपनियों के साथ आज भारत संयुक्त अनुसंधान और विकास पर काम करे, भारत को किस तरह डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब बनाया जाय। भारत ने अपने डिफेंस सिस्टम की मजबूती के लिए आवश्यक रक्षा साजोसामान को खरीदना और विदेशी कंपनियों को ठेके देना जारी रखा है लेकिन परिवर्तन यह आया है कि भारत अब विदेशी डिफेंस कंपनी की सारी शर्तों को मानते हुए काम करता हो, ऐसा नहीं है।

डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का हब बनता भारत

8 mins

आइएनडीआइए का 'मायाजाल' किधर जाएंगी मायावती?

कांग्रेस किसी भी तरह से बसपा को गठबंधन में शामिल करना चाहती है, लेकिन समाजवादी पार्टी इसमें कोई रुचि नहीं ले रही है। बहरहाल, बसपा सुप्रीमो मायावती किसी भी पार्टी के साथ हाथ मिलाने को तैयार नहीं हैं जिसके चलते राजनीति के गलियारों में हड़कम्प मचा हुआ है। वैसे तो पिछले दो दशकों में बसपा लगातार कमजोर हुई है, लेकिन अभी भी उसके पास 14 फीसदी दलित वोट बैंक मौजूद है। इसी के चलते बसपा से सब हाथ मिलाना चाहते हैं, तो मायावती को भी अपनी इस ताकत पर गुमान है, जिसके चलते वह फूंक-फूंक कर कदम आगे बढ़ा रही हैं।

आइएनडीआइए का 'मायाजाल' किधर जाएंगी मायावती?

7 mins

जनता के संघर्ष के साथी योगी - यूपी में योगी ने खींची बड़ी सियासी लाइन

योगी के दबदबे का यह हाल है कि दिल्ली का आलाकमान भी यूपी के बारे में ज्य सोचते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि चाहे बात विधानसभा चुनाव की हो या फिर लोकसभा की, दोनों ही चुनाव योगी अपने दम पर जीतने की कूबत रखते हैं, इसीलिए यूपी की 80 लोकसभा सीटों को लेकर मोदी भी ज्यादा चिंतित नहीं हैं। मोदी और उनकी पूरी टीम को यूपी में योगी के दम पर बड़ी जीत मिलती दिख रही है। राजनीति के जानकार और सर्वे रिपोर्ट तक में यूपी की 80 में से 70 सीटें बीजेपी की झोली में जाते दिख रही हैं। यह योगी का ही चमत्कार है।

जनता के संघर्ष के साथी योगी - यूपी में योगी ने खींची बड़ी सियासी लाइन

6 mins

पीस टू प्रोसपेरिटी में निवेश का नया डेस्टीनेशन उत्तराखंड

धामी ने ब्रिटेन के लंदन की राह चुनी। उसी लंदन की जिसे ब्रिटेन की वित्तीय राजधानी के रूप में देखा जाता है। उसी ब्रिटेन की जहां कभी भारत से धन का पलायन होता था, जिस ड्रेन ऑफ वेल्थ की बात दादा भाई नौरोजी करते थे, उसी ब्रिटेन से उत्तराखंड के विकास के लिए पूंजी निवेश को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री धामी अति उत्साह और रणनीति के साथ गये और उत्तराखंड की धरती से पहली बार किसी नेतृत्व द्वारा इकोनामिक पैराडिप्लोमेसी की शुरुआत की गई। एक राज्य, एक देश के साथ आर्थिक संपर्क स्थापित करने में लग गया और उसे अत्यन्त सकारात्मक परिणाम मिले।

पीस टू प्रोसपेरिटी में निवेश का नया डेस्टीनेशन उत्तराखंड

8 mins

जैविक राज्य बनता उत्तराखंड

पृथ्वी पर जब मानव का उद्भव हुआ तब वह पूरी तरह प्रकृति पर निर्भर था। आरंभिक मानव गुफाओं में रहता था और कंद मूल, फल खाकर अपना पेट भरता था। पत्थरों के औजारों से वह जंगली जानवरों का शिकार करता था और उससे भी अपनी पेट की क्षुधा शांत करता था। इन सबके लिए मानव को लम्बी-लम्बी यात्राएं करनी पड़ती थी।

