देश का मिजाज सर्वे के ताजा निष्कर्ष बताते हैं कि अगस्त 2022 की तुलना में आज कहीं अधिक लोग खुश हैं. वजह यह हो सकती है कि पिछले कुछ महीनों से कोविड- 19 की कोई नई लहर नहीं आई है और कोई बड़ा आंदोलन-प्रदर्शन नहीं हुआ है, या फिर यह भी हो सकता है कि डेल्टा वैरिएंट के प्रकोप वाले दहशतभरे दिन, किसान आंदोलन और नागरिकता (संशोधन) कानून के विरोध के कारण बिगड़ी कानून-व्यवस्था ने जो के घाव दिए थे, उन्हें समय ने भर दिया है. अगस्त 2022 के देश का मिजाज सर्वे के 51 फीसद की तुलना में 70 फीसद उत्तरदाताओं ने में कहा कि वे आज बहुत खुश या काफी हद तक खुश हैं.
लगभग आधे उत्तरदाताओं ने कहा कि वे धर्म और राजनीति दोनों पर राय जताने में आजादी महसूस करते हैं. भारतीय लोकतंत्र को खतरे में मानने वाले उत्तरदाताओं का आंकड़ा भी थोड़ा घटा है, अगस्त 2022 में लगभग 48 फीसद की तुलना में यह आंकड़ा 43 फीसद रहा है. करीब 34 फीसद उत्तरदाता इस बात से आश्वस्त हैं कि न्यायपालिका ने देश में लोकतांत्रिक मानदंडों को बरकरार रखा है.
Diese Geschichte stammt aus der February 08, 2023-Ausgabe von India Today Hindi.
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