किसी भी महिला के जीवन में गर्भावस्था बहुत खास समय होता है और इस दौरान वह कई जटिल शारीरिक बदलावों से गुजरती है। अगर इन बदलावों का ढंग से ध्यान न रखा गया तो उसका प्रभाव पेट में पल रहे शिशु पर पड़ता है इनमें से एक है दांतों की देखभाल। क्या आपको पता है कि दांतों की खराब देखभाल से आपकी गर्भावस्था को नुकसान हो सकता है। गर्भधारण करने के बाद आपके दांतों की देखभाल सिर्फ आप तक सीमित नहीं रहती। यह आपके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी महत्वपूर्ण है।
एक अध्ययन के मुताबिक स्वीडन के विशेषज्ञों ने पश्चिम आस्ट्रेलिया में 3400 गर्भवती महिलाओं से जुड़े डेटा का विश्लेषण किया। ये महिलाएं स्माइल नाम से एक अध्ययन में हिस्सा ले रही थीं। विशेषज्ञों ने जांच की कि मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं का गर्भावस्था के नतीजों पर क्या असर पड़ता है। उन्होंने अध्ययन में पाया कि जिन महिलाओं को मसूड़ों की समस्या है उन्हें गर्भधारण करने में उन महिलाओं के मुकाबले 6 महीने का अधिक समय लगा जिन्हें मसूड़ों की समस्या नहीं थी।
गर्भावस्था में कब, कैसे और क्या होती है दांतों की बीमारी
गर्भावस्था के दौरान दांतों की कौन सी बीमारियां होती हैं और उनकी देखभाल कैसे की जाए, इस बारे में बता रही हैं। डेंटल ऑपरेशंस, क्लोव डेंटल की कंसल्टेंट डॉक्टर आरती शर्मा 'प्रायः गर्भवती महिलाओं जिंजिवाइटिस मसूड़ों में सूजन या प्रेगनेंसी जिंजिवाइटिश हो सकती है।
प्रेगनेंसी जिंजिवाइटिस
Diese Geschichte stammt aus der April 2024-Ausgabe von Sadhana Path.
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पहली सर्दी में नवजात शिशु का रखें खास ध्यान
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वास्तु उपायों से बनाएं नववर्ष को मंगलमय
नया साल अपने साथ खुशियां और सौहार्द लेकर आता है। ऐसे में पूरे वर्ष को और भी ज्यादा वास बनाने के लिए वास्तु संबंधित कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं। इससे घर की परेशानियां दूर होने के साथ आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिलेगा।
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शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है पूर्वी भारत में देवधर के 'रावणेश्वर महादेव'। उनके देवधर में आवास की कथा बेहद रोचक और अद्भुत है। लंकापति रावण की मां शिवभक्त थी।
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मुझे कभी मृत मृत समझना मैं सदा वर्तमान हूं
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सर्दियों में कैसे रखें बच्चों का ख्याल
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डायबिटीज के कारण यूटीआई का खतरा
यूं तो यूटीआई महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, पर मधुमेह के कारण यूटीआई के संक्रमण का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।
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आजकल लोग वजन कम करने के लिए कई तरह के तरीके अपनाते हैं, जिसमें एक निश्चित डाइट फॉलो करना सबसे अहम तरीका है। आइए जानते हैं विभिन्न तरह के डाइट के प्रकारों के बारे में -