चूजों में गम्बोरो बीमारी की रोकथाम के लिए नई वैक्सीन
Modern Kheti - Hindi|1st April 2024
किसी भी पोल्ट्री फार्म में अंडे के लिए पाले जाने वाले चूजों की संख्या पांच हजार से कम नहीं होती है। यदि चिकन वाले ब्रॉयलर चूजों की बात करें तो इनकी संख्या कम से कम 10 से 20 हजार होती है।
चूजों में गम्बोरो बीमारी की रोकथाम के लिए नई वैक्सीन

लेकिन जैसे ही चूजे हैचरी से पोल्ट्री फार्म में आते हैं तो आने के साथ ही दो से तीन हफ्ते तक उनके बीमार होने का जोखिम बना रहता है। पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो चूजों में होने वाली गम्बोरो सबसे आम बीमारी है। हालांकि पशु-पक्षियों को बीमारी से बचाने के लिए वैक्सीन लगाई जाती है, लेकिन चूजों को गम्बोरो से बचाने के लिए तीन हफ्ते से पहले वैक्सीन भी नहीं लगा सकते हैं जिसके चलते चूजे बीमार हो जाते हैं और मरते नहीं हैं तो वो अंडा भी नहीं देते हैं और चिकन के रूप में खाने लायक भी नहीं रहते हैं। इस सब के चलते पोल्ट्री फार्मर को लाखों का नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, (ङ्कॠ), बरेली ने एक खास वैक्सीन बनाई है। इस वैक्सीन को लगाने के बाद चूजे गम्बोरो बीमारी की चपेट में नहीं आएंगे।

Diese Geschichte stammt aus der 1st April 2024-Ausgabe von Modern Kheti - Hindi.

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