गुरुपूर्णिमा 2020 साधक की 3 अवस्थाएं
Rishimukh Hindi|July 2020
साधक की पहली अवस्था है - पशु भाव अर्थात् ईश्र में विश्वास और श्रद्धा। दूसरी अवस्था है वीर भाव अर्थात् - दृढ़ निश्चय और इस पथ पर आगे बढ़ने का साहस तीसरी अवस्था है- दिव्य भाव अर्थात् दिव्य शक्ति के साथ एकरूपता।
गुरुपूर्णिमा 2020 साधक की 3 अवस्थाएं

विश्वास से एकरूपता की ओर

प्रत्येक साधक की यात्रा के तीन चरण होते हैं। पहले को ‘पशु भाव' या मूल वृत्ति कहा जाता है। व्यक्ति अपनी मूल आवश्यकतायों की पूर्ति के लिये और दुःख से छुटकारा पाने के लिये साधक बन जाता है। इस चरण में, एक साधक अभाव से, दुःखों से मुक्त होना चाहता है।

Diese Geschichte stammt aus der July 2020-Ausgabe von Rishimukh Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

Diese Geschichte stammt aus der July 2020-Ausgabe von Rishimukh Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

WEITERE ARTIKEL AUS RISHIMUKH HINDIAlle anzeigen
देवी की अनंत ज्योति
Rishimukh Hindi

देवी की अनंत ज्योति

धर्मशाला से करीब ५० किलोमीटर दूर हिमाचल के शिवालिक की गोद में ज्वाला जीष्कांगड़ा जगह उपस्थित है। ज्वाला जी या ज्वालामुखी ऐसे ही अनूठे स्थानों में से एक हैं, जहां आग की लपटें जलती हुई रहती है , कहा से यह ज्ञात नहीं है जिस समय से यह जाना जाता है । नौ लपटें जवरात्रिके नौ देवी के रूप को दर्शाती हैं। ये लपटें सदियों से जल रही हैं, बिना रोके एवम बिना किसी ईधन के -देवी की शाश्वत ज्वाला।

time-read
1 min  |
October 2020
अन्नपूर्णा पूर्णता से पूर्णता की ओर
Rishimukh Hindi

अन्नपूर्णा पूर्णता से पूर्णता की ओर

एक बार कैलाश पर्वत पर पार्वती जी ने शिवजी को पासों का खेल खेलने के लिए आमंत्रित किया। जैसे एक पिता अपने बच्चे को खुश करने के लिए उसके साथ खेलता है, शिवजी मुस्कुराए और तैयार हो गए।

time-read
1 min  |
October 2020
क्या आप जानते है
Rishimukh Hindi

क्या आप जानते है

क्या आप जानते है

time-read
1 min  |
October 2020
जब देवी ने अनंत का अनावरण किया
Rishimukh Hindi

जब देवी ने अनंत का अनावरण किया

जब देवी ने अनंत का अनावरण किया

time-read
1 min  |
October 2020
नवरात्रि-अपने भीतर जाने के लिये ९-दिवसीय यात्रा
Rishimukh Hindi

नवरात्रि-अपने भीतर जाने के लिये ९-दिवसीय यात्रा

नवरात्रि हमारी आत्मा को उन्नत करने के लिये मनाये जाते हैं। यह हमारी आत्मा ही है, जो सभी नकारात्मक गुणों (जड़ता, अभिमान, जुनून, राग, द्वेष आदि) को नष्ट कर सकती है। नवरात्रि के दौरान भीतर की ओर मुड़कर और आत्मा से जुड़कर, हम इन नकारात्मक प्रवृत्तियों को दूर कर सकते हैं और हमारे भीतर मौजूद सकारात्मक गुणों का आह्वान कर सकते हैं । इस प्रकार, हम उन्नत और पांतरित अनुभव कर सकते हैं।

time-read
1 min  |
October 2020
भगवद् गीता-दिव्य गान
Rishimukh Hindi

भगवद् गीता-दिव्य गान

ब्रह्मांड चेतना की एक शानदार अभिव्यक्ति है। यहां जो कुछ भी आप देख रहे हैं, वह और कुछ नहीं है, बल्कि चेतना की अपनी संपूर्ण कांति के साथ अभिव्यक्ति है। अपनेपन का बोध, जिस की अनुभूति हर वस्तु और हर जीव को होती है, कुछ और नहीं बल्कि उस ‘संपूर्ण' का एक भाग है। गीता इसी से शुरू होती है ...

time-read
1 min  |
October 2020
व्रत का विज्ञान
Rishimukh Hindi

व्रत का विज्ञान

लोग व्रत क्यों रखते हैं? इसे धर्म में क्यों रखा गया है क्या यह तप है या क्या इसके कुछ लाभ हैं ?

time-read
1 min  |
October 2020
कोविड 19 से बचाव के लिए रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं
Rishimukh Hindi

कोविड 19 से बचाव के लिए रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं

योग को, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के प्रभावी एवं प्राकृतिक तरीके के रूप में जान जाता है। एक व्यवहारिक चिकित्सा जर्नल के हाल ही में प्रकाशित शोध पत्र में बताया गया कि योग आपकी रोग प्रतिरोधक प्रणाली को बढ़ाने और शरीर में प्रदाह को कम करने में सहायक हो सकता है।

time-read
1 min  |
September 2020
ऑनलाइन शिक्षा में अभिभावकों की भूमिका
Rishimukh Hindi

ऑनलाइन शिक्षा में अभिभावकों की भूमिका

मातापिता अपने बच्चों की शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। माना जाता है कि अभिभावकविद्यालय की साझेदारी का इस महामारी के समय में बहुत महत्व है।

time-read
1 min  |
September 2020
अध्यापन और प्रशिक्षण के रहस्य
Rishimukh Hindi

अध्यापन और प्रशिक्षण के रहस्य

दुनिया शिक्षकों से भरी है। सृष्टि का हर पहलू हमें कुछ सिखा सकता है। हमें बस अच्छे छात्र बनना है।

time-read
1 min  |
September 2020