एक क्लिक का कमाल
Aha Zindagi|August 2024
कैमरा हाथ में आते ही व्यक्ति विशिष्ट हो जाता है। दुनिया को देखने की उसकी दृष्टि बदल जाती है। वह व्यापक फलक पर नज़र डालता है और बहुत बारीकी से भी। तब सौंदर्य की परिभाषा ही परिवर्तित हो जाती है, क्योंकि छायाकार के लिए संसार में कुछ भी असुंदर नहीं होता। वह प्रकृति के हर अंश में ख़ूबसूरती खोज लेता है, या यूं कहें कि कैमरे की बदौलत हर शै को आकर्षक बनाने की कुव्वत रखता है। कैमरे के क्लिक के ज़रिए किसी पल को क़ैद कर लेना कला ही तो है ! 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस के मौक़े पर हमारी आमुख कथा इस कला के विभिन्न पहलुओं को समझने और इसका वास्तविक आनंद उठाने के लिए आमंत्रित कर रही है।
एक क्लिक का कमाल

कितने आश्चर्य की बात है! फोटो खींचने की मंशा से कैमरा लेकर निकलने वाले व्यक्ति की दृष्टि ही बदल जाती है, या यूं कहिए कि उसका नज़रिया बदल जाता है। उसको कुछ वे दृश्य भी दिखाई देने लगते हैं जिनकी अन्यथा अनदेखी कर दी जाती है। इस संदर्भ में एक प्रसिद्ध अमेरिकन फोटो जर्नलिस्ट डोरोथिया लेंज का कथन उद्धृत करना असंगत ना होगा कि 'कैमरा वह उपकरण है जो आपको बिना कैमरे के देखना सिखाता है।'

तस्वीर खींचते समय व्यक्ति अपने मन को एकाग्र करके विषय (सब्जेक्ट) पर फोकस करते हुए वास्तव में 'ध्यान' की स्थिति में होता है। अपने गहन अनुभव को याद कीजिए, उस समय आप उपस्थित दृश्य में डूबे होने के कारण अन्य दृश्यों और ध्वनियों से दूर हो जाते हैं। जाहिर है, छायाचित्रण या फोटोग्राफी महज एक तकनीकी प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह एक उत्कृष्ट कला है। यह सत्य है कि फोटोग्राफी के लिए एक कैमरा आवश्यक है, किंतु उपकरण का सही उपयोग एवं सही कैमरा सेटिंग्स, फोटो खींचने वाले की दृष्टि और रचनात्मकता के मेल स्वरूप एक उत्कृष्ट चित्र रचना के रूप में निकलकर आता है, जो देखने वाले के मन को प्रसन्न कर देता है। फोटोग्राफी दृश्य और भावनाओं को छवियों के रूप में अंकित करने और प्रस्तुत करने का एक बेहतरीन माध्यम है।

कौन-सा कैमरा श्रेष्ठ है?

Diese Geschichte stammt aus der August 2024-Ausgabe von Aha Zindagi.

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