जैविक राज्य बनता उत्तराखंड

4 mins

जोशीमठ का सच आया सामने अभी टला नहीं खतरा

सीबीआरआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जोशीमठ में 37 प्रतिशत भवन रहने लायक पाए गए हैं। 42 प्रतिशत भवन ऐसे हैं, जिनका पुनः आकलन जरूरी है। 20 प्रतिशत भवन ऐसे पाए गए, जो रहने लायक स्थिति में नहीं हैं और एक प्रतिशत भवनों को ध्वस्त करने की संस्तुति की गई है। सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने जोशीमठ के ढाल और भवनों की सुरक्षा को एक-दूसरे से सीधे तौर पर जोड़ा है।

जोशीमठ का सच आया सामने अभी टला नहीं खतरा

6 mins

नारी शक्ति वंदन

27 साल तक लटके रहा महिला आरक्षण विधेयक 19 सितम्बर को संसद की नई इमारत में पहले दिन पेश किया गया। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला आरक्षण से जुड़ा विधेयक पेश किया। इस विधेयक में संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है। वास्तव में महिला आरक्षण के लिए पेश किया गया विधेयक 128वां संविधान संशोधन विधेयक है। विधेयक में कहा गया है कि लोकसभा, राज्यों की विधानसभाओं और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की विधानसभा में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इसका अर्थ यह हुआ कि लोकसभा की 543 सीटों में से 181 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।

नारी शक्ति वंदन

3 mins

जातीय जनगणना की मांग हुई तेज

बिहार सरकार द्वारा जातिगत जनगणना को लेकर लिए निर्णय के बाद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर दिया है। इसमें सरकार ने कहा है कि जनगणना का अधिकार राज्यों के पास नहीं है। इससे पहले कोर्ट में बिहार सरकार ने दलील देते हुए कहा कि राज्य में सर्वे का काम पूरा हो चुका है। सारे डाटा भी ऑनलाइन अपलोड कर दिए गए हैं। इसके बाद याचिकाकर्ता की ओर से डाटा रिलीज करवाने की मांग की थी। इससे पूर्व पटना हाईकोर्ट ने बिहार में जातीय जनगणना को लेकर उठ रहे सवालों पर सुनवाई की थी।

जातीय जनगणना की मांग हुई तेज

5 mins

जातीय विद्वेष की नई प्रयोगशाला बनता बिहार

रामचरितमानस पर राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान की आग अभी ठंडी भी नहीं पड़ी कि ठाकुर (क्षत्रिय) जाति को लेकर विवाद शुरू हो गया है। रामचरितमानस को लेकर विवाद खड़ा किया गया। इसके जरिए सवर्णों को निशाना बनाया गया। एक बार फिर सवर्ण ही निशाने पर हैं। यह सारा खेल पिछड़ी व दलित जातियों को लुभाने के लिए हो रहा है। हिंदुओं के वोट को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर जीत हासिल करने का फार्मूला खोजा जा रहा है।

जातीय विद्वेष की नई प्रयोगशाला बनता बिहार

4 mins

हरियाणा सिविल सर्विस परिणाम - क्या बुद्धि-बंजर हो चुकी है हरियाणा की धरती!

बड़ी दुखद बात है कि हरियाणा की इस मुख्य परीक्षा में 1190 अभ्यर्थियों में से केवल 61 अभ्यर्थी ही इन शर्तों को पूरा कर पाए और शेष 1129 अभ्यर्थी इस बाधा को पार करने में असफल रहे। इससे अधिक विडंबना क्या होगी कि कुछ अभ्यर्थी तो इंग्लिश व हिन्दी में न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक भी नहीं ले सके। ऐसी स्थिति पहली बार उत्पन्न नहीं हुई है।

हरियाणा सिविल सर्विस परिणाम - क्या बुद्धि-बंजर हो चुकी है हरियाणा की धरती!

