M.P.Ravivar Digest - August 2012Add to Favorites

M.P.Ravivar Digest - August 2012Add to Favorites

Keine Grenzen mehr mit Magzter GOLD

Lesen Sie M.P.Ravivar Digest zusammen mit 9,000+ anderen Zeitschriften und Zeitungen mit nur einem Abonnement   Katalog ansehen

1 Monat $9.99

1 Jahr$99.99

$8/monat

(OR)

Nur abonnieren M.P.Ravivar Digest

Diese Ausgabe kaufen $0.99

Subscription plans are currently unavailable for this magazine. If you are a Magzter GOLD user, you can read all the back issues with your subscription. If you are not a Magzter GOLD user, you can purchase the back issues and read them.

Geschenk M.P.Ravivar Digest

In dieser Angelegenheit

रविवार पब्लिकेशन प्रस्तुत करते है अगस्त २०१२ अंक ......पढ़िए कवर स्टोरी - क्यों हमारी आजादी अधूरी है?....साथ ही विशेष सम्पादकीय ....हमारी आजादी और दम तोडती ज़िन्दगी द्वारा डॉ. सुभाष खंडेलवाल , इन सबके साथ विश्लेषण में देश, अन्तराष्ट्रीय, प्रादेशिक, राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, मनोरंजन , कला, संस्कृति, फिल्म , विशिष्ट लेखक और भी बहुत कुछ

M.P.Ravivar Digest Magazine Description:

VerlagRavivar Publications Pvt. Ltd.

KategorieNews

SpracheHindi

HäufigkeitMonthly

रविवार पत्रिका कुछ साल पहले शुरू किया गया आम जनता की आवाज़ बनाने का प्रयास है. यह प्रयास शासन-प्रशासन-न्यायपालिका-सत्ता- विपक्ष तक आमजन के मुद्दे, विचार, समस्याएं और कहानियां पहुचने का है. संक्षेप में कहा जाये तो भारतीय जनता की आवाज़ को सही तेवर और तेज़ धार के साथ प्रसारित करने का अनुप्रयोग है रविवार.पिछले कुछ एक सालों में ही रविवार ने भारतीय समाचार पत्रिका के क्षेत्र में अपना अग्रणी स्थान बना लिया है. भारत में व्यापक रूप से पढ़ा जाने वाला यह प्रकाशन, महीने-दर-महीने पाठको के बीच अपनी अलग पहचान बना रहा है.

रविवार पत्रिका का नेतृत्व और संपादक मंडल भारतीय पत्रकारिता की अखंडता में विश्वास रखता है साथ ही निष्पक्ष और तीक्ष्ण परिप्रेक्ष्य लाने की क्षमता भी रखता है. दुनिया के सबसे गतिशील और हैरतअंगेज़ रूप से परिवर्तनशील क्षेत्र की खबरे और विचार रविवारपत्रिका द्वारा जनमानस तक पहुच रहे है. रविवार पत्रिका सबसे कठिन सवाल पूछता है और स्पष्ट जवाब प्रदान करता है.

  • cancel anytimeJederzeit kündigen [ Keine Verpflichtungen ]
  • digital onlyNur digital
MAGZTER IN DER PRESSE:Alle anzeigen