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कभी हार मत मानो
घर का माहौल तनावपूर्ण था. रघु, उस के पेंरैंट्स और बहन सभी परेशान थे. जिस फैक्टरी में रघु के पापा नौकरी करते थे, वह बंद हो गई थी.
असली वजह
जूली के चेहरे से आज मुसकान गायब थी. स्कूल से आ कर वह खाना खाने के बाद चुपचाप अपने कमरे में जा कर बिस्तर पर लेट गई. उस ने मम्मी को यह भी नहीं बताया कि स्कूल में आज क्याक्या हुआ. मम्मी ने आ कर उस के सिर पर हाथ फेरते हुए पूछा, “क्या हुआ बिटिया रानी को?"
अंटार्कटिका की सैर
अंटार्कटिका की सैर
सैंटा का बर्थडे
शाम ढलने लगी थी । अभिनव ने खिड़की से झांककर देखा । उसके दोस्त पार्क में इकट्ठे हो चुके थे । वह भी जल्दी से पार्क में जा पहुंचा ।
सुबह का भूला
आज पीलू गीदड़ की खुशी का ठिकाना नहीं था । उसके नाम से लॉटरी जो निकली थी। उसने अपने साथी, कालू रीछ और झबरे पिल्ले को चंपी होटल में खूब खाना खिलाया। उसने दो दिन बाद मनाए जाने वाले क्रिसमस के लिए केक के साथ मिठाइयां भी खरीदीं ।
वे दिन, वे रातें
मां, अपने घर के आंगन मेंक्या पहले था एक कुआं ?और रसोईघर से उठताथा क्या सचमुच कभी धुआं ?
सबसे महंगा क्रिसमस ट्री
क्रिसमस पर क्रिसमस ट्री सजाने का रिवाज है । लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री को घंटियों , टॉफी व बॉल इत्यादि से सजाते हैं ।
साइबर दुनिया -टेक्नो अंकल से पछो
गूगल अलर्ट कैसे सेट करे।
मेरा भारत मेरी शान
दुनिया की किसी भी चीज से बड़ी होती है देश की आन-बान-शान । देश है तो हम हैं । हम सब चैन की नींद सो सकते हैं, क्योंकि देश के वीर सैनिक जागते हैं । सैनिकों को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है? कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब किसी सैनिक से बेहतर कोई नहीं दे सकता । इन सवालों के जवाब हमने पूछे भारतीय वायुसेना के जनसंपर्क अधिकारी ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी से । आओ जानें, इस बारे में उन्होंने क्या बताया ।
सच्चा कलाकार
रूपसेन की कला और उसकी होशियारी
बर्फगाड़ी
बहुत दिन हुए डेनमार्क में एक धनी जमींदार रहता था । उसकी एक बेटी थी । वह बहुत सुंदर थी । परंतु वह हर समय उदास रहती थी । उसे कभी किसी ने मुसकराते हुए नहीं देखा था । वह घंटों कमरे में अकेली बैठी रहती थी ।
सब ठीक ही है
तेनालीराम राजधानी से बाहर गया हुआ था । इसी बीच मौका देखकर राजपुरोहित ने राजा कृष्णदेव राय के कान भरे ,
विदेशों में थियेटर करते बच्चे
विदेशों में बच्चों के बीच थियेटर का एक अलग स्थान है। वहां चार साल की उम्र से ही बच्चे थियेटर में हिस्सा लेना और थियेटर देखना शुरू कर देते हैं। वैसे जर्मनी, अमेश्का, रूस जैसे देशों में तो थियेटर स्कूल की अन्य गतिविधियों में प्रमुखता से शामिल है। कहीं पर बच्चे की छुट्टी के बाद नाटक का अभ्यास करते हैं, तो कहीं पर गर्मियों की छुटिटयों में किसी थियेटर गुप में दाखिला लेते हैं। यही वजह है कि इन देशों में पूरे साल बच्चों के लिए थियेटर फेस्टिवल चलते रहते हैं। आओ, जानते हैं कि अलग-अलग देशों में किस तरह के थियेटर बच्चों में प्रचलित हैं।
निष्कर्ष दीक्षित
निष्कर्ष को तुम' विघ्नहर्ता गणेश ' धारावाहिक में गणेश के रूप में देखते हो । उसमें मोशन कैप्चर टेक्नोलॉजी से उसकी सूंड दिखाई जाती है । स्कूल में एग्जाम से पहले दोस्त उससे आशीर्वाद मांगते हैं, ताकि उनके एग्जाम अच्छे हो जाएं ।
लकी का अधिकार
झमाझम पानी दोपहर से बरस रहा था । ज्यादातर सड़कों पर गाड़ियां जगह-जगह पानी में डूबी खड़ी थीं, जिन्हें उनके ड्राइवर छोड़ गए थे।
लाला जलेबी वाला
लाला जी की जलेबिया और उनकी कहानियां
रुई सी बर्फ में मस्ती
सर्दी का मौसम आते ही अधिकतर जानवर ठंड के कारण परेशान हो जाते हैं। मगर कुछ जानवर ऐसे भी होते हैं, जो बर्फ का मजा लेते हैं। रुई सी नरम बर्फ उन्हें बहुत अच्छी लगती है।
रोहन का मन
दादाजी के अस्सीवें जन्मदिन की पार्टी चल रही थी। शहर के भीतरी हिस्से में स्थित घर के खूबसूरत बगीचे में गहमा-गहमी के माहौल में दादाजी सबसे बधाइयां ले रहे थे।
नामकरण
बात बहुत पुरानी है । इतनी पुरानी कि तब तक दिनों का नामकरण नहीं हुआ था । एक था सप्ताह । उसके थे सात बेटे । उनके नाम थे , बुद्ध, बहस्पति, शुक्र और शनि ।
मेरे प्यारे सैंटा
“रिया दीदी, आप इस पेड़ को क्यों सजा रही हो ?" काम वाली बाईचंदा की आठ साल की बेटी रोशनी ने पूछा । रिया आश्चर्य से बोली, "अरे ! यह क्रिसमस ट्री है । तुम नहीं जानती क्या ?"
रामू की बहन
उसका घर का नाम बालादत्त था। जब वह आया, तो दीपा की मां ने मुसकराकर कहा कि ऐसा नाम इस घर में नहीं चलेगा दीपा के दादा का नाम भी तो कुछ ऐसा ही था। बालगोविंद और बालादत्त में क्या फर्क है ?
मुर्ग की लाल कलगी
कुकडू मुर्गा की लाल कलगी में आग है छुओगे तो जल जाओगे।
दांत नहीं, फिर कैसे खाते हैं पक्षी
क्या तुम जानना नहीं चाहोगे कि दुनियाभर के पक्षी कैसे अपना खाना खाते हैं और कैसे वे ऊंची उड़ान भर लेते हैं? चलो जानते हैं, पक्षियों से जुड़ी कुछ रोचक बातें
परी
नूरी परी आज खुश थी और इसी खुशी में वह अपने महल से दूर तक आ गई। नूरी आसमान से उड़ते हुए आसपास के दृश्यों को देख रही थी। आज मौसम बहुत अच्छा था।
बाल दिवस
बाल दिवस की तैयारिया और बच्चो का प्रतियोगिताएं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना।
टेक्नो अंकल से पूछो
मुझे अपने एंड्रॉयड टैब पर बैकग्राउंड थीम लगाने का बहुत शौक है । क्या मैं एंड्रॉयड में वीडियो को वॉलपेपर बना सकती, हूं । अगर हां तो कैसे?-आरती अरोड़ा, चंडीगढ़
प्रीति भट्टाचार्जी
सिंगिंग रियलिटी शो 'सुपर स्टार सिंगर' की विजेता है प्रीति भट्टाचार्जी। इस शो में वह सबसे छोटी प्रतिभागी थी। उसे ट्रॉफी के साथ 15 लाख रुपए इनाम में मिले हैं। वह सिर्फ नौ साल की है। पहले वह केवल बंगाली गाने ही गाती थी।
होली का हुड़दंग
होली है बहुत प्यारा त्योहार। दुश्मनी भूलकर मस्तानों की टोली निकलती है सभी को इंद्रधनुषी रंगों में रंगने के लिए। सभी मिल-जुलकर खाते हैं मीठे-नमकीन पकवान । कुछ बातों को ध्यान में रखकर की जाए हंसी-ठिठोली, तो कभी रंग में भंग नहीं पड़ता।
बहुत कुछ सिखाते हैं हमारे घर के बडे
जिन बच्चों को दादा-दादी और नाना-नानी का साथ मिलता है, वे बड़े खुशकिस्मत होते हैं। अधिकांश बच्चों को तो साल में एक-दो बार ही उनसे मिलने का मौका मिल पाता है। पर क्या तुम्हें पता है, घर के बड़ों से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। उनका अनुभव हमारे लिए जादू का पिटार होता है।
जादुई घड़ी
चुनमुन अकसर अपनी दादी से परियों की कहानियां सुनती थी । दादी उसे हमेशा कहती थीं कि रात को परी आती है और जब वह बच्चों से मिलती है, तो उन्हें कुछ ना कुछ तोहफा जरूर देती है ।