स्प्रे टैक्नॉलोजी का उचित प्रयोग
Modern Kheti - Hindi|15th August 2024
स्प्रे करने के लिए सही नोज़ल का चुनाव एवं उसका उचित प्रयोग करना बहुत आवश्यक है। दवाओं को सही स्थान पर पहुंचाने का कार्य छिड़काव करने वाले यंत्र ही करते हैं। सही छिड़काव करने के लिए नोज़लों की बहुत बड़ी अहमियत है। स्प्रे करते समय नोज़लों का सही चुनाव होना बहुत आवश्यक है।
स्प्रे टैक्नॉलोजी का उचित प्रयोग

फसलों को कीट/रोगों से बचाने के लिए प्रयोग किये जा रहे दवाओं का उचित प्रयोग करना बहुत आवश्यक है। इन दवाओं के लिए प्रयोग की जा रही मशीनें एवं तकनीकों के बारे में यदि उचित ज्ञान हो तो आप इन प्रयोग किये जाने वाले दवाओं से पूरा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

स्प्रे करने के लिए सही नोज़ल का चुनाव एवं उसका उचित प्रयोग करना बहुत आवश्यक है। दवाओं को सही स्थान पर पहुंचाने का कार्य छिड़काव करने वाले यंत्र ही करते हैं। सही छिड़काव करने के लिए नोज़लों की बहुत बड़ी अहमियत है। स्प्रे करते समय नोज़लों का सही चुनाव होना बहुत आवश्यक है। भिन्न-भिन्न तरह की नोज़लें स्प्रे करने के लिए प्रयोग की जाती हैं। इन नोज़लों की सही जानकारी होना बहुत आवश्यक है। पर्यावरण पर पड़ रहे बूरे प्रभावों के कारण दवाओं का ठीक न होना भी है। पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए एवं दवाओं को सही स्थान पर ठीक ढंग से पहुंचाने के लिए सही नोज़लों की जानकारी होना बहुत आवश्यक है।

नोज़ल पंप में दवाओं के बहाव को नियंत्रित करते हैं। तुपका सही आकार का होना, स्प्रे का सही ढंग से सही उद्देश्य पर पहुंचना नोज़ल पर ही निर्भर करता है। अकसर किसान सही नोज़लों के चुनाव की ओर विशेष ध्यान नहीं देते। अकसर देखने में आता है कि किसान कई वर्षों तक एक ही नोज़ल का प्रयोग करते रहते हैं जो कि सही नहीं है। लगातार एक नोज़ल का प्रयोग करने से स्प्रे के बहाव से नोज़ल के मुंह खुल जाते हैं जिससे स्प्रे का बहाव सही नहीं होता। इसलिए यह बहुत आवश्यक हो जाता है कि इन रासायनिक दवाओं के स्प्रे से पूरा लाभ लेने के लिए सही नोजल एवं स्प्रे पंपों का ज्ञान होना आवश्यक है। मुख्य तौर पर निम्नलिखित तीन तरह की नोज़लों का प्रयोग स्प्रे करने के लिए किया जाता है:

1. होलोकोन नोज़ल : यह नोज़ल कीट व बीमारियों की रोकथाम के लिए छिड़काव के लिए प्रयोग की जाती है। इस नोज़ल द्वारा फुहार एक तिकोण की तरह होती है जो बाहरले घेरे में अधिक छिड़काव करती है और छिड़काव की मात्रा बीच में घट जाती है। इस नोजल द्वारा छिड़काव बहुत बारीक फुहार से होता है।

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