यह समय है, साल के उस त्योहार का जो पूरे भारत में अलग-अलग तरीके से पूरे जोर-शोर से मनाया जाता है। जी हां, यह वक्त है अंधेरे पर उजाले की विजय के प्रतीक, दीपावली के महावर्प का। वैसे तो हमारे देश में हर त्योहार बड़े खास अंदाज में मनाया जाता है, पर दीपावली एक ऐसा पर्व है जिसकी तैयारी महीनों पहले से लोग शुरू कर देते हैं। चाहे घर में रंग-रोगन करवाना हो या चाहे किसी बड़ी चीज की खरीददारी करनी हो। लोग दीपावली के मौके को शुभ मानते हैं और उसी के आसपास यह सारी खरीददारी करते हैं। निश्चित रूप से आपके घर में भी मां लक्ष्मी के आगमन की तैयारियां अब अपने अंतिम चरण में होंगी। घर के बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी बड़े उत्साह से निभा रहे होंगे। आपकी व्यस्तताएं कई गुना ज्यादा बढ़ गई होंगी।
पर, क्या आप जानती हैं कि दीपावली पर यदि कुछ विशेष बातों का ध्यान रखकर देवी लक्ष्मी की पूजा की जाए तो उसका प्रसाद, सफलता, संपदा, प्रसन्नता, नैतिकता और बुद्धिमता के रूप में प्राप्त होता है। वैसे भी आर्थिक मजबूती महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ाती है। हालांकि कामकाजी महिलाएं तो निजी तौर पर रुपये-पैसे के मामले में फिर भी मजबूत होती हैं, लेकिन घर संभालने वाली स्त्रियां इस बात से अकसर परेशान रहती हैं कि उनके पास आर्थिक स्वतंत्रता नहीं है।
इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि आर्थिक मजबूती के लिए समझदारी से तय की गयी रणनीति पर काम करना आवश्यक है, लेकिन दीपावली जैसे मौके पर जीवन में कुछ नया शुरू करने की इच्छुक महिलाओं के लिए भी अच्छे अवसर आ सकते हैं। इसलिए दीपावली की तमाम तैयारियों और खरीददारी के बीच इस बात को नजरअंदाज न करें कि मां लक्ष्मी की अधिक कृपा कैसे प्राप्त की जा सकती है।
हमारे धार्मिक ग्रंथों में भी देवी-देवताओं को पूजा-अर्चना द्वारा प्रसन्न करने के अनेक उपाय बताए गये हैं। पर, आमजन के लिए इन सभी धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन कर पाना संभव नहीं होता, इसलिए बेहद सरल और स्पष्ट तरीके से दीपावली की पूजा से संबंधित कुछ नियम और कायदे हैं, जिनका कोई भी महिला दीपावली पूजन के दौरान आसानी से निर्वाह कर सकती है और मां लक्ष्मी की भरपूर अनुकंपा की पात्र बन सकती है।
करें साफ-सफाई से शुरूआत
Diese Geschichte stammt aus der October 22, 2022-Ausgabe von Anokhi.
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