दिवाली एक ऐसा त्योहार है, जिसे हम सबसे ज्यादा धूमधाम से मनाते हैं। इसकी तैयारी महीने भर पहले से ही शुरू हो जाती है। पुराने को अलविदा कहना हो या नए सामान का स्वागत करना हो, इंतजार दिवाली का ही होता है। नए कपड़ों से लेकर नए पर्दे और चादर तक हर चीज दिवाली आने का ही इंतजार करती है। घर को करीने से साफ करते हैं, सामान सलीके से लगाते हैं और घर का कोना-कोना खूबसूरती से भरने की कोशिश में लग जाते हैं। कोशिश यही होती है कि किसी भी चीज में कोई कमी न रह जाए।
इस सारी जद्दोजहद का एक ही मकसद होता है, मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना। आखिर पूरे एक साल बाद आती हैं। और मां लक्ष्मी को भला कौन प्रसन्न नहीं करना चाहेगा। लेकिन मां को बुलाने के लिए सिर्फ नए सामान या साफ-सफाई ही नहीं बल्कि सही तरीके से पूजा-पाठ पर भी ध्यान देना जरूरी है। अकसर इस मामले में हम सोच में पड़ जाते हैं और फिर पंडिज जी को फोन लगाकर उनसे सलाह लेना शुरू कर देते हैं। इस बार आप इस तरह की दुविधा में ना पड़ें, इसलिए आइए जानें कैसे की जाए मां लक्ष्मी की पूजा, ताकि वो प्रसन्न हो जाएं और आपके घर पधारें।
क्यों मनाते हैं दिवाली
Diese Geschichte stammt aus der November 11, 2023-Ausgabe von Anokhi.
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