7 mins

सरना धर्म कोड पर गरमाई सियासत

साल 2021 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार देश में लगभग 12 करोड़ आदिवासी निवास करते हैं। झारखंड में आदिवासियों की संख्या एक करोड़ से भी अधिक है। झारखंड की एक बड़ी आबादी सरना धर्म को मानने वाली है। इस प्राचीनतम सरना धर्म का जीता-जागता ग्रंथ स्वयं जल, जंगल, जमीन और प्रकृति है। सरना धर्म की संस्कृति, पूजा पद्धिति, आदर्श और मान्यताएं प्रचलित सभी धर्मों से अलग है।

सरना धर्म कोड पर गरमाई सियासत

4 mins

तीन हजार करोड़ से अधिक का होगा विनिवेश

असम में उद्योग लगाने के लिए सरकार के नया समझौता करने वाली इन कंपनियों में लांग स्पान स्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने 139 करोड़, एसबीएल बिस्किट्स प्राइवेट लिमिटेड ने 139.15 करोड़, केसर पेट्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने 2000 करोड़, उमरांग्सो इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड ने 285 करोड़, मेसर्स सुनीत ब्रेवरीज प्राइवेट लिमिटेड ने 151 करोड़ और मेसर्स जेरिको फूड्स एंड बेवरेजेज ने 410 करोड़ के विनिवेश का प्रस्ताव रखा है।

तीन हजार करोड़ से अधिक का होगा विनिवेश

4 mins

भारत विरोध की प्रयोगशाला बना कनाडा, मोदी का करारा जवाब

टूडो को शायद अपनी धरती और संप्रभुता की रक्षा की जरूरत तो दिखाई दे रही है लेकिन भारत की ऐसी ही जरूरत के संबंध में उनकी आंखों पर लंबे समय से पट्टी क्यों लगी हुई है? टूडो इस बात में रूचि नहीं रखते। इसलिए भारत के विदेश मंत्रालय ने हालिया घटनाक्रमों के मद्देनजर कनाडा को यह अहसास करा दिया है कि कनाडा की धरती भारत विरोध की प्रयोगशाला नहीं है। कूटनीतिक, आर्थिक, राजनीतिक, सामरिक हर प्रकार के संबंध प्रभावित हो सकते हैं और इस मुद्दे पर भारत इसके लिए तैयार दिख रहा है। भारत इस समय निर्णायक रूप से कार्यवाही करने से पीछे नहीं रह सकता।

भारत विरोध की प्रयोगशाला बना कनाडा, मोदी का करारा जवाब

8 mins

सनातन धर्म अजन्मा न कोई आदि न अंत

धर्म एक है, यही सनातन धर्म है। इसे वैदिक धर्म भी कहते हैं और हिन्दू धर्म भी इसका विकास वैदिक दर्शन से हुआ है। यह सतत् विकासशील है। इसमें कालवाह्य छूटता जाता है, नया कालसंगत जुड़ता जाता है। वैदिक साहित्य में धर्म के लिए ऋत शब्द का प्रयोग भी हुआ है। प्रकृति की गतिविधि में सुसंगत व्यवस्था है। यही ऋत है। वैदिक समाज में प्रकृति की शक्तियों की गतिविधि के प्रति आदर भाव है। जीवन जगत के रहस्यों के प्रति जिज्ञासा भी रही है। जिज्ञासा, प्रश्न व संशय धर्म के विकास में सहायक रहे हैं। रिलीजन या पंथ मजहब धर्म नहीं हैं। वे विश्वास हैं। रिलीजन या मजहब के विश्वासों पर प्रश्न संभव नहीं है।

सनातन धर्म अजन्मा न कोई आदि न अंत

5 mins

पांच मैचों की मेजबानी को इकाना तैयार

लखनऊ में 13 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया द. अफ्रीका के बीच खेला जाएगा मुकाबला 29 को भारत-इंग्लैंड होंगे आमने-सामने

पांच मैचों की मेजबानी को इकाना तैयार

4 mins

Lesen Sie alle Geschichten von DASTAKTIMES

DASTAKTIMES Magazine Description:

VerlagDASTAK TIMES

KategorieNews

SpracheHindi

HäufigkeitMonthly

Latest Hindi news and political reviews.

  • cancel anytimeJederzeit kündigen [ Keine Verpflichtungen ]
  • digital onlyNur digital