Modern Kheti - Hindi - 1st July 2023Add to Favorites

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Vast age of Food Products

पीएयू की ओर से विकसित बाजरे की दो एवं मक्का की एक किस्म को राष्ट्रीय स्तर पर काश्त के लिए मिली स्वीकृति

बीते दिनों पालमपुर में आयोजित नेशनल ग्रुप मीट में पीएयू की ओर से विकसित चारे वाली मक्का की एक किस्म के साथ दो चारे वाली बाजरे की किस्मों को काश्त के लिए स्वीकृति मिली। यह पहली बार है कि पीएयू की चारे की फसलों की तीन किस्में एक ही समय राष्ट्रीय स्तर पर जारी हो रही हैं।

पीएयू की ओर से विकसित बाजरे की दो एवं मक्का की एक किस्म को राष्ट्रीय स्तर पर काश्त के लिए मिली स्वीकृति

2 mins

सफेद मक्खी एवं गुलाबी सुंडी ने खा लिया नरमे का क्षेत्रफल

पंजाब में मौजूदा खरीफ सीजन के दौरान नरमे की बिजाई अधीन क्षेत्रफल बड़े स्तर पर कम हो गया है।

सफेद मक्खी एवं गुलाबी सुंडी ने खा लिया नरमे का क्षेत्रफल

3 mins

बंजर हो रही भूमि एक चुनौती

मरुस्थलीकरण यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें शुष्क भूमि अपनी उत्पादकता खो देती है। इसमें पौधों को सहारा देने, अन्न उत्पादन करने, आजीविका उपलब्ध कराने की जमीन की क्षमता खत्म होने लगती है।

बंजर हो रही भूमि एक चुनौती

2 mins

कैसे घटे खेती में ग्रीन गैसों की निकासी

खेती जो दुनिया भर में करोड़ों लोगों का पेट भरती है वो साथ ही जलवायु में आते बदलावों के लिए भी जिम्मेवार है।

कैसे घटे खेती में ग्रीन गैसों की निकासी

2 mins

जलवायु परिवर्तन के कारण लीची एवं आम उत्पादन प्रभावित

गर्मी की लहर ने न सिर्फ गर्मी के फलों जैसे- लीची और आम की आमद पर असर डाला है, बल्कि उनके स्वाद को भी प्रभावित कर दिया है। लीची और आम उगाने वाले किसानों ने कहा कि कटाई के मौसम में बढ़ते तापमान के कारण फलों की गुणवत्ता और उपज प्रभावित हो रही है।

जलवायु परिवर्तन के कारण लीची एवं आम उत्पादन प्रभावित

2 mins

वर्ल्ड फूड प्राईज़ विजेता डॉ. मार्क वैन मोनटैगू

मोनटैगू कई अकादमी जैसे कि नेशनल अकादमी ऑफ साइंसिज ऑफ द यूनाईटिड स्टेटस, इटली एंड थर्ड वर्ल्ड अकादमी ऑफ साईंसिज, द अकादमी ऑफ एग्रीकल्चर ऑफ फ्रांस एंड रशिया एवं अकादमी ऑफ इंजीनियरिंग के सदस्य भी हैं।

वर्ल्ड फूड प्राईज़ विजेता डॉ. मार्क वैन मोनटैगू

1 min

मक्की के प्रमुख कीट प्रबंधन

बीज के लिए केवल स्वस्थ भुट्टे ही रखें, जो बोरर के हमले से मुक्त हों। ढूंठों, डंठलों, भुट्टों और कोर जैसे पौधों के अवशेषों में शीतनिद्रा में रहने वाले बोरर लार्वा को मार दें।

मक्की के प्रमुख कीट प्रबंधन

5 mins

एक वैकल्पिक संसाधन संरक्षण प्रौद्योगिकी : धान की सीधी बिजाई

पवन कुमार, सुरेंद्र मित्तल और राजेश कुमार, कृषि विज्ञान केंद्र, जींद

एक वैकल्पिक संसाधन संरक्षण प्रौद्योगिकी : धान की सीधी बिजाई

5 mins

पोस्ट हार्वेस्टिंग नुक्सान को समझने की आवश्यकता

विकासशील देशों में खाद्य पदार्थ की बर्बादी अधिकतर कृषि उत्पादन के समय होती है। जबकि दर्मियाने एवं अधिक आमदनी वाले देशों में यह नुकसान मंडीकरण के समय अधिक होता है। एक अनुमान के अनुसार हमारे देश में प्रत्येक वर्ष जितना खाद्य पदार्थ व्यर्थ हो जाता है, यदि उस पर नियंत्रण कर लिया जाये तो इससे देश की कुल आबादी को वर्ष में 365 दिनों तक भोजन उपलब्ध करवाया जा सकता है।

पोस्ट हार्वेस्टिंग नुक्सान को समझने की आवश्यकता

6 mins

पोस्ट हार्वेस्टिंग के उपरांत बागवानी फसलों का रखरखाव

कृषि विशेषज्ञों की सिफारिशों को मानते हुए किसान भाई कठिन परिश्रम, पैसा एवं ऊर्जा व्यय करके फल एवं सब्जियों की अधिक पैदावार करते हैं।

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6 mins

धान की फसल के लिये पूसा शैवाल

डॉ० राघवेंद्र सिंह, सहायक प्राध्यापक, शारदा कृषि महाविद्यालय शारदा विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश

धान की फसल के लिये पूसा शैवाल

2 mins

टमाटर की वैज्ञानिक खेती

सब्जियों में टमाटर एक अत्यंत लोकप्रिय सब्जी है।

टमाटर की वैज्ञानिक खेती

5 mins

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Modern Kheti - Hindi Magazine Description:

VerlagMehram Publications

KategorieBusiness

SpracheHindi

HäufigkeitFortnightly

Modern Kheti, as the name indicates, relates to the modern agricultural techniques; conservative and cash crops, allied professions and farm machinery through training programs or upcoming events on a national and international level. Introduced in 1987, it is the leading and most widely read agriculture based magazine throughout Northern India. Punjab and Haryana, extensively known as the food grain basket of India, has in almost every household Modern Kheti, as it caters to every aspect of farming like growing of seasonal crops, their problems & solutions, conservative and cash crop farming. It also covers – fishery, poultry dairy, bee keeping, floriculture, horticulture etc. The main aim of Modern Kheti is to keep up the spirit of farming, bond different regions and help agriculture grow. It inspires the youth to take up agriculture as farming with a lot of emphasis on organic and profitable farming. It keeps in mind the health and prosperity of all i.e. taking mankind and nature together. It is published Fortnightly in Punjabi and Hindi and covers the whole of Punjab, Haryana, Rajasthan, Himachal Pradesh, Uttaranchal etc. It is undoubtedly one of the best mediums trying to provide healthy information.

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