
यह फल वृक्ष हिन्द उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया का दुर्लभ वृक्ष है। यह भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल में एक प्राकृतिक प्रजाति के रूप में पाया जाता है। हिन्दु इसे पवित्र मानते हैं। यह वृक्ष झड़ने वाला डाड़ीनुमा छोटा या मध्यम आकार का पेड़ होता है, जिसकी ऊंचाई 13 मीटर/43 फीट तक हो सकती है। इसकी शाखाएं पतली व लटकने वाली होती हैं जिनका शीर्ष/तना अनियमित व खुला होता है। इसकी छाल पीले भूरे रंग/स्लेटी रंग की मुलायम या सूक्ष्म विदर होती है। इसकी शाखाओं पर 1.2-2.5 सैंटीमीटर आकार के अकेले या जोड़े में कांटे होते हैं। यदि तना कटा हो तो उसमें से चिपचिपा पदार्थ निकलता रहता है। इसके पत्ते तिपतिया होते हैं। ये एकांतर होते हैं जो 5 से 14 सैंटीमीटर आकार के होते हैं। ये अंडाकार होते हैं जो आगे से तीखे हो जाते हैं। नए पत्ते पीले रंग या गुलाबी, सूक्ष्म बाल वाले होते हैं जबकि पुराने पत्ते ज्यादा गहरे हरे रंग व पूर्णतया मुलायम होते हैं।
प्रत्येक पत्ते में 4-12 जोड़ी सतही शिराएं होती हैं जो सतहों पर मिल जाती हैं। फूलों का आकार 1.5 से 2.0 सैंटीमीटर का होता है। फूल पीले हरे या पीले रंग के होते हैं। फूलों की महक मीठी होती है व फूल उभयलिंगी होते हैं। ये नए पत्तों के साथ पाए जाते है।
Diese Geschichte stammt aus der 1st August 2023-Ausgabe von Modern Kheti - Hindi.
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कृषि में डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त करने वाली 'मिलेट क्वीन' - रायमती घुरिया
ओडिशा के कोरापुट जिले की 36 वर्षीय आदिवासी महिला किसान रायमती घुरिया को कृषि क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है।

फसलों में सूक्ष्म पोषक तत्वों का महत्व
बढ़ती हुई जनसंख्या की मांग पूरी करने के लिए अधिक उत्पादन जरुरी है, प्रत्येक फसल के बाद भूमि में पोषक तत्वों की जो कमी आती है, उनकी पूर्ति करना आवश्यक है, वरना भूमि की उपजाऊ शक्ति व पैदावार में कमी आयेगी।

फलों के पेड़ लगाने की करें तैयारी
कंपनियों के झूठे प्रचार ने पंजाबियों को दूध, लस्सी और घी से दूर कर दिया है। रात को सोने से पहले एक गिलास दूध पीना पुरानी बात हो गई है।

गेहूं के प्रमुख कीटों की रोकथाम कैसे करें ?
गेहूं भारत की प्रमुख खाद्य फसल है।

"बीज व्यवसाय एवं गुणवत्ता का द्वंद्व"
कृषि उत्पाद के लिये बीज मूल्यवान एवं असरदार माणिक्य है।

नैनो यूरिया के प्रयोग के प्रति बढ़ रहे खदशे
किसानों एवं सरकार को हर वर्ष पारंपरिक दानेदार यूरिया खाद की कमी से जूझना पड़ता है। शायद ही कोई ऐसा वर्ष हो जब यूरिया की निर्विघ्न सप्लाई हुई हो।

घुइया या अरवी की खेती में कीट एवं रोगों का प्रबंधन
परिचय : अरवी की खेती उत्तरी भारत में नगदी फसल के रूप में की जाती है। इससे प्राप्त घनकंदों तथा गांठों का प्रयोग शाक की तरह करते हैं।

पौधों के प्रजनन में परागण की भूमिका
परागण किसी भी पुष्पीय पौधे के जीवन चक्र का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिससे निषेचन और बीज निर्माण की प्रक्रिया पूरी होती है।

केरल कृषि विश्वविद्यालय ने बीज रहित तरबूज किया विकसित
केरल कृषि विश्वविद्यालय के सब्जी विज्ञान विभाग ने तरबूज की ऐसी किस्म विकसित की है, जो अपने रंग और बिना बीजों की वजह से चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, नई किस्म के तरबूज का गुद्दा लाल की बजाये ऑरेंज कलर का है।

कृषि विविधीकरण में सूरजमुखी सहायक
सूरजमुखी विश्व की प्रमुख तिलहन फसल है, जिसका मूल स्रोत उत्तरी अमेरिका है।