| अजित पवार | 64 वर्ष | उपमुख्यमंत्री, महाराष्ट्र |
अजित अनंतराव पवार ने 2 जुलाई, 2023 को तब इस उक्ति को फिर साबित किया कि राजनीति संभावना की कला है, जब उन्होंने पवार नाम के मूल स्रोत से अलग होकर अलग पहचान बनाई. उन्होंने न केवल शरद पवार की बनाई नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को दो-फाड़ किया बल्कि इस उथल-पुथल के बीच चाचा को साथ आने का प्रस्ताव देकर इस विघटन को टालने की जिम्मेदारी उन पर ही डालने की कोशिश भी की. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होते ही एक झटके में उनका दर्जा नेता विपक्ष से बदलकर उपमुख्यमंत्री हो गया. इसके साथ, विभिन्न महत्वपूर्ण मंत्रालय भी उनके हाथ आ गए. यही नहीं, बगावत में साथी बने सभी आठ विधायक भी कैबिनेट मंत्री का रुतबा पाने में सफल रहे. यह सब ऐसे समय हुआ जबकि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70,000 करोड़ रुपए के कथित घोटालों को लेकर एनसीपी को घेरा था. ऐसे में अटकलों का बाजार गर्म रहा कि क्या इस बगावत के पीछे केंद्रीय एजेंसियों का डर बड़ा कारण था या उनके तरफ से बताई गई महाराष्ट्र के विकास की चिंता.
Diese Geschichte stammt aus der January 10, 2024-Ausgabe von India Today Hindi.
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फिर उसी बुलंदी पर
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आखिरकार आया अस्तित्व में
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बातें दिल्ली के व्यंजनों की
एकेडमिक, इतिहासकार और देश के सबसे पसंदीदा खानपान लेखकों में से एक पुष्पेश पंत की ताजा किताब फ्रॉम द किंग्ज टेबल टु स्ट्रीट फूड: अ फूड हिस्ट्री ऑफ देहली में है राजधानी के स्वाद के धरोहर की गहरी पड़ताल
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