मां अंबे से सीखिए जिंदगी के जरूरी गुर
Anokhi|October 01, 2022
दो साल के अल्पविराम के बाद भक्ति और त्योहारों की खुशियां फिर से धूम-धड़ाके के साथ लौटी हैं। क्यों ना इस बार सिर्फ देवी की पूजा अर्चना करने बजाय उनकी सीख और संदेशों को अपने जीवन का हिस्सा बनाया जाए। साल 2022 में मां अंबे से सीखें कौन-सी 22 बातें, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
दिव्यानी त्रिपाठी
मां अंबे से सीखिए जिंदगी के जरूरी गुर

मां शक्ति स्वरूपा, देवी दुर्गा, सिंह वाहनी, शैलपुत्री... नौ दिन और मां के नौ स्वरूप। भक्ति व उत्सव का आगाज हो चुका है। महामारी के दौर के बाद पटरी पर लौटी जिंदगी में एक बार फिर हम पूरे उत्साह के साथ देवी का पर्व मना पा रहे हैं। तो क्यों न इस साल 2022 में हम मां से खुद के लिए सौभाग्य, खुशियां, स्वास्थ्य आदि मांगने के साथ ही उनके कुछ गुण अपने व्यक्तित्व में भी आत्मसात कर लें! क्यों न हम मां के दिखाए रास्ते पर चलने का प्रयास करें ताकि आने वाली जिंदगी सुगम होने के साथ ही साथ सफल भी बन सके! उनकी सीख पर चलकर अपनी जिंदगी का हर दिन उत्सव बना लें ताकि हम जिंदगी के उतार-चढ़ावों में भी सम, आत्मविश्वासी और अडिग बने रह सकें। क्यों न हम उनसे लाइफ मैनेजमेंट के गुर सीखें ताकि खुशियां, तरक्की, समानता, हर्ष, तसल्ली, भरोसा, समझदारी सरीखे तमाम सकारात्मक अहसास भी हमारी जिंदगी का हिस्सा बन जाएं। इस बाबत लाइफ मैनेजमेंट गुरु सोमिका चटर्जी कहती हैं, 'दुर्गा अपने आप में संपूर्ण हैं। वह हमें शांत रहना सिखाती हैं, तो गलत के लिए लड़ना भी। उनके भीतर नारी के सारे रंग हैं। बस चुनाव हमें करना है कि हम उनसे क्या सीखते हैं।' कुछ ऐसा ही मानना है। अपनी कलाओं से देवी की कथाओं को व्यक्त करने वाली कथक डांसर वंदना देब रॉय का भी। वह कहती हैं कि हम देवी के अलग-अलग स्वरूप का आवाह्न करते हैं। यदि हम उनका अनुसरण भी करें तो यकीनन हमारी जिंदगी और भी सुगम और मधुर हो जाएगी। 

नौ स्वरूप और नौ सीखें

1. देवी का पहला स्वरूप है, शैलपुत्री। शैल यानी पर्वत। हिमालय की पुत्री पार्वती जो कि महान ऊंचाइयों को छूती हैं। देवी का यह स्वरूप आपको स्वयं की आंतरिक शक्ति को जागृत करने की प्रेरणा देता है। ऐसा करना आपके आत्मविश्वास में इजाफा कर जाएगा।

2. दूसरी देवी, देवी ब्रह्मचारणी। ब्रह्म मतलब तपस्या। इस रूप में देवी हम सभी को केंद्रित रहना सिखाती हैं। देवी का यह स्वरूप हमें शांति, एकाग्रता, अडिगता की सीख देता है। जीवन में कितने भी उतार-चढ़ाव क्यों न आएं, हमें एकाग्र होकर सिर्फ प्रयास पर केंद्रित होने की आवश्यकता है ताकि न तो हम व्यथित हों और न ही पथ भ्रष्ट।

Diese Geschichte stammt aus der October 01, 2022-Ausgabe von Anokhi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

Diese Geschichte stammt aus der October 01, 2022-Ausgabe von Anokhi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

WEITERE ARTIKEL AUS ANOKHIAlle anzeigen
लौंग दा लश्कारा
Anokhi

लौंग दा लश्कारा

पिछले कुछ समय में नाक में पहने जाने वाले तरह-तरह के गहनों का चलन बढ़ा है। अगर आपको भी नाक में जेवर पहनने का शौक है, तो आपके पास विकल्पों की भरमार है। कैसे चुनें अपने लिए ये जेवर और क्या-क्या हैं आपके सामने विकल्प, बता रही हैं स्वाति गौड़

time-read
3 Minuten  |
November 09, 2024
पल-पल क्यों बदलता है मूड?
Anokhi

पल-पल क्यों बदलता है मूड?

