अंतरिक्ष केंद्र सतीश धवन
Aha Zindagi|September 2024
श्रीहरिकोटा स्थित उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र का नाम जिनके नाम पर 'सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र' है, वे सही मायनों में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के केंद्र रहे हैं।
डॉ. सुमीता ओझा
अंतरिक्ष केंद्र सतीश धवन

एक गणितज्ञ, रॉकेट वैज्ञानिक, भारत में प्रायोगिक तरल गतिकी के जनक, दशकों तक भारतीय विज्ञान संस्थान के निदेशक, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के दिशा-निर्देशक, एक गंभीर व स्वप्नदर्शी चिंतक, साहित्यानुरागी और सबसे बढ़कर देश में वैज्ञानिकों की पीढ़ियां तैयार करने वाले अनुपम गुरु थे प्रो. सतीश धवन।

वे एक ऐसे शख़्स थे, जो देश के प्रधानमंत्री के आकर्षक प्रस्ताव को नकारने और अपनी शर्तें मनवाने की कुव्वत रखते थे।

जिनकी बदौलत हमारा देश अंतरिक्ष अनुसंधान के मामले में आज विश्व के अग्रणी देशों की क़तार में शान से खड़ा है, उन प्रो. सतीश धवन की कहानी, इस बार ज़िंदगी की किताब में।

आज़ाद भारत की आशा

अध्ययनशील सतीश धवन उन एक हज़ार प्रतिभाशाली विद्यार्थियों में चुने गए थे, जिनसे शीघ्र ही स्वतंत्र होने वाले देश को अपार आशाएं थीं।

गुरुता और ज्ञान के धवल ओज से निखरा स्वरूप। प्रसन्नवदन दृढ़ व्यक्तित्व। ऐसे ही रूपाकार में ढले भारत देश के एक महान सपूत थे प्रोफेसर सतीश धवन। भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार के पद को सुशोभित करते हुए वे कई वर्षों तक एक ही साथ देश के दो सर्वोच्च वैज्ञानिक संस्थानों, भारतीय विज्ञान संस्थान (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस यानी IISC) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) की अध्यक्षता करते रहे, लेकिन इसरो की अध्यक्षता के लिए प्रतीक स्वरूप वे सिर्फ़ एक रुपया प्रति माह का वेतन लेते थे। उन्होंने ग्रामीण शिक्षा, सुदूर संवेदन और उपग्रह संचार पर अग्रगामी प्रयोग किए। आइए, जानते हैं प्रो. सतीश धवन के जीवनवृत्त और कृतित्व के बारे में...

अखंड भारत के उत्तर से दक्षिण तक

सन् 1920 की 25 सितंबर की तारीख़ थी, जब श्रीनगर में प्रो. सतीश धवन का जन्म एक सरायकी हिंदू परिवार में हुआ था। उनके पिता थे, उच्च शिक्षित व प्रतिष्ठित रायबहादुर देवी दयाल धवन, जिन्होंने एमएससी और एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की थी। वे डेरा इस्माइल खान शहर से थे। बाद में वे पंजाब सिविल सर्विस का हिस्सा बने और उसके बाद सेशन और जिला जज भी नियुक्त हुए सतीश का बचपन लाहौर और कश्मीर में व्यतीत हुआ था।

Diese Geschichte stammt aus der September 2024-Ausgabe von Aha Zindagi.

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