बच्चों में जरूर डालें ये संस्कार
Sadhana Path|April 2023
एक कहावत है कि बच्चों को बचपन से जैसे संस्कार दिए जाएंगे उनका विकास उसी ढंग से होगा। इसलिए अपने बच्चे के व्यक्तित्व के निर्माण के लिए आपको उसकी शिक्षा-दीक्षा, अच्छी आदतों तथा नैतिक मूल्यों के साथ- साथ अच्छे संस्कारों को भी बचपन से ही उनके अंदर डालने की आवश्यकता होती है। तभी बच्चा बड़ा होकर एक अच्छा नागरिक और एक अच्छा इंसान बन सकता है।
संविदा मिश्रा
बच्चों में जरूर डालें ये संस्कार

किसी ने क्या खूब कहा है कि बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं जैसा आकार दोगे उसी में ढल जाएंगे। कोरे कागज़ की तरह हर फिक्क से अंजान बच्चे जिनका भविष्य माता-पिता अपनी कलम से लिखते हैं, जिनका भाग्य उनके पैरेंट्स ही तय करते हैं और उनको अच्छे मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी माता-पिता ही देते हैं। दुनिया की नीतियों और रीतियों से बेखबर मासूम से बच्चे पूरी तरह से अपने माता-पिता पर निर्भर होते हैं। कहा जाता है बच्चे अपने सामने जो भी देखते हैं, वही सीखते हैं। बच्चे के जन्म से ही उसकी सीखने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाती है और घर और परिवार को ही बच्चे की पहली पाठशाला माना जाता है। बच्चा अपने परिवार से, अपने माता-पिता और आस-पास के माहौल से बहुत कुछ सीखता है जो वह अपने वास्तविक जीवन में भी अमल करता है। बच्चे के अंदर संस्कारों की नींव भी उसके परिवार में ही डाली जाती है। कुछ ऐसे संस्कार हैं जो किसी भी बच्चे के अंदर ज़रूर होने चाहिए। क्योंकि इन्ही संस्कारों से बच्चे का मानसिक और नैतिक विकास होता है। आइए आपको बताते हैं उन्हीं संस्कारों के बारे में जिनसे बच्चे की बुनियाद तो मजबूत होती ही है साथ ही उनका भविष्य भी तय होता है।

ईश्वर के प्रति आस्था 

Diese Geschichte stammt aus der April 2023-Ausgabe von Sadhana Path.

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