मूड स्विंग और महिलाओं का ऐसा नाता है कि अधिकांश महिलाएं इसे बीमारी मानती ही नहीं। पर, यह एक ऐसी समस्या है, जो धीरे-धीरे हमारे जीवन पर गहरा असर डालने लगती है। क्या हैं मूड स्विंग के लक्षण और कैसे इससे उबरें, बता रही हैं शमीम खान

time-read
2 Minuten  |
November 09, 2024
निवेश कीजिए सशक्त बनिए
Anokhi

निवेश कीजिए सशक्त बनिए

महिलाएं कमाई करने में पीछे नहीं हैं। लेकिन जब बात निवेश की हो तो उनके कदम थोड़े लड़खड़ाने लगते हैं। हालांकि यह तस्वीर भी बदलती नजर आ रही है। इसमें आपकी भागीदारी इस बदलाव को गति दे सकती है। अपनी निवेश यात्रा की शुरुआत कैसे शुरू करें, बता रहे हैं वित्तीय सलाहकार पुनीत जैन

time-read
3 Minuten  |
November 09, 2024
रिश्ते की गांठों को सुलझाने की कीजिए कोशिश
Anokhi

रिश्ते की गांठों को सुलझाने की कीजिए कोशिश

हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार मनोविशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. गगनदीप कौर

time-read
3 Minuten  |
November 09, 2024
हर बार गोभी का नया स्वाद
Anokhi

हर बार गोभी का नया स्वाद

ठंड यानी रसोई में गोभी की बहार। पर, इसका मतलब यह नहीं है कि आप हर दिन गोभी की एक जैसी सब्जी ही खाएं। गोभी से कौन-सी नई रेसिपी बनाएं, बता रही हैं अरुणा तिवारी

time-read
4 Minuten  |
November 09, 2024
चलो लुटाएं पर्स पर प्यार
Anokhi

चलो लुटाएं पर्स पर प्यार

अपने पर्स या हैंड बैग के बिना आप घर से बाहर नहीं निकलतीं। पर, क्या पर्स की देखभाल पर थोडी-सी भी मेहनत करती हैं? कैसे करें पर्स की सही देखभाल ताकि वो दें सालों तक साथ, बता रही हैं शाश्वती

time-read
3 Minuten  |
November 09, 2024
गाजर के गुण गाती रहेंगी आप
Anokhi

गाजर के गुण गाती रहेंगी आप

गाजर यों तो आंखों की सेहत का रखवाला माना जाता है। पर, इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व बालों के लिए भी रामबाण साबित हो सकते हैं। बालों की सेहत सुधारने के लिए गाजर का कैसे करें इस्तेमाल, बता रही हैं श्रुति

time-read
2 Minuten  |
November 09, 2024
प्यार से बढ़ेगा सुरक्षा का भाव
Anokhi

प्यार से बढ़ेगा सुरक्षा का भाव

माता-पिता बच्चों के लिए जो सबसे ज्यादा जरूरी काम कर सकते हैं, वह है उन्हें सुरक्षित महसूस कराना। सुरक्षा का भाव बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के साथ उन्हें जिंदगी जीने का सही तरीका सिखाने में मददगार होता है। कैसे अपने बच्चे को दें सुरक्षित बचपन, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी

time-read
4 Minuten  |
November 09, 2024
क्यों जरूरी है रानी रामपाल को जानना?
Anokhi

क्यों जरूरी है रानी रामपाल को जानना?

हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन

time-read
3 Minuten  |
November 09, 2024
हर गहना कहेगा इक कहानी
Anokhi

हर गहना कहेगा इक कहानी

शादी के लिए किसी एक भारी-भरकम जेवर पर ढेर सारा निवेश करने से बेहतर है, अलग-अलग स्टाइल के जेवरों को साथ पहनकर नया लुक तैयार करना। खास बात यह है कि जेवरों की लेयरिंग इन दिनों ट्रेंड में भी है। जेवरों की लेयरिंग करते वक्त किन बातों का रखें ध्यान, बता रही हैं

time-read
3 Minuten  |
November 02, 2024