6जी
नई दिलेर दुनिया
होलोग्राम्ड वर्क मीट, स्किन पैचेज से चौबीसों घंटे सातों दिन सेहत की निगरानी, सेंसरी ओवरलोड का वादा करने वाली एम्बेडेड डिवाइस सें... 6जी हमारे काम करने, जीने और खेलने के तौर-तरीकों की नई इबारतें लिख देगा
संचार टेक्नोलॉजी में नेटवर्क का फोकस हर पीढ़ी के साथ बदल जाता है. 2जी और 3जी के जमाने में वॉयस और टेक्स्ट के जरिए इनसान से इनसान के बीच संचार होता था, तो 4जी ने डेटा की खपत के बुनियादी बदलाव का सूत्रपात किया, और 5जी ने इंटरनेट ऑफ थिंग्ज और औद्योगिक स्वचालन प्रणालियों को जोड़ने पर ध्यान दिया. 6जी की दुनिया में डिजिटल, भौतिक और मानवीय अबाध ढंग से इस तरह एक दूसरे में घुल-मिल जाएंगे कि अतिसंवेदी तजुर्बां का बायस बनेंगे.
यह गेमचेंजर क्यों है
यह तो पक्का है कि 6जी इनसानों के लिए 'छठी इंद्रिय' का तजुर्बा होगा, जिसमें भौतिक इंद्रिय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) से मिलेगी. फ्रीक्वेंसी या आवृत्ति 5जी के मुकाबले ज्यादा होगी और अपने साथ कम लेटेंसी या विलंबता (डेटा को एक स्रोत से अंतिम यूजर तक पहुंचने में लगने वाला समय) और ज्यादा बैंडविड्थ (नेटवर्क से एक समय में यात्रा कर सकने वाले अधिकतम डेटा की मात्रा) लेकर आएगी. कहा जा रहा है कि 6जी 1 माइक्रो सेकंड विलंबता वाले संचार को संभालता है, जिसका मोटे तौर पर मतलब है फिलहाल उपलब्ध रफ्तार से कई सौ गुना ज्यादा तेज रफ्तार से संचार और डेटा का स्थानांतरण.
Diese Geschichte stammt aus der August 30, 2023-Ausgabe von India Today Hindi